पति की हत्या में महिला और उसका प्रेमी गिरफ्तार, बच्चे को भी महिला ने बताया प्रेमी का
उत्तराखंड के उधमसिंह जिले में दीपावली की रात गोली मारकर की गई एक व्यक्ति की हत्या में पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का दावा है कि महिला ने ही पति को रास्ते से हटाने के लिए प्रेमी की मदद से हत्या की। इस मामले में हत्या में प्रयुक्त तमंचा और खोखा भी बरामद कर लिया गया।
मामाला उधमसिंह नगर के केलाखेड़ा के गांव रम्पुरा काजी का है। यहां दिवाली की रात जसवंत सिंह की कनपटी पर उस समय गोली मारी गई, जब वह पत्नी सुरजीत कोर और दो बच्चों के साथ सो रहे थे। साथ ही शव के निकट धमकी भरा पत्र और सफेद टोपी भी हत्यारा छोड़ गया था।
इस मामले में जांच में जुटी पुलिस भी हैरान थी कि हत्या का पता पत्नी को उस समय कैसे नहीं चला। जबकि वह बगल में सो रही थी। जब पुलिस ने सख्ती से पूछा तो महिला ने हत्या की कहानी बयां कर दी।
इस पर पुलिस ने सुरजीत कौर के साथ ही उसके प्रेमी रणजीत सिंह निवासी गांव भोगपुर डेम गुरुद्वारा तीरथनगर पतरामपुर (जसपुर) को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर तमंचा, खोखा और धमकी भरे मिले पत्र की डायरी भी बरामद कर ली है।
शादी में हुई थी मुलाकात और अंजाम हत्या पति की हत्या कराने तक पहुंचा
मृतक की पत्नी सुरजीत कौर और रणजीत सिंह के बीच कई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों की मुलाकात एक शादी में हुई थी। दोनों के बीच दोस्ती हुई और दोस्ती प्यार में बदली। इसकी भनक महिला के पति को लग गई थी। दोनों मिल नहीं पा रहे थे। जिसके बाद दोनों ने हत्या की योजना बनाई। वहीं पुलिस ने बताया कि मामले को उलझाने के लिए प्रेमी ने हत्या करने के बाद धमकी भरा प त्र और सफेद टोपी को शव के निकट छोड़ दिया। पुलिस के मुताबिक रणजीत सिंह ने पत्र भी अपने भतीजे से लिखवाया। पुलिस ने उस डायरी को भी बरामद कर लिया, जिससे पन्ना फाड़कर पत्र लिखा गया था।
भाई की संतान को लिया था गोद
जसवंत सिंह की कई साल तक संतान नहीं हुई। इस पर उसने अपने भाई मलकीत सिंह के बेटे को गोद लिया। इसके बाद उसका भी बेटा हुआ। जिसे सुरजीत कौर प्रेमी का बेटा बता रही है। जसवंत सिंह मजदूरी के लिए घर से बाहर जाता रहता था। इस दौरान रणजीत सिंह सुरजीत से मिलने आता जाता रहता था।
ये थे जांच टीम में शामिल
पुलिस जांच टीम में एसओ प्रभात कुमार, एसआई मनोज कोठारी, सुशील कुमार
संजय कुमार, मनोहर चंद्र, ओमप्रकाश, देवेंद्र सिंह राजपूत, जगदीश सिंह, तोर
त्रिलोक सिंह, जसविंदर सिंह, गिरीश कांडपाल, जरनैल सिंह शामिल रहे।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।