गुजरात में कांग्रेस के पूर्व विधायक ने राजगुरु ने थामा आप का दामन, अब हार्दिक पटेल पर निगाहें
गुजरात विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को झटके पर झटके लगने शुरू हो गए हैं। गुजरात में सौराष्ट्र से कांग्रेस के पूर्व विधायक इंद्रनील राजगुरु और राजकोट नगर निगम के पूर्व नेता वशरामभाई सागठिया कांग्रेस से इस्तीफा देकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।

आम आदमी पार्टी गुजरात में विधानसभा चुनाव को लेकर काफी सक्रिय दिख रही है। कांग्रेस ने कुछ महीनों पहले ही इंद्रनील को पार्टी उपाध्यक्ष बनाया था। इंद्रानिल के पार्टी में शामिल होने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया कि हम सब मिलकर गुजरात की जनता की इच्छाओं को साकार करेंगे। आप के नेताओं ने हार्दिक पटेल से भी संपर्क साधा है और उनसे बेहतर विकल्प की ओर आने की अपील की है। वहीं, इंद्रनील ने कहा कि लोग बीजेपी से ऊब चुके हैं, लेकिन कांग्रेस की वापसी नहीं चाहते। आप कांग्रेस का बेहतर विकल्प बन सकती है।
राजगुरू की गुजरात के राजकोट और सौराष्ट्र क्षेत्र में अच्छी पकड़ मानी जाती है। उन्होंने कहा कि गुजरात की जनता नई पार्टी चाहती है, ऐसी पार्टी जो जनता के लिए काम करे, न कि अंदरूनी कलह में उलझी रहे। आप कांग्रेस और बीजेपी का बेहतर विकल्प साबित होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब जनता बीजेपी से ऊब चुकी है और कांग्रेस उसकी आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर पा रही हो तो उसे नए विकल्प के बारे में सोचना ही होगा।
पूर्व विधायक रहे राजगुरू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तारीफ करते हुए कहा कि वो लोगों के लिए लड़ते हैं, न कि पार्टी के लिए। राजगुरू ने कहा कि उनका व्यक्तित्व और व्यवहार उन्हें पसंद आया। मैं शुरू से ही कांग्रेस में रहा, लेकिन मैं जनता की सेवा करना चाहता हूं। बीजेपी लोगों को बेवकूफ बनाकर सत्ता में आई है, लेकिन कांग्रेस ने उसका विकल्प बनने की क्षमता को खो दिया है। उसके पास बीजेपी से लड़ने की इच्छाशक्ति नहीं है।
हार्दिक को भेजा न्योता
अंदरूनी खींचतान के चलते गुजरात कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल के पार्टी छोड़ने को लेकर अटकलों के बीच आम आदमी पार्टी ने उन पर नजर जमा दी है। आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रमुख गोपाल इटालिया ने शुक्रवार को हार्दिक को आप से जुड़ने का न्योता दिया। इटालिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में पटेल जैसे समर्पित व्यक्ति के लिए स्थान नहीं है। उन्होंने एएनआइ से कहा कि यदि हार्दिंक को कांग्रेस पसंद नहीं आ रही है तो उन्हें शिकायत करने और अपना समय बरबाद करने के बजाय उनके जैसी सोच रखने वाली, आम आदमी पार्टी से जुड़ना चाहिए। उन्हें यहां योगदान देना चाहिए। कांग्रेस जैसी पाटी ने हार्दिक जैसे समर्पित व्यक्ति के लिए स्थान नहीं छोड़ा है।
उधर, हालांकि हार्दिक ने उनके कांग्रेस छोड़ने को लेकर चल रही अफवाहों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि मैंने अब तक कांग्रेस को अपना 100 फीसदी योगदान दिया है और आने वाले समय में ऐसा करता रहूंगा। हम गुजरात को बेहतर विकास करेंगें। पार्टी में कुछ छोटे-मोटे झगड़े और दोषारोपण की स्थिति हैं, लेकिन हमें एक साथ काम करकर गुजरात को बेहतर स्थान बनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि सच बोलना अपराध है तो मुझे दोषी मानिए। गुजरात के लोगों को हमसे काफी उम्मीदें हैं और हमें उन पर खरा उतरना होगा। गौरतलब है कि वर्ष 2015 में गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान हार्दिक पटेल बड़े नेता के तौर पर उभरकर सामने आए थे। बाद में उन्होंने कांग्रेस पार्टी ज्वॉइन की थी।
गौरतलब है कि कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने गुरुवार को आरोप लगाया था कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व उन्हें परेशान कर रहा है। राज्य के कांग्रेस नेता चाहते हैं कि मैं पार्टी छोड़ दूं। उन्होंने पीटीआई-भाषा को दिए इंटरव्यू में यह भी कहा था कि उनकी ओर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को अपनी इस स्थिति के बारे में कई बार अवगत कराया गया, लेकिन दुख की बात है कि कोई निर्णय नहीं हुआ। हार्दिक ने दावा किया कि पिछले तीन दशक से गुजरात में कांग्रेस की सरकार नहीं बनने के लिए अंदरूनी गुटबाजी और स्थानीय कांग्रेस नेताओं का दूसरे दलों के साथ गुप्त गठबंधन जिम्मेदार है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।