हारने पर भी इतिहास बना गए यशवंत सिन्हा, राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में तीसरे सबसे अधिक वोट पाने वाले विपक्ष के प्रत्याशी
Congratulations to Smt Droupodi Murmu on being elected the new #PresidentofIndia
Kudos to @YashwantSinha for a battle fought with energy, conviction & grace
With 36% votes?Sinha Ji becomes Opposition candidate with the THIRD HIGHEST PERCENTAGE OF VOTES in Prez Election history pic.twitter.com/tCW51bY9PZ
— Derek O’Brien | ডেরেক ও’ব্রায়েন (@derekobrienmp) July 21, 2022
सन 1952 से अब तक हुए 15 राष्ट्रपति चुनावों में विपक्ष के प्रत्याशियों को औसत 22.18 प्रतिशत वोट मिले हैं। यशवंत सिन्हा तीसरे ऐसे उम्मीदवार हैं जिन्हें सर्वाधिक वोट मिले। यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत के लिए द्रौपदी मुर्मू को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि हर भारतीय उम्मीद करता है कि 15वें राष्ट्रपति के रूप में वे बिना किसी डर या पक्षपात के संविधान की संरक्षक के रूप में कार्य करेंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राष्ट्रपति चुनाव 2022 में विजयी होने पर मैं श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बधाई देता हूँ।
देशवासियों को उम्मीद है कि 15वें राष्ट्रपति के रूप में वो बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान की संरक्षक के रूप में जिम्मेदारी निभाएंगी। pic.twitter.com/tphTZe2QoM
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 21, 2022
यशवंत सिन्हा ने एक बयान में विपक्षी दलों के नेताओं को इस चुनाव में उन्हें अपना उम्मीदवार बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं निर्वाचक मंडल (इलेक्टोरल कॉलेज) के सभी सदस्यों को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मुझे वोट दिया। मैंने विपक्षी दलों के प्रस्ताव को पूरी तरह से भगवद गीता में भगवान कृष्ण द्वारा दिए गए कर्म योग के उस उपदेश के आधार पर स्वीकार किया कि फल की उम्मीद के बिना अपना कर्तव्य करते रहो। उन्होंने कहा कि मैंने अपने देश के प्रति अपने प्रेम के कारण अपना कर्तव्य पूरी ईमानदारी से निभाया है। मैंने अपने अभियान के दौरान जो मुद्दे उठाए थे, वे प्रासंगिक हैं।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।