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September 11, 2025

ग्राफिक एरा में थैलेसीमिया पर कार्यशाला, बताए गए बीमारी के लक्षण और ईलाज के तरीके

ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में थैलेसीमिया से संबंधित विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। मौका था विश्व थैलेसीमिया दिवस का। इस मौके पर विशेषज्ञों ने छात्र-छात्राओं को थैलेसीमिया से जुड़े विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी। इस मौके पर इस बीमारी के लक्षण और उपचार के बारे में जानकारी दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यशाला में ग्राफिक एरा इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज के हेमेटोलॉजिस्ट व ब्लड कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. (कर्नल) जसजीत सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि थैलेसीमिया कोई श्राप नहीं बस एक बीमारी है। अगर सही वक्त पर इसका इलाज करवाया जाए तो या जल्दी ठीक हो सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

डॉ. सिंह ने छात्र-छात्राओं से थैलेसीमिया के कारण, लक्षण और आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों पर बात की और उनसे लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया। पैथोलॉजी विभाग की डॉ. विभा गुप्ता ने थैलेसीमिया के रोकथाम के उपायों पर प्रकाश डाला। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने प्रेरणादायक नाटक प्रस्तुत किए। इसमें छात्र-छात्राओं ने थैलेसीमिया रोगियों की समस्याओं और सामाजिक सहयोग की आवश्यकताओं को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया। इनमें थ्रेड्स आफ रेड (अनामिका, मनीषा रतूड़ी , दिव्या राज, तेरेज़, स्टेयूज) ने पहला, द ब्लड वी शेयर ( डेस्टेरिया, जोएल, ओथमैन , एबी, रिकी) ने दूसरा और नुक्कड़ नाटक ऑन थैलेसीमिया (निकिता, जुबेर, फिरोज , अंजलि और बुलबुल) ने तीसरा स्थान हासिल किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कार्यशाला का आयोजन पैरामेडिकल विभाग ने किया। कार्यशाला में पैरामेडिकल विभाग के एचओडी डॉ. रिंकू यादव के साथ ही डॉ. तान्या गोयल, डॉ. उपासना जोशी, डॉ. अनन्या बरनवाल और छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
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Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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