कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर बीजेपी के झंडे से उठा विवाद
शनिवार को लंबी बीमारी के बाद कल्याण सिंह का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने लखनऊ गए थे। पीएम ने कहा कि कल्याण सिंह एक मूल्यवान व्यक्तित्व और एक सक्षम नेता थे, जो आम लोगों के लिए “विश्वास का प्रतीक” बन गए। कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन की भाजपा द्वारा ट्वीट की गई तस्वीर में कल्याण सिंह का शव राष्ट्रीय ध्वज से लिपटा हुआ है, लेकिन इसका आधा हिस्सा भाजपा के पार्टी झंडे से ढका हुआ नजर आया।
इस तस्वीर पर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने पूछा, “क्या न्यू इंडिया में भारतीय ध्वज पर पार्टी का झंडा लगाना ठीक है? युवा कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से हिंदी में ट्वीट किया कि-भारत राष्ट्रीय ध्वज का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने ट्वीट किया कि-देश से ऊपर पार्टी। तिरंगे के ऊपर झंडा। हमेशा की तरह भाजपा: कोई पछतावा नहीं, कोई पश्चाताप नहीं, कोई दुख नहीं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय ने कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन वाली ये तस्वीर ट्वीट की है। उन्होंने लिखा कि-राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना क्या मातृभूमि का सम्मान करने का नया तरीका है? रॉय ने जो तस्वीर शेयर की है, उसमें बीजेपी के कई नेता नजर आ रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह अंतिम दर्शन करते हुए दिख रहे हैं।
वहीं, सुखेंदु शेखर रॉय के इस ट्वीट पर टीएमसी के ही एक नेता रिजू दत्ता ने भी कॉमेंट किया है। उन्होंने लिखा है कि लगता है बीजेपी हमारे देश के तिरंगे से बड़ी है। शर्मनाक। वहीं, कांग्रेस नेताओं ने भी तस्वीरें साझा की हैं। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने एक अन्य ट्वीट में लिखा-स्व. कल्याण सिंह जी के निधन पर विनम्र श्रद्धाजंलि, लेकिन इस तस्वीर को देखकर एक सवाल है क्या किसी पार्टी का झंडा तिरंगे से भी ऊपर हो सकता है? राष्ट्रीय ध्वज का अपमान-मातृभूमि का सम्मान करने का नया तरीका?
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।