नैतिकता की सीख दूसरो को देने के बजाय कांग्रेसी घर से क्यों नही करते पहल: मनवीर सिंह चौहान

चौहान ने कहा कि कांग्रेस दुविधा की स्थिति मे है और सुप्रीम कोर्ट से मामला खारिज होने के बाद न तो फैसले का स्वागत कर पा रही है और न ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की मुहिम को अच्छा बता पा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने नैतिकता का पालन करते हुए मामले की निष्पक्ष जाँच करायी और नतीजा सामने है। अब नैतिकता की मिशाल कांग्रेस को पेश करनी है। जिन्होंने भ्रष्टाचार को फैलाया और जिन्होंने देखकर आँखे मूंद ली उन पर कार्यवाही करें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चौहान ने कहा कि कांग्रेस तो भ्रष्टाचार के बाद भी उपदेशक बन जाती है। पूर्व विस अध्यक्ष कुंजवाल आज भी स्वीकार नही करते कि उन्होंने गलत किया और वह इसे विशेषाधिकार बताते रहे है। वहीं पूर्व सीएम घपले घोटालों पर आँखे बन्द करते रहे और जब पकड़े गए तो इसे विपक्ष की साजिश करार दे दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को एक राय होकर उन नेताओं के खिलाफ कार्यवाही के लिए नैतिकता के आधार पर रायसुमारी करनी चाहिए, जिससे एक अच्छी परंपरा बन सके।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।