कुश्ती के फाइनल में रेसलर रवि कुमार हारे, भारत को मिला रजत पदक, कांटे का हुआ मुकाबला, दीपक कांस्य से चूके
टोक्यो ओलंपिक में 57 किलोग्राम वेट कैटेगिरी में भारत के रेसलर रवि कुमार फाइनल में रूस के पहलवान जवुर उगुवेय से हार गए। इसके साथ ही उन्हें रजत पदक जीतकर संतोष करना पड़ा। बाउट शुरू होते ही जाउर और रवि कुमार दहिया और जवुर उगुवेय के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। इसमें रवि कुमार 7-4 से हार गए। वहीं दीपक पूनिया कांस्य पदक के मुकाबले में हार गए।
भारतीय रेसलर रवि दहिया ने टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए चौथा ओलंपिक मेडल जीता। इससे पहले वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने रजत, बैडमिंटन में पीबी सिंधु ने कांस्यऔर भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता। बुधवार सेमीफाइनल में रवि कुमार दहिया ने फ्रीस्टाइल 57 किलोग्राम वेट कैटगरी में उन्होंने कजाकिस्तान के पहलवाल सनायेव नूरिस्लाम को हराकर फाइनल में जगह बनाई और भारत के लिए सिल्वर मेडल पक्का कर दिया.
जवुर उगुवेयदो बार के 2018 और 2019 के वर्ल्ड चैंपियन भी रह चुके हैं। जाउर को रूस का बेस्ट रेसलर माना जाता है। जाउर ने अबतक कुल 15 अंतराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया है, जिसमें से 14 में पदक जीता है। इन 14 पदकों में उन्होंने 12 बार गोल्ड पर कब्जा जमाया है। वहीं भारतीय रेसलर रवि दहिया ने 2020 और 2021 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। उन्होंने 2018 में अंडर-23 चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल और 2019 वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।
भारत के पहलवान रवि दहिया और रूसी जवुर उगुवेय का ओलंपिक के पहले भी एक-दूसरे का सामना कर चुके हैं। दोनों इससे पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप 2019 में एक-दूसरे से भिड़ चुके हैं। उस मुकाबले में रवि ने उगुएव को कड़ी टक्कर दी थी पर मुकाबला 6-4 से हार गए थे।
इतिहास रचने से रह गए
ओलंपिक में हॉकी के बाद रेंसलिंग ही वह खेल है जिसमें भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है। भारत ने अबतक रेसलिंग में कुल पांच पदक जीते है। सबसे पहला मेडल 1952 हेलसिंकी ओलंपिक में केडी जाधव ने पदक जीता, फिर लंबे इंतजार के बाद 2008 बीजिंग ओलंपिक में सुशील कुमार ने ब्रॉन्ज और 2012 लंदन ओलंपिक में सिल्वर, लंदन ओलंपिक में योगेश्वर दत्त ने ब्रॉन्ज और 2016 रियो ओलंपिक में साक्षी मलिक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता।
दीपक पूनिया
प्री क्वार्टर फाइनल में हारी विनेश फौगाट
कुश्ती में अपने प्री क्वार्टर फाइनल मुकाबले में भारत की विनेष फौगाट बेलारूस की वनेसा कालादजिंस्की से हार गईं। शुरु के तीन मिनट में विनेश 2-5 के अंतर से पिछड़ रही थी। इससे सवा मिनट के बाद 7-2 से पिछड़ गई। इस दौरान जो दो प्वाइंट कालादजिंकी को मिले, उसे विनेश के कोच ने चैलेंज किया। रेफरल में फैसला विनेश के पक्ष में गया और प्वाइंट 5-3 हो गए। यहां विनेश दो अंक से पीछे थी। इसके बाद विनेश दो प्वाइंट और गंवा बैठी और स्कोर 7-3 हो गया। इसके बाद कालादंजिकी ने चित्त लगा दी।
इससे पहले विनेश ने महिलाओं के फ्रीस्टाइल 53 किग्रा में अपना पहला मुकाबला जीतकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। विनेश ने अपने पहली ही बाउट में स्वीडन की सोफिया मैगडेलेना मैटसन को 7-1 से हराया। रियो ओलंपिक 1016 में विनेश फौगाट पचोटिल होकर ओलंपिक से बाहर हो गई थी। तब क्वार्टर फाइनल मुकाबले के दौरान उनका घुटना फ्रैक्चर हो गया था और वह कराहते हुए मैट से लौटी थीं।
अंशु मलिक हारीं
वहीं, पहलवान अंशु मलिक को कांस्य पदक के मैच में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। उन्हें रेपचेज राउंड में हार का सामना करना पड़ा। रेपचेज के मुकाबले में उन्हें रूस ओलंपिक समिति की वैलेरिया कोबलोवा ने उन्हें 5-1 से हरा दिया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।