अग्निपथ के विरोध के बीच उत्तराखंड पुलिस ने बनाई रणनीति, कोचिंग सेंटर संचालकों और युवाओं से होगी बात
सेना में भर्ती की अग्निपथ योजना के विरोध के बीच उत्तराखंड पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कसरत शुरू कर दी है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने परिक्षेत्र और जनपद प्रभारियों के साथ कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बैठक की।

बैठक में दिए ये निर्देश
-अपने-अपने जिला मजिस्ट्रेटों के साथ समन्वय स्थापित करते हुये सेक्टर मजिस्ट्रेट नियुक्त करा लिये जाये तथा समय से आवश्यक पुलिस प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाये।
– देश के अन्य राज्यों में होने वाली प्रतिक्रियाओं पर सतर्क दृष्टि रखते हुए राज्य में इसका प्रभाव न पड़ने दिया जाये ।
– जनपद क्षेत्रान्तर्गत जिला मुख्यालयों, महत्वपूर्ण संस्थानों, राष्ट्रीय राजमार्ग, रेल मार्ग, रेलवे स्टेशनों, बस अड्डो, बाजारों, भीड-भाड वाले स्थलों एवं महत्वपूर्ण स्थलों आदि पर आवश्यकतानुसार पुलिस/पीएसी बल को दंगा नियंत्रण उपकरणों, टियर गैस आदि के साथ नियुक्त किया जाये।
-यातायात को सुचारु रूप से संचालित कराये जाने हेतु पूर्व से एक कार्ययोजना तैयार कर ली जाये तथा आवश्यकतानुसार उसका उपयोग किया जाये ।
-जनपद प्रभारी स्वयं भी लगातार सतर्क दृष्टि रखते हुये छोटी से छोटी घटनाओं पर नियमानुसार कार्यवाही कराते हुए कार्यक्रमों की फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी अवश्य कराएं।
-जनपद में स्थापित सोशल मीडिया मॉनीटरिंग सैल, सोशल मीडिया प्रमोशन सैल एवं साईबर सैल के माध्यम से सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली खबरों पर भी सतर्क दृष्टि रखें और तत्काल उनका खंडन कराते हुए सम्बन्धित व्यक्तियों के विरूद्ध नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाये।
ये रहे उपस्थित
बैठक में पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना एवं सुरक्षा ए पी अंशुमान, पुलिस उप महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल, पुलिस उप महानिरीक्षक पी/एम सेंथिल अबुदेई कृष्ण राज एस, पुलिस उप महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था पी. रेणुका सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।