उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, केंद्रीय मंत्री निशंक भी पीछे नहीं

उत्तराखंड के नए सीएम तीरथ सिंह रावत को लेकर आरटीआइ से बड़ा खुलासा हुआ है। वह वर्ष 2019-20 की सांसद निधि में से दिसम्बर 2020 मात्र आठ फीसद धनराशि ही खर्च कर पाए हैं। उनकी सांसद निधि की 92 फीसद निधि डंप पड़ी है। यही नहीं, हरिद्वार से सांसद एवं केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल भी पीछे नहीं हैं। वह तो एक पाई भी खर्च नहीं कर पाए हैं। इस मामले को लेकर विपक्ष उन पर हमलावर हो सकती है।
गौरतलब है कि उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन इसी माह मार्च में किया गया था। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा दिया तो उनके स्थान पर पौड़ी से सांसद तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। वर्तमान में स्थिति ये है कि उत्तराखंड के सांसदों की 2021 के शुरुआत में 32.20 करोड़ की सांसद निधि खर्च होने को शेष है। इसमें 17.68 करोड़ की सांसद निधि लोकसभा सांसदों तथा 14.52 करोड़ की सांसद निधि राज्य सभा सांसदों की शामिल है।
यह हाल तब है जब वर्ष 2020-21 व 2021-22 की सांसद निधि भारत सरकार से स्थगित किए जाने के कारण किसी सांसद को मिली ही नहीं है। वर्तमान मुख्यमंत्री व पौड़ी सांसद तीरथ सिंह रावत की वर्ष 2019-20 की सांसद निधि में से दिसम्बर 2020 तक केवल आठ प्रतिशत धनराशि खर्च हुई है, जबकि हरिद्वार सांसद व केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियल निशंक तो एक भी पाई खर्च नहीं कर सके हैं।
आरटीआई एक्टीविस्ट नदीमउद्दीन ने मांगी थी सूचना
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट ने उत्तराखंड के ग्राम्य विकास आयुक्त कार्यालय से सांसद निधि खर्च सम्बन्धी सूचना मांगी थी। इसके उत्तर में लोक सूचना अधिकारी/अपायुक्त (प्रशासन) हरगोविन्द भट्ट द्वारा अपने पत्रांक सं0 3108 के साथ सांसद निधि खर्च के दिसम्बर 2020 तक विवरण उपलब्ध कराए । जिसके अनुसार दिसम्बर 2020 के अंत तक की उत्तराखंड के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों के सांसद निधि खर्च का विवरण दिया गया है। उत्तराखंड के वर्तमान लोकसभा सांसदों को 2019-20 की ही सांसद निधि मिली है।
अजय टम्टा ने खर्च की 89 फीसद निधि
अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा को ब्याज सहित 250.23 लाख की सांसद निधि स्वीकृति के लिए उपलब्ध हुई है। जिसमें से दिसम्बर 2020 तक 89 प्रतिशत 223.75 लाख की सांसद निधि खर्च हुई है। हरिद्वार सांसद व केन्द्रीय कैबिनेट मंत्री डा. रमेश पोखरियाल को 2019-20 में 250 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है, जिसमें से कोई भी धनराशि खर्च नहीं हुई है। इतना ही नहीं इनके पिछले कार्यकाल की 10 प्रतिशत 71.25 लाख की धनराशि भी खर्च होने को शेष है। पौड़ी सांसद व वर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को 2019-20 की 250 लाख की सांसद निधि मिली है। जिसमें से केवल आठ प्रतिशत 20.25 लाख की धनराशि ही दिसम्बर 2020 तक खर्च हो सकी है।
राज्य सभा सांसद में प्रदीप टम्टा ने खर्च की 86 प्रतिशत निधि
टिहरी सांसद श्रीमति राजलक्ष्मी शाह को 2019-20 में 250 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है, जिसमें से 77 प्रतिशत 192.46 लाख की धनराशि खर्च हो चुकी है। नैनीताल सांसद अजय भट्ट को ब्याज सहित 251.21 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है, जिसमें से 61 प्रतिशत 152.61 लाख की सांसद निधि दिसम्बर 2020 तक खर्च हो सकी है। उत्तराखंड के राज्य सभा सांसदों में प्रदीप टम्टा को 2016-17 में 2019-20 तक ब्याज सहित 1513.11 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है, जिसमें से 86 प्रतिशत 1302.30 लाख की सांसद निधि दिसम्बर 2020 तक खर्च हो चुकी है। पूर्व सांसद राजबब्बर को 2015-16 से 2019-20 तक ब्याज सहित 2286.61 लाख की सांसद निधि उपलब्ध हुई है, जिसमें से 91 प्रतिशत 2084.52 लाख की सांसद निधि खर्च हो चुकी है । राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी को 2018-19 की ब्याज सहित 504.22 लाख की सांसद निधि स्वीकृति हेतु उपलब्ध हुई है। जिसमें से 20 प्रतिशत 102.22 लाख की धनराशि ही दिसम्बर 2020 तक खर्च हो सकी है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
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