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February 8, 2025

पूरी दुनियाभर में मनाया गया योग दिवस, पीएम मोदी और यूपी के सीएम योगी ने दिया ये संदेश, उत्तराखंड में भी उत्साह

सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है, तो योग उम्मीद की किरण बना हुआ है।

यदि हम फ्लैश बैक में जाएंगे तो पाएंगे कि तब भी योग होता था, आज भी हो रहा है। तब प्रचार प्रसार नहीं था, अब प्रचार तंत्र मजबूर हुआ है। करीब चालीस साल पहले सरकारी स्कूलों में अनिवार्य रूप से योग सिखाया जाता था। जहां मैने भी स्कूल से ही योग सीखा। अब निजी स्कूलों की बाढ़ सी आ गई है। वहां योग शायद ही नियमित तौर पर सिखाया जा रहा हो। इसे अनिवार्य रूप से इन स्कूलों में भी लागू किया जाना चाहिए। वहीं, जो सीखें थे, उनमें से भी कई ने दिनचर्या में इसे शामिल नहीं किया। ऐसे में कुछ सालों से योग के प्रति फिर से लोगों में जागरूकता पैदा करने की कौशिश की गई। ये कौशिश सिर्फ एक दिन समारोह व फोटो खिंचवाने के लिए नहीं होनी चाहिए। इसे नियमित रूप से जीवन में अपनाकर ही हम स्वस्थ रह सकते हैं। दुनियाभर में आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। साल 2015 से 21 जून को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर इस बार कोरोना के चलते बड़े सार्वजनिक समारोह तो नहीं हुए, लेकिन लोग घरों से या अन्य माध्यमों से वर्चुअली एक दूसरे से जुड़कर योग करते दिखे। हालांकि दलों के नेताओं से घर की बजाय एक स्थान पर एकत्र होकर योग दिवस मनाया। इसके साथ ही अन्य सामाजिक संस्थाओं की ओर से भी देशभर में छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित किए। इस मौके पर पीएम मोदी ने भी देश के नाम संदेश दिया।
कोरोनाकाल में योग ही आंतरिक शक्ति का स्रोत बना
सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का मुकाबला कर रहा है, तो योग उम्मीद की किरण बना हुआ है। दो वर्ष से दुनिया भर के देशों में और भारत में भले ही बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित न हुआ हो, लेकिन योग दिवस के प्रति उत्साह जरा भी कम नहीं हुआ है। कोरोना के बावजूद इस बार की योग दिवस की थीम योगा और वेलनेस ने करोड़ों लोगों में योग के प्रति उत्साह और भी बढ़ाया है।
हर देश और समाज में व्यक्ति रहे स्वस्थ
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज योग दिवस पर यह कामना करता हूं कि हर देश, हर समाज और हर व्यक्ति स्वस्थ हो। सब एक साथ मिलकर एक-दूसरे की ताकत बनें। हमारे ऋषियों, मुनियों ने योग के लिए ‘समत्वं योग उच्चते’, यह परिभाषा दी थी। उन्होंने सुख-दुख में समान रहने, संयम को एक तरह से योग का पैरामीटर बनाया था। आज इस वैश्विक त्रासदी में योग ने इसे साबित कर दिखाया है।
लोगों में बढ़ा योग का उत्साह
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के इन डेढ़ वर्षों में भारत समेत कितने ही देशों ने बड़े संकट का सामना किया है। दुनिया के अधिकांश देशों के लिए योग दिवस उनका सदियों पुराना सांस्कृतिक पर्व नहीं है। इस मुश्किल समय में , इतनी परेशानी में लोग इसे आसानी से भूल सकते थे, इसकी उपेक्षा कर सकते थे, लेकिन इसके विपरीत लोगों में योग का उत्साह और बढ़ा है। योग से प्रेम बढ़ा है। पिछले डेढ़ सालों में दुनिया के कोने-कोने में लाखों नए योग साधक बने हैं।
संयम और अनुशासन
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग का पहला पर्याय संयम और अनुशासन को कहा गया है। सब उसे अपने जीवन में उतारने का प्रयास भी कर रहे हैं। जब कोरोना के अदृश्य वायरस ने दुनिया में दस्तक दी थी तब कोई भी देश साधनों से, सामर्थ्य से और मानसिक अवस्था से इसके लिए तैयार नहीं था। हम सभी ने देखा है कि ऐसे कठिन समय में योग आत्मबल का एक बड़ा माध्यम बना। योग ने लोगों में यह भरोसा बढ़ाया कि हम इस बीमारी से लड़ सकते हैं।

चिकित्सकों ने भी योग को बनाया सुरक्षा कवच
उन्होंने कहा कि मैं जब फ्रंटलाइन वारियर से, डॉक्टर से बात करता हूं, तो वे बताते हैं कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उन्होंने योग को भी अपना सुरक्षा कवच बनाया। डॉक्टरों ने योग से खुद को भी मजबूत किया और अपने मरीजों को जल्दी स्वस्थ करने में इसका उपयोग भी किया। आज अस्पतालों से ऐसी कितनी तस्वीरें आती हैं, जहां डॉक्टर, नर्सें मरीजों को योग सिखा रहे हैं। कहीं मरीज अपना अनुभव साझा कर रहे हैं. प्राणायाम, अनुलोम विलोम जैसी ब्रीदिंग एक्सरसाइज से हमारे रेस्पेरेटरी सिस्टम को कितनी ताकत मिलती है, यह भी दुनिया के विशेषज्ञ खुद बता रहे हैं।
यूपी के सीएम योगी ने कहा-योग को जीवन का बनाएं हिस्सा
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा-अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं। योग, भारतीय मनीषा द्वारा विश्व को प्रदान किया गया वह अमूल्य उपहार है जो शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखता है। आइए, आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हम सभी ‘योग’ को अपने जीवन का हिस्सा बनाने का संकल्प लें।
भारत की प्राचीन परंपरा की पहचान है योगः तीरथ
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सभी प्रदेशवासियों को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनायें दी। उन्होंने कहा कि योग भारत की प्राचीनतम और समृद्ध परम्परा की एक पहचान है। पूरी मनुष्यता को हमारे ऋषि-मुनियों की यह महत्वपूर्ण देन है। योग साधना के द्वारा शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरूआत की गई। आज पूरे विश्व में योग को लेकर जागरूकता बढी है। कोविड के दौरान भी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इम्यूनिटी बढाने पर बल दिया। योगाभ्यास से हम इम्यूनिटी को बढा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से अनुरोध किया कि कोरोना काल में योग को अपने दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें।

उत्तराखंड में भी मनाया गया योग दिवस
देशभर के साथ ही देवभूमि उत्तरखंड के अलग-अलग हिस्सों में भी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। आयुष और आयुष शिक्षा विभाग उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय में योगाभ्यास का आयोजन किया। इसमें मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और वन मंत्री हरक सिंह रावत मौजूद रहे और योगाभ्यास किया। योगाभ्यास के दौरान कोविड नियमों का पालन भी किया गया।
आयुष मंत्रालय के स्लोगन ‘घर पर रहकर करें योग, परिवार के साथ करें योग’ के अनुसार सुबह साढ़े छह बजे से यह आयोजन शुरू किया गया। इसमें आम लोग भी Tiny.cc/idywvjune के जरिये आनलाइन जुड़े और योगाभ्यास किया।
2015 से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाने की हुई शुरुआत
गौरतलब है कि 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस या विश्व योग दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद 2015 से इस दिन को दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाया जाने लगा। 21 जून साल का सबसे लंबा दिन होता है और धरती पर सूर्य सबसे ज्यादा समय तक रहता है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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