भर्ती परीक्षाओं के घोटाले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर युवा उक्रांद का धरना जारी, सरकार पर आंदोलन तोड़ने का आरोप
धरने के दौरान यूकेडी की जिला कार्यकारी अध्यक्ष किरण रावत ने कहा सरकार की पूरी कोशिश है कि इस आंदोलन को किसी तरह दबा दिया जाए। इसके लिए जितनी कोशिश की जाएगी, उससे दोगुनी ताकत के आंदोलन खड़ा होगा। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक युवा सड़कों पर है। पूर्व केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि युवा प्रकोष्ठ इस आंदोलन को अंजाम तक पहुंचायेगा। यदि शीघ्र सीबीआइ जाँच नहीं की जाती है तो उक्रांद आमरण अनशन के लिए बाध्य होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर युवा प्रकोष्ठ की क्षेत्रीय प्रचार सचिव प्रीति थपलियाल ने कहा कि हमने सिर्फ सीबीआइ जांच की मांग की थी, किंतु मुख्यमंत्री सीबीआई जांच के आदेश में नहीं दे पा रहे हैं। कई सफेदपोश के नाम पर्दे के पीछे होने के कारण सरकार ऐसा नहीं कर पा रही है। यही वजह है कि सरकार और पुलिस मिलकर व्यापारियों के नाम पर हमारे धरने को दबाने की साजिश रच रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पुलिस के रवैये का केंद्रीय उपाध्यक्ष सुनील ध्यानी व युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बिष्ट ने कड़ा विरोध किया। धरने पर बैठने वालों में सुरेंद्र कुकरेती, प्रवीन रमोला, जय प्रकाश उपाध्याय, शांति प्रसाद, दीपक रावत, दीपक मधवाल, अशोक नेगी, मोहन सिंह अस्वाल, वीरेंद्र थापा, रविंद्र ममगई, प्रवीण रमोला, लुसुन टोडरिया, प्रमिला रावत, सुनील ध्यानी, रविंद्र ममगाई, वीर सिंह रावत आदि शामिल थे।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।