भाजपा खिलौने की तरह बदलती है सीएम, भाजपा नेताओं से बेटी बचाओः कांग्रेस

इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि उत्तराखंड की देवभूमि इतिहासिक है। ये देश की संस्कृति संस्कार की द्योतक है। इसने देश का गौरव बढ़ाया। विकास का पाठ पठाया। इसमें सत्ता लोलुपता, राजनीतिक अस्थिरता सत्ता की मलाई बांटने की हौड़, रोज बदलने वाले सीएम की कुर्सियां, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व की विफलता का रोजमर्रा का उदाहरण बनता जा रहा है। 2017 में प्रचंड बहुमत के साथ बीजेपी सरकार का गठन किया। विकास की गाथा गढ़ने की बजाय मात्र सत्ता का धंधा बांटने का काम किया। जिस प्रकार भ्रष्टाचार हुआ। संसाधनों का दोहन, सत्ता की बंदरबांट हुई। सीएम और मंत्री के पदों का वितरण हुआ। जैसे किसी प्रकार वहां सत्ता न हो, सत्ता का मलाई खाने का अनोखा उदाहरण है। इसके लिए मोदी, जेपी नड्डा जिम्मेदार हैं। जिन्होंने पौने पांच साल के शासन में उत्तराखंड को ऐसे मोड़ में खड़ा कर दिया। जहां बीजेपी का काम केवल सत्ता की मलाई की बंदरबांट करना है। पहली बार बीजेपी ने नहीं किया। पहले भी बीजेपी ने तीन सीएम बदले थे। खंडूरी, पोखरियाल, फिर खंडूरी। अब भी तीसरा सीएम चुनने जा रहे हैं।
हम मोदीजी को कहेंगे दो तीन और बदल लो छह माह में। ताकि पूरे देश में आपका रिकॉर्ड बन जाए। राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के लिए बीजेपी मशहूर है। दिल्ली में पहले मदनलाल खुराना को, फिर साहब सिंह वर्मा को, फिर सुष्मा स्वराज को सीएम बनाया।
इसी तरह एमपी में एक ही टर्म में उमा भारती को बनाया, बाबूलाल गौड को बनाया, फिर शिवराज सिंह चौहान को बनाया। कर्नाटक में एक ही टर्म में यदुरप्पा जी को बनाया, सदानंद गौड़ा को बनाया, फिर जगदीश खट्टर को बनाया। बार बार खिलौने की तरह सीएम बदलते हैं।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का शासन शर्मशार हो गया है। सत्ता की बंदरबांट, देवभूमि उत्तराखंड के रिसोर्स का दोहन भाजपा ने किया। नैतिक संवैधानिक अधिकार बीजेपी खो बैठी है। जनता महसूस कर रही है कि फिर कांग्रेस की सरकार बने और प्रगति के रास्ते में उत्तराखंड आगे बढ़े।
साढ़े चार साल में उत्तराखंड को भाजपा ने किया बदहाल
कांग्रेस के उत्तराखंड प्रभारी देवेंद्र यादव ने कहा कि मात्र छह माह के भीतर बीजेपी को दूसरा सीएम बदलने को मजबूर होना पड़ा। बीजेपी, नरेंद्र मोदी, अमित शाह ने उत्तराखंड को अस्थिरता की तरफ ले जाने का काम किया है। भ्रष्टाचार, बेरोजगारी के मुद्दों को छिपाने के पहले सीएम बदलकर तीरथ को सीएम बनाया। एक साल के भीतर यदि चुनाव हो रहे हैं तो ऐसी स्थिति में उप चुनाव नहीं होते। ऐसे में 57 विधायक होने के बावजूद ऐसा सीएम उत्तराखंड को थोपा गया जो विधानसभा सदस्य नहीं था। स्टेट लीडरशिप का षडयंत्र भी है। जब सल्ट उपचुनाव हुआ तो उन्हें चुनाव नहीं लड़ाया। कांग्रेस की तैयारी और हार की डर से तीरथ ने उपचुनाव से भागने का प्रयास किया। ऐसी स्थिति में उत्तराखंड को खड़ा कर दिया। पांच साल के दौरान तीसरे सीएम की तैयारी कर रही है।
उन्होंने कहा कि साढ़े चार साल पहले जो खुशहाल प्रदेश को बदहाल प्रदेश कर दिया। बेरोजगारी दर साढ़े चार साल पहले 1.5 प्रतिशत थी। आज 11 प्रतिशत पहुंच गई है। शुरू के सीएम के अनर्गल बयान के अलावा महाकुंभ के रूप में भ्रष्टाचार का सामने आया। कोरोना जांच के नाम पर घोटाला सामने आया। इसी साढ़े चार साल के दौरान महंगाई चरम पर है।
भाजपा नेताओं से बेची बचाओ
