युवक कनाडा में था इंजीनियर, नशे ने बनाया मानसिक कमजोर, पहुंच गया ऋषिकेश, पिता और भाई पहुंचे हवाई जहाज से
नशा किसी व्यक्ति को कितना बर्बाद कर देता है, इसका उदाहरण इस समाचार में देखने को मिलेगा। कनाडा में इंजीनियर की नौकरी करने वाला युवक नशे की गिरफ्त में ऐसा आया कि मानसिक रूप से ही अस्वस्थ हो गया।

नशा किसी व्यक्ति को कितना बर्बाद कर देता है, इसका उदाहरण इस समाचार में देखने को मिलेगा। कनाडा में इंजीनियर की नौकरी करने वाला युवक नशे की गिरफ्त में ऐसा आया कि मानसिक रूप से ही अस्वस्थ हो गया। वह केरल से ऋषिकेश पहुंच गया। पुलिस की नजर उस पर पड़ी तो उसे सुरक्षित परिजनों के हवाले कर दिया। इस युवक को लेने के लिए उसके भाई और पिता हवाई जहाज से देहरादून पहुंचे।
कोरोनाकाल में उत्तराखंड पुलिस मिशन हौसला के नाम से अभियान चलाकर लोगों की मदद कर रही है। इस दौरान जरूरतमंद को राशन, भोजन, दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर, एंबुलेंस आदि उपलब्ध कराने के साथ ही कोविड से मौत पर लोगों का अंतिम संस्कार भी कर रही है। इसके लिए पुलिस की हर थाना क्षेत्र में कई टीमें निरंतर काम कर रही हैं। साथ ही कोरोना के नियम तोड़ने वालों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक 20 मई को सूचना मिली कि एक युवक संदिग्ध हालत में घूम रहा है। जो सभ्रांत परिवार से मालूम होता है। उसकी भाषा किसी को समझ नहीं आ रही है। इस पर पुलिस युवक को ऋषिकेश कोतवाली ले गई। उससे पूछताछ की गई। इस पर उसने अपना परिचय नाम रवि शंकर पुत्र अजीत कुमार निवासी तिरुमला वेटामुकू, पूजापुरा, तिरुवंतपुरम राज्य केरल के रूप में दिया। इस पर पुलिस ने केरल के तिरुमला वेटामुकू थाने से भी संपर्क कर उक्त युवक के विषय में जानकारी दी गई।
पुलिस ने बताया कि कई बार पूछताछ करने के पश्चात 21 मई कि सुबह उसने अपने पिता का मोबाइल नंबर बताया। इस पर उसके पिता से संपर्क किया गया। जानकारी मिली कि उनका बेटा काफी नशा करने का आदि हो गया है। इस कारण मानसिक रूप से अस्वस्थ है। नशा करने से पूर्व वह बेटा कनाडा में इंजीनियर था। त्रिवेंद्रम के थाना पूजापुरा में रवि शंकर की गुमशुदगी दर्ज हुई थी।
रवि शंकर के पिताजी अजीत कुमार ने बताया कि वह अपने दूसरे बेटे के साथ तत्काल फ्लाइट के माध्यम से ऋषिकेश आ रहे हैं। तब तक आप मेरे बेटे को अपने पास सुरक्षित रखें। इस पर ऋषिकेश पुलिस ने रवि को दो पुलिस कांस्टेबल की निगरानी में रखा। आज दिनांक 22 मई को रवि शंकर के पिता अजीत कुमार अपने बड़े पुत्र के साथ ऋषिकेश कोतवाली पहुंचे। अपने पुत्र रवि शंकर को सकुशल देखकर बहुत ही गदगद हुए। उन्होंने ऋषिकेश पुलिस के की ओर से उनके पुत्र को सकुशल सुपुर्द किए जाने पर देहरादून पुलिस का बहुत-बहुत आभार प्रकट किया।




