उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान के अवसर पर कार्यशाला, विशेषज्ञों ने छात्रों के करियर संबंधी दी जानकारी
उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र की ओर से उत्तराखंड राज्य के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान के अवसरों के लिए एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया गया। ये कार्यक्रम यूसर्क के डिजिटल लर्निंग प्लेटफार्म के अंतर्गत भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान आईआईएसईआर मोहाली के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यशाला में उत्तराखंड के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा एवं शोध कार्यो में प्रवेश एवं उनके करियर के लिए विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान के अवसर विषयक पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डा.) अनीता रावत ने कहा कि यूसर्क की ओर से आईआईएसईआर मोहाली के साथ मिलकर राज्य के विद्यार्थियों को उनके शिक्षण एवं शोध कार्यो के लिए सही स्थान एवं उचित मार्गदर्शन प्राप्त हो सकेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होने कहा कि यूसर्क का प्रयास है कि राज्य एवं राज्य के बाहर भी विभिन्न उच्च स्तरीय शिक्षण एवं शोध संस्थानों का लाभ उत्तराखंड राज्य के विद्यार्थियों को प्राप्त हो। साथ ही उनको उनकी रूचि के अनुरूप करियर बनाने हेतु विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त हो।आईआईएसईआर मोहाली के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. अमित कुलश्रेष्ठ ने आईआईएसईआर की ओर से संचालित विभिन्न बैचलर एवं मास्टर प्रोग्राम, पीएचडी प्रोग्राम आदि में प्रवेश से जुड़ी विभिन्न जानकारियों को साझा किया। साथ ही विद्यार्थियों के प्रश्नों का समाधान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रो. कुलश्रेष्ठ ने आईआईएसईआर में करियर की सम्भावनाओं पर भी विस्तार से बताया। कार्यक्रम में यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने कहा कि राज्य के विद्यार्थियों के लिये आईआईएसईआर, जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश निसंदेह उनको लाभ प्रदान करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम में आईआईएसईआर के विशेषज्ञ प्रोफेसर डा. बदधराज श्रीनिवासन, डॉ. विद्या देवी नेगी ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में डॉ. मंजू सुन्दरियाल, डॉ. भवतोष शर्मा, डॉ. राजेन्द्र सिंह राणा, सहित उत्तराखंड राज्य के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के 200 से अधिक छात्र छात्राओं, शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।