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ भाजपा के नेताओं से। उसको चरितार्थ करते हुए साढ़े चाल साल में भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमें दर्ज हुए। संगठन महामंत्री संजय कुमार, विधायक महेश नेगी के खिलाफ रेप का केस, फिर हरिद्वार में ज्वालापुर विधायक के खिलाफ रेप का केस कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ। लोगों को रोजगार, सुविधाएं देने, रसोई सस्ती करने की बजाय बीजेपी सिर्फ एक काम कर रही है। वो काम है सीएम बदलो, सीएम बदलो।
देश को दिगभ्रमित कर रही भाजपा
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि जब तीरथ ने त्यागपत्र दिया और जब तीरथ सिंह और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रेस को कहा कि संवैधानिक कारणों से त्यागपत्र दिया। बीजेपी के लोग प्रदेश और देश को दिगभ्रमित करने का काम कर रहे हैं। दस मार्च को सीएम की शपथ ली। संवैधानिक व्यवस्थाएं हैं कि सदन का सदस्य नहीं है तो छह माह के भीतर उसे निर्वाचित होना पड़ेगा। तीरथ सिंह रावत को मौका मिला था कि सल्ट उपचुनाव लड़ सकते थे। तब इस संवैधानिक व्यवस्था से बचा जा सकता था। साथ ही उत्तराखंड को अस्थिर करने से बचा जा सकता था।
उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में पीएम मोदी ने व तमाम नेताओं ने लोगों से बड़े बड़े वादे किए। कहा था कि यदि डबल इंजन की सरकार बनाएंगे तो हम विकास की ओर ले जाएंगे। पीएम ने कहा था सरकार बनते ही उत्तराखंड में किसानों का कर्ज माफ करेंगे। सरकार को साढ़े चार साल हो चुके हैं। अभी तक माफ नहीं किया। नौजवानों को रोजगार देने की बात कही और दिगभ्रमित करने का काम किया। वास्तविकता सबके सामने है। देश में बेरोजगारी के मामले में उत्तराखंड पहली पायदान में है। साढ़े चार साल से लोकायुक्त का अता पता तक नहीं। अब लोग समय का इंतजार कर रहे हैं। 2022 में बदलाव होगा।
गिनाए भ्रष्टाचार के मामले
उत्तराखंड में उप नेता प्रतिपक्ष करण माहरा ने कहा कि बीजेपी का उत्तराखंड में 11 साल का शासन रहा है। सात सीएम इनके देख चुके हैं। इनका ट्रेंड है। 57 का बहुमत मिलने के बाद योग्य व्यक्ति नहीं मिला। जिसमें ढेंचा बीज घोटाले का आरोप लगाया। उन्हीं त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम बना दिया। उनके स्टिंग आए। केंद्र से राज्य तक एक साथ ट्रेंड चल रहा है। एक तरफ पीएम ताली बजवाते हैं, उसी तरह उत्तराखंड में सीएम कहते हैं कि गंगा में स्नान करके कोरोना कम हो जाएगा। सूर्यधार लेक में जमीन की फरीदफोरख्त के आरोप। देश में किसान आंदोलन कर रहे हैं। उत्तराखंड में तीर्थ पुरोहित आंदोलन कर रहे हैं। बेरोजगारों को पीटा गया। भारतीय जनता पार्टी के सभी सीनियर लीडरों के साथ एक व्यक्ति को देखा जाता है। कुंभ में उसकी ही कंपनी को कोरोना टेस्टिंग का काम दिया। उन्होंने रेप के मामले में फंसे भाजपा विधायक महेश नेगी का डीएनए टेस्ट करने की मांग की।
फोन से कनेक्ट हुए हरीश रावत
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हाई फीवर में हूं। इसलिए उपस्थित नहीं हो सका। देहरादून में भाजपा का जो ड्रामा चल रहा है। ये उत्तराखंड की जनता का अपमान है। 2017 में सत्ता में प्रचंड बहुमत में आए। पीएम ने डबल इंजन की सरकार का वादा किया। दोनों सरकार बनी। उत्तराखंड के हिस्से में दो भूतपूर्व सीएम जुड़ गए। एक भूतपूर्व सीएम की कगार के लिए आज चयनित होगा। बीस साल के इतिहास में आठ सीएम भाजपा के। भाजपा ने उत्तराखंड की किसी समस्या का समाधान नहीं किया। पलायन पर कुछ नहीं। सर्वाधिक बेरोजगारी है। विकास ठप हैं। कुंभ के दौरान टेस्टिंग घोटाले से एक बड़ा दाग लगा दिया। हम शर्मशार हुए। कुछ भी राज्य को नहीं दिया। सिर्फ पूर्व सीएम की लाइन लगा दी। त्रिवेंद्र जी को हास्यास्पद तरीके से हटा दिया था। तीरथ सिंह को लेकर पहले नेतृत्व ने गंभीरता नहीं दिखाई। महसूस नहीं किया कि उन्हें सीएम का चुनाव लड़ने की जरूरत है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।