राशन लेने जा रहे बुजुर्ग को गुलदार ने मारकर झाड़ियों में घसीटा, देर तक ग्रामीणों ने नहीं उठाया शव
चमोली जिले में कभी गुलदार तो कभी भालू का आतंक बना हुआ है। जोशीमठ क्षेत्र में पहले भालू ने कई लोगों को घायल किया। अब गुलदार ने एक बुजुर्ग को मार डाला। घटना की सूचना बाद भी जब वन विभाग के कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे तो लोग आक्रोशित हो उठे। परिजनों ने शव को उठाने से मना कर दिया। बाद में वन दरोगा के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। घटना जोशीमठ नगर के पैका गांव की है। बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह गांव के गंगा चौधरी (70 वर्ष) सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान के लिए घर से निकले थे। घर से सुबह करीब दस बजे लगभग 2 किलोमीटर के पैदल रास्ते पर ही गुलदार ने उन पर हमला कर दिया।
इस घटना का पता उसी वक्त नहीं चल पाया। जब काफी देर तक वह वापस नहीं लौटे तो परिजनों और ग्रामीणों ने उनकी खोज की। बाजार की ओर आ रहे अन्य ग्रामीणों ने पैदल रास्ते पर खून गिरा हुआ देखा। इस पर जंगल की तरफ उनकी खोज की गई। देखा कि गुलदार ने शव को झाड़ियों में छिपाया हुआ है।
ग्रामीणों की सूचना के बाद भी जब वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची तो लोग आक्रोशित हो उठे। उनका कहना था कि जंगली जानवरों के हमले की घटनाएं बढ़ रही, लेकिन वन विभाग के अधिकारी उदासीन बने हैं। वन विभाग के अधिकारियों के न पहुंचने पर ग्रामीणों और परिजनों ने शव को उठाने से भी मना कर दिया। इसके बाद ही वन विभाग के अधिकारी, पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।
ग्रामीण गुलदार को आदमखोर घोषित करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी इस क्षेत्र में गुलदार ने 2 लोगों को घायल कर चुका है। वन दरोगा का कहना था कि मृतक व्यक्ति का पंचनामा भरने के बाद उचित मुआवजा भी दिया जाएगा। गुलदार को आदमखोर घोषित करने के आदेश उच्च अधिकारी देंगे। वह ग्रामीणों का बात उन तक पहुंचा देगा। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए।
चमोली से नवीन कठैत की रिपोर्ट।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।