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July 3, 2025

मौका था कॉफी टेबल बुक के विमोचन का, इसमें भी केंद्र और प्रदेश सरकार की पीठ थपथपाते रहे सीएम धामी

बीजेपी शासित किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के किसी भी कार्यक्रम का समाचार पढ़ लो। किसी में आपको नयापन नहीं दिखेगा। पीएम मोदी को लेकर हर एक सीएम को दस से पंद्रह लाइन बोलनी अनिवार्य है। वहीं, फिर समय बचे तो अपनी प्रदेश सरकार के कार्यों का बखान कर लेना है। ऐसे में अब लोगों को भी पता है कि खबर के इंट्रो के बाद आगे खबर क्या होगी। इसका जवाब है कि प्रदेश का विकास सीएम नहीं कर रहे हैं, बल्कि पीएम ही कर रहे हैं। ये ही हर मुख्यमंत्री के भाषण का सार होता है। हालांकि, आपरेशन सिंदूर के बाद जब कई देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया तो वहां विदेशों में अब तक किए गए पीएम के 150 से ज्यादा भ्रमण का कोई लाभ नहीं मिला और फिर 51 सांसदों का दल दुनिया भर के देशों में अपनी बात को समझाने के लिए भेजा गया। नतीजा, ये रहा कि करीब जिन 38 देशों में हमारे सांसद गए। उनमें से भी 11 देश एक कार्यक्रम में पाकिस्तान के साथ खड़े नजर आए। अब उत्तराखंड की बात ही ले लो। यहां के सीएम पुष्कर सिंह धामी का हर भाषण पीएम मोदी के कसीदे पढ़ने के बगैर अधूरा है। यानि उत्तराखंड में हर काम पीएम के निर्देशन में हो रहा है। ऐसा उनके भाषण का सार रहता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वैसे हमारा मानना है कि सरकार को अपने काम गिनाने चाहिए। ताकि लोगों को पता लग सके कि सरकार क्या कर रही है। फिर भी ये काम कार्यक्रम के मुताबिक ही होने चाहिए। अब देखो कि बात फोटोग्राफी की हो रही है। उसमें भी ईरान और तुरान की बातें। यानि ऐसी बातें घुसेड़ दी गई कि जिसका तालमेल उस कार्यक्रम से बनता ही नहीं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फोटोग्राफर भूमेश भारती की कॉफी टेबल बुक ‘एरियल विस्टाज़ ऑफ उत्तराखंड’ का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में भी उन्होंने एलिवेटेड रोड के निर्माण का विषय उठा दिया। हमारी नजर में ये मुद्दे इस कार्यक्रम से मेल नहीं खाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यक्रम में सीएम धामी ने कहा कि जल्द ही दिल्ली देहरादून एलिवेटेड रोड शुरू हो जाने पर राज्य में भारी संख्या में पर्यटकों की आने संभावना को देखते हुए राज्य सरकार नियोजन की चुनौती पर अभी से पूरी सक्रियता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि शहर की ट्रैफिक समस्या और भविष्य की जरूरत को देखते हुए 26 किलोमीटर रिस्पना और बिंदाल एलिवेटेड रोड के लिए केंद्र से अनुरोध किया गया है। सीएम ने बताया कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए फ्लोटिंग पापुलेशन के लिए सुविधाओं की व्यवस्था के लिए नीति आयोग से विशेष ग्रांट का आग्रह किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य हर क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर बढ़ रहा है। हम एसडीजी इंडेक्स में पहले स्थान पर रहे। जीईपी लागू करने वाले सबसे पहले राज्य बने। यूसीसी लागू करने वाले भी सबसे पहले साहसी राज्य बने। हम अपनी 6500 एकड़ से अधिक भूमि अतिक्रमण से मुक्त करवा चुके हैं। राज्य में निरंतर विकास के नवाचार अपनाए जा रहे हैं। इतनी बातें करने के बाद सरकारी प्रेस नोट में असल कार्यक्रम का जिक्र किया गया। जो कार्यक्रम था, उसे पीछे धकेल दिया और उसका जिक्र बाद में हुआ। जो कि हम जैसा प्रेस नोट में दिया गया, वैसा ही लिख रहे हैं। कुछ शाब्दिक त्रुटियों को हम ठीक करने का प्रयास भी करेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ये है प्रेस नोट में
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में फोटोग्राफर भूमेश भारती की कॉफी टेबल बुक “एरियल विस्टाज़ ऑफ उत्तराखंड” का विमोचन किया। कार्यक्रम में उपस्थित छायाचित्रकारों, कला एवं प्रकृति प्रेमियों सहित उपस्थित सभी महानुभावों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भूमेश भारती जी ने 15 वर्षों की अथक साधना, समर्पण और संवेदनशील दृष्टिकोण के साथ उत्तराखंड की प्रकृति और संस्कृति को इस अद्वितीय फोटोग्राफी संकलन द्वारा साकार रूप दिया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि भूमेश केवल एक फोटोग्राफर नहीं हैं, बल्कि वे एक ऐसे कलाकार हैं, जो प्रकृति के सौंदर्य को आत्मा की गहराई से अनुभव करके अपने कैमरे के माध्यम से दुनिया के समक्ष प्रस्तुत करते हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि यह कॉफी टेबल बुक जो भी देखेगाथ। वो न केवल उत्तराखंड की नैसर्गिक सुंदरता से अभिभूत होगा, बल्कि उसे देखने के लिए उत्तराखंड की ओर खींचा चला आएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

