Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

December 19, 2024

शिक्षण संस्थाएं हुई बंद तो हॉस्टल के छात्रों को विमान से घर भेज रहा ग्राफिक एरा

ग्राफिक एरा ने अपने सभी कॉलेजों के हॉस्टल के छात्रों को हवाई जहाज से घर भेजने की व्यवस्था की है। ये अभिभावकों की इच्छा पर निर्भर है कि वे घर जाना चाहते हैं या फिर हॉस्टल में ही रहेंगे।

प्रदेश के सभी शिक्षण संस्थान बंद होने पर दूर दराज से पढ़ाई के लिए संस्थानों के हॉस्टल में कई छात्र रह रहे हैं। ऐसे में देहरादून में ग्राफिक एरा ने नई पहल की है। देहरादून में ग्राफिक एरा ने अपने कॉलेजों के हॉस्टल के छात्रों को हवाई जहाज से घर भेजने की व्यवस्था की है। ये अभिभावकों की इच्छा पर निर्भर है कि वे घर जाना चाहते हैं या फिर हॉस्टल में ही रहेंगे। कल 19 अप्रैल की सुबह 8 बजे और 10.30 बजे ऐसे छात्र छात्राओं के समूह हॉस्टल से रवाना होंगे। इनमें आंध्र प्रदेश, असम, पटना, वाराणसी, छत्तीसगढ़, बैंगलोर, लखनऊ आदि दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र छात्राएं शामिल हैं।
कोरोना की नई लहर और सरकार के आदेशों के मद्देनजर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन क्लास बंद कर दी गई हैं। छात्रों को उनकी इच्छा के मुताबिक विकल्प दिया गया है। जो जाना चाहें, उन्हें यूनिवर्सिटी के खर्च पर घर भेजा जा रहा है। जो रूकना चाहें उनके लिए सारी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। इसका निर्णय अभिभावकों पर छोड़ा है।
दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, हल्द्वानी, मुरादाबाद, काशीपुर आदि के बच्चों को बसों और कारों से उनके घर भेजा गया है। उनके साथ टीचर या विश्वविद्यालय के अधिकारी साथ जाते हैं। ये व्यवस्था उन छात्र छात्राओं के लिए की गई है जो ऑफलाइन कक्षाएं शुरू होने के कारण यहां पहुंचे थे।
ग्राफिक एरा ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला का कहना है कि हमारे छात्र छात्रायें हमारा परिवार हैं। उनकी सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। आज के माहौल को देखते हुए उन्हें घर सुरक्षित पहुंचाने के लिए यह व्यवस्था की है। जिन राज्यों में कोविड की निगेटिव रिपोर्ट आवश्यक कर दी गई है। वहां के छात्र छात्राओं का टेस्ट कराकर भेजने की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि इस दौर में छात्र छात्राओं को रास्तें में कहीं कुछ ना लेना पड़े, इसके लिए भोजन पानी आदि के पैकेट बनाए गए हैं।

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page