चमोली में भारत चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर ग्लेशियर टूटा, कोई हताहत नहीं, 291 लोगों का किया रेस्क्यू
उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क पर मलारी सुमना नामक में ग्लेशियर टूटने की सूचना है। यहां बीआरओ के मजदूर सड़क कटिंग के कार्य में लगे रहते हैं। घटना शुक्रवार दोपहर की बताई जा रही है। मौके की स्थिति को जानने के लिए बीआरओ के अधिकारी कल ही रवाना हो गए थे।
चमोली जिले में जोशीमठ सेक्टर के सुमना क्षेत्र में हिमखंड टूटने के बाद इसकी जद में आए बीआरओ कैंप से 291 जवानों को रेस्क्यू किया गया है। यह जानकारी भारतीय सेना की मध्य कमान ने दी है। वहीं, सुमना टू में हिमखंड टूटने की घटना में नुकसान को लेकर अभी भी प्रशासन के पास कोई सूचना नहीं हैं। हालांकि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ को भी मौके पर रवाना किया गया था। बताया गया कि मलारी हाईवे भी भाबकुंड के पास से बर्फ से बंद है। बीआरओ की टीम भी सड़क मार्ग बंद होने से मौके पर नहीं पहुंच पाई है। सड़क से बर्फ हटाने का काम चल रहा है। दो दिन बाद मौसम साफ होने से राहत मिली है। बताया जा रहा है कि अभी तक क्षेत्र में फंसे 291 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है।
बीआरओ के कमांडर मनीष कपिल के मुताबिक ऐसी सूचना प्राप्त हुई है। इस संबंध में अधिकारी क्षेत्र में संपर्क बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे सही जानकारी का पता लग सके। उन्होंने बताया कि जानकारी मिली है कि भारी बर्फबारी के चलते ग्लेशियर टूटने की खबर है। वहां पहुंचने में काफी समय लग सकता है, क्योंकि कई जगहों पर रास्तों में बर्फ जमी हुई है।
इस सीमा क्षेत्र में सीमा सड़क संगठन की पोस्ट व इसके आसपास आइटीबीपी की पोस्ट तैनात रहती है। मोबाइल व टेलीफोन नेटवर्क कटने के कारण सीमांत क्षेत्र में संपर्क नहीं हो पा रहा है। ग्लेशियर टूटने के कारण किस प्रकार का क्षेत्र में नुकसान हुआ होगा, इसका अभी तक पता नहीं लग पा रहा है। बीआरओ के कमांडर व अन्य अधिकारी सीमावर्ती इलाके के लिए प्रस्थान कर चुके थे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
फिर कठिन दौर न आये.