नई पर्यटन नीति से डेस्टिनेशन उत्तराखंड होगा स्थापित
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी देवभूमि उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (नोटः पीएम का जिक्र किए बगैर तो भाषण अधूरा है।) के नेतृत्व में हमारी सरकार राज्य में पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में हमने “डेस्टिनेशन उत्तराखंड” को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करने के उद्देश्य से “नई पर्यटन नीति” के अंतर्गत निवेशकों को आकर्षित करने हेतु अनुकूल वातावरण तैयार करने में सफलता प्राप्त की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

राज्य में दो स्पर्चुअल जोन हो रहे तैयारः सीएम
जैसा कि प्रेस नोट में है, उसके अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार राज्य में धार्मिक, साहसिक, ईको-टूरिज्म, वेलनेस टूरिज्म, एग्रो टूरिज्म और फिल्म पर्यटन जैसे विभिन्न क्षेत्रों को विकसित करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। आज जहां एक ओर केदारखंड की भांति मानसखंड कॉरिडोर को भव्य रूप में विकसित किया जा रहा है। वहीं ऋषिकेश और हरिद्वार को योग और आध्यात्मिक केंद्रों के रूप में वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने के उद्देश्य से योजनाबद्ध रूप से कार्य भी किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि इस वर्ष से हमने शीतकालीन यात्रा भी प्रारंभ की है जिसको प्रोत्साहित करने के लिए स्वयं आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी पिछले दिनों हर्षिल- मुखबा के दौरे पर आए थे। हम राज्य में साहसिक पर्यटन जैसे ट्रेकिंग, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, स्कीइंग और माउंटेनियरिंग को बढ़ावा देने के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उत्तराखंड बना मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने राज्य में फिल्म शूटिंग को आसान बनाने के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम भी प्रारंभ किया है। साथ ही हम उत्तराखंड में शूटिंग करने पर फिल्म निर्माताओं को विशेष सब्सिडी और अन्य सुविधाएं भी प्रदान कर रहे हैं। हमारे इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि उत्तराखंड को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट के अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तराखंड देश-विदेश के निवेशकों के लिए एक पसंदीदा पर्यटन स्थल बनता जा रहा है। हाल ही में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से हमारे चार गांवों जखोल, हर्षिल, गूंजी और सूपी को “सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार” से सम्मानित किया गया है। हमारी सरकार उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प” को पूर्ण करने हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ निरंतर कार्य कर रही है। कार्यक्रम में अपर सचिव मुख्यमंत्री बंशीधर तिवारी, दून विश्वविद्यालय की वीसी सुरेखा डंगवाल, वरिष्ठ पत्रकार सतीश शर्मा, प्रदेशभर से आए फोटोजर्नलिस्ट मौजूद रहे।
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Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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