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February 5, 2025

कागज में लिख डालो किसी मिठाई का नाम, फिर देखो देगा वही स्वाद, जानिए क्या है सच

यहां हम आपको अब ऐसी ही हाथ की सफाई का तरीका बताने जा रहे हैं कि सामने वाला भ्रमित हो जाएगा। वह कागज में जिस मिठाई का नाम लिखेगा, उसे उस कागज को चाटने से उसी मिठाई का स्वाद महसूस होगा।

लोकसाक्ष्य की ओर से समय समय पर विज्ञान और हाथ की सफाई के कारनामे बताए जाते हैं। जिसे पढ़कर बच्चों से लेकर बड़े तक जागरूक हो सकें। फिर भी हम यही कहेंगे कि ऐसे प्रयोग करने के लिए हाथ की सफाई और निरंतर अभ्यास जरूरी है। यहां हम आपको अब ऐसी ही हाथ की सफाई का तरीका बताने जा रहे हैं कि सामने वाला भ्रमित हो जाएगा। वह कागज में जिस मिठाई का नाम लिखेगा, उसे उस कागज को चाटने से उसी मिठाई का स्वाद महसूस होगा। यही नहीं सुगंध भी उसी मिठाई की आएगी।
सामग्री और विधि
सेक्रीन पाउडर, कागज, पैन इस प्रयोग के लिए आवश्यक हैं। सबसे पहले हम अपने हाथ की सूचिका अंगुली पर अच्छी तरह से सेक्रीन लगा लेते हैं। फिर कागज के एक टुकड़े को किसी व्यक्ति को पकड़ाकर उसमें मन पसंद की मिठाई नाम लिखने को कहते हैं। फिर उस व्यक्ति को आंख बंद करने को कहते हैं। साथ ही कागज में मिठाई का नाम पढ़ते समय चुपके से अंगुली में लगी सेक्रीन को कागज पर अच्छी तरह लगा लेते हैं।

अब उस व्यक्ति को भ्रमित करने के लिए उसे कहते हैं कि जिस मिठाई का उसने नाम लिखा उसका ध्यान करे। बंद आंखों से मिठाई के बारे में सोचे। मिठाई का बार बार उसे स्मरण करने और ध्यान लगाने से वह मानो उसी मिठाई के स्वाद में खो जाता है। ऐसे में हो सकता है कि उसके मुंह में लार भी आ जाए। उसके मुंह, जीभ में लार लाना एक किस्म से जरूरी है। इसीलिए बातों से उससे मिठाई की खासियत और स्वाद पर चर्चा करना जरूरी है। कुछ देर तक उसे बातों में उलझाकर जब उसकी जीभ में कागज के टुकड़े का स्पर्श कराते हैं तो उसे उसी मिठाई के स्वाद का अहसास होने लगता है।
तथ्य और सावधानियां
यह प्रक्रिया स्वाद के भ्रम पर आधारित है। कागज में सेक्रीन लगाने से पहले हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोना भी जरूरी है। इस समय कोरोनाकाल चल रहा है। ऐसे में किसी को स्पर्श करने से बचें। शारीरिक दूरी बना कर रखें। ऐसे प्रयोग को स्थिति सामान्य होने के बाद ही करें। तब तक प्रयोग पढ़कर सीख लें और इसका निरंतर अभ्यास करें। साथ ही इस खबर का लिंक सेव कर लें। दोस्तों और पहचान वालों को शेयर करें।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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