गांधी पार्क में कंक्रीट निर्माण का विरोध, एमएनए ने किया निरीक्षण, लोगों को दिया ये आश्वासन

देहरादून में राजपुर रोड स्थित गांधी पार्क में कंक्रीट के निर्माण का विभिन्न संगठन, समाजसेवी और पार्क में नियमित रूप से घूमने वाले वरिष्ठ नागरिकों के साथ ही अन्य लोग विरोध कर रहे हैं। तीन सप्ताह पहले गांधी पार्क में कैंटीन का निर्माण देखकर विरोध शुरू हो गया था। पर्यावरण प्रेमियों ने नगर निगम के अधिकारियों और मेयर से भी गुहार लगाई और वे निर्माण कार्य रोकने में सफल हुए। तब तय किया गया था कि नगर निगम के अधिकारियों की टीम पार्क का दौरा करेगी। लोगों की राय के बाद ही तय किया जाएगा कि निर्माण कार्य कहां होना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब सवाल ये उठता है कि आखिरकार गांधी पार्क में कैंटीन निर्माण से दिक्कत क्यों है। इसके लिए तर्क दिया गया कि गांधी पार्क में वर्षो से स्वास्थ्य लाभ के लिए काफी लोग सुबह सैर के लिए जाते है। वे फूल पौधे के रूप में सौंदर्यकरण का स्वागत करते हैं, लेकिन कैंटीन के नाम पर कंक्रीट के निर्माण को सहन नहीं करेंगे। फिर पार्क एक व्यायाम स्थल है। ना कि मौज मस्ती का केंद्र। व्यायाम से पहले के दो घंटे और उसके बाद कुछ भी खाने पीने सेा लोग परहेज करते हैं। तभी व्यायाम का असली फायदा होता है। वहीं लोगों का कहना है कि कैंटीन बनने से पार्क नशाखोरी का अड्डा बन सकता है। साथ ही पर्यावरण की दृष्टि से भी ये उचित नहीं है। घंटाघर के आसपास ये ही एकमात्र शहर का वो स्थल है, जहां हरियाली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आखिरकार तीन सप्ताह के बाद नगर निगम की मुख्य नगर आयुक्त नमामि बंसल व नगर निगम के अन्य अभियंता पार्क में सैर करने वाले लोगों के साथ निर्माणाधीन कैंटीन स्थल का संयुक्त निरीक्षण किया। इस मौके पर मुख्य नगर आयुक्त को कैंटीन के निर्माण के बाद होने वाली कठनाइयों के बारे में बताया गया। बताया कि पैदल पथ से सटाकर कैंटीन का निर्माण गलत है। इन तर्क पर एमएनए संतुष्ट भी दिखी। उन्होंने आश्वासन भी दिया कि पार्क के घूमने वालो के हितों का ध्यान रखा जाएगा। कैंटीन का निर्माण वहाँ नही किया जाएगा। साथ ही उन्हीने गांधी पार्क के सौंदर्यीकरण के बारे में सुझाव भी मांगे। इस पर लोगों ने कई सुझाव भी दिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये दिए सुझाव
1- बच्चा पार्क कि कैंटीन को ही सुचारु रूप से चलाया जाए व प्रवेश शुल्क न लगाया जाए।
2- बच्चा पार्क के सामने झूलों के स्थान पर प्लास्टिक के सुंदर टिकाऊ झूलो को लगाया जाए।
3- सुलभ शौचालय के साथ वाले गेट को बंद न किया जाय।
4- पार्क में पैदल पथ को छोटा न किया जाय।
5- पार्क में गार्ड की नियुक्ति स्थाई रूप से की जाए।
6- पार्क स्थित जिम की देखभाल ठीक से की जाए।
7- पार्क में बैठने के लिए और बेंच वहाी जाए।
इस मौके पर सैर करने वालों में बैंक यूनियन के पूर्व नेता एवं पर्यावरण प्रेमी और वरिष्ठ नागरिक जगमोहन मेंदीरत्ता, पार्षद रोहन चंदेल, नरेश चंडोक, संदीप मल्होत्रा, हिमांशु अरोड़ा, फ्लीरेंस पांधी, एस एस रजवार, मोहन वर्मा भी उपस्थित थे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो। यदि आप अपनी पसंद की खबर शेयर करोगे तो ज्यादा लोगों तक पहुंचेगी। बस इतना ख्याल रखिए।

Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।