उत्तराखंड में कम मतदान से किसे नुकसान, सबके अपने अपने गणित, सरकार से नाराज होकर बहिष्कार के मामले बढ़े
देहरादून में सिविल डिफेंस के चीफ वार्डन व ग्राफिक एरा समूह के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने अपने परिवार के साथ बूथ पहुंचकर मतदान किया
उत्तराखंड में 19 अप्रैल को लोकसभा की पांचों सीटों के लिए सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान हुआ। हालांकि, कुछ स्थानों पर शाम को ज्यादा लोगों के पहुंचने से मतदान कुछ देर तक भी चला, लेकिन फिर भी कहा जा सकता है कि पिछले लोकसभा चुनाव 2019 के मुकाबले इस बार वोट कम पड़े। ऐसे में कम मतदान से किसे नुकसान होगा, इसे लेकर सबके अपने अपने गणित हैं। बीजेपी जहां तीसरी बार नरेंद्र मोदी के पीएम बनने का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस ने दावा किया कि इस बार लोगों के दिमाग में मुद्दे रहे। मोदी लहर का कहीं असर नहीं देखा गया। वहीं, समस्याओं का समाधान ना होने से गुस्साए ग्रामीणों की ओर से मतदान के बहिष्कार के मामले इस चुनाव में ज्यादा देखे गए। यदि यहीं से गणित लगाया जाए तो साफ समझा जा सकता है कि लोग राज्य सरकार से नाराज हैं और इसका खामियाजा बीजेपी को हो सकता है। हालांकि, कम मतदान का नुकसान किसे होगा, इसका सही अंदाजा लगाना मुश्किल है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस बार राज्य का औसत मतदान 53. 56 फीसद
इस बार उत्तराखंड में औसत मतदान 53.56 फीसद रहा। ये आंकड़े शाम पांच बजे के बाद जारी रिपोर्ट के हैं। हो सकता है इसमें कुछ बढ़ोत्तरी हो जाए। वहीं, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में शाम पांच बजे के बाद की रिपोर्ट में राज्य में औसत मतदान 58.01 रहा था। इससे साफ है कि इस बार मतदाताओं ने मतदान केंद्र तक पहुंचने में ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया। यदि संसदीय क्षेत्र की बात करें तो नैनीताल सीट पर 59.36, हरिद्वार सीट पर 59.01, अल्मोड़ा सीट पर 44.43, टिहरी सीट पर 51.01, गढ़वाल सीट पर 48.79 फीद मतदान हुआ। वर्ष 2019 में गढ़वाल सीट पर मतदान का प्रतिशत 55.17 फीसद था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
चुनाव बहिष्कार के मामले बढ़े
प्रदेश के चार जिलों में बुनियादी सुविधाएं न मिलने से नाराज होकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया है। प्रदेश में 2019 के मुकाबले इस बार मतदान प्रतिशत गिरने के साथ ही मतदान बहिष्कार में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। 2019 में जहां 10 स्थानों पर चुनाव का बहिष्कार हुआ था, वहीं इस बार के चुनाव में यह आंकड़ा 25 को पार कर गया है। वहीं, लोगों में चुनाव के प्रति ज्यादा उत्साह नहीं देखा गया। अल्मोड़ा और गढ़वाल संसदीय सीट के लिए मतदान का आंकड़ा 50 फीसद से भी कम रहा। इसमें ये बात भी गौर करने लायक है कि जिन बूथों पर बीजेपी को ज्यादा वोट मिलते थे, वहां भी वोट डालने के लिए कम लोग ही घरों से निकले। ऐसे में लोगों का गुस्सा किसके प्रति रहा, ये चार जून को मतगणना वाले दिन ही पता चलेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन इलाकों में किया गया बहिष्कार
चकराता क्षेत्र में द्वार और बिशलाड़ खत के 12 गांवों के ग्रामीणों ने मतदान नहीं किया। छह मतदान स्थलों पर सुबह 7.00 बजे से लेकर शाम 5.00 बजे तक सन्नाटा पसरा रहा। चमोली जनपद में आठ गांवों के ग्रामीणों ने मतदान से दूरी बनाए रखी। निजमुला घाटी के ईराणी गांव में मात्र एक ग्रामीण का वोट पड़ा। पाणा, गणाई, देवराड़ा, सकंड, पंडाव, पिनई और बलाण गांव में ग्रामीणों ने मतदान नहीं किया। कर्णप्रयाग के संकड, आदिबदरी के पड़ाव, नारायणबगड़ के मानूर और बेड़गांव के ग्रामीण मतदान से दूर रहे। थराली के देवराड़ा और देवाल के बलाड़ में मतदान का पूर्ण बहिष्कार किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पौड़ी जिले के विकासखंड पाबौ के मतदान केंद्र चैड़ में मतदाता वोट डालने के लिए नहीं निकले। इसकी जानकारी लगने पर आनन-फानन में निर्वाचन विभाग की टीम गांव पहुंची और ग्रामीणों से वोट डालने की अपील की। काफी मान-मनौव्वल के बावजूद सिर्फ 13 ग्रमाीणों ने ही मतदान किया, जिसमें दो मत कर्मचारियों के पड़े। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में तीन बूथों पर मतदान का बहिष्कार किया गया। देर शाम तक मनाने का प्रयास हुआ, लेकिन निर्वाचन की टीम नाकाम रही। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राजीव महर्षि ने किया कांग्रेस ने किया जीत का दावा
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य मीडिया समन्वयक राजीव महर्षि ने सभी मतदाताओं, निर्वाचन में लगे कार्मिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश की जनता के व्यापक हित में क्षेत्रीय, प्रादेशिक और राष्ट्रीय महत्व के विषयों को पूरे चुनाव अभियान में विमर्श के केंद्र में रख कर लोगों को जागरूक किया। खासकर उत्तराखंड की अस्मिता से हो रहे खिलवाड़ के खिलाफ़ मुखरता से बात उठाई। कांग्रेस भविष्य में भी उत्तराखंड की अस्मिता की रक्षा के लिए निरंतर संघर्ष ज़ारी रखेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महर्षि ने कहा कि तमाम अवरोधों के बावजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिस मुस्तैदी के साथ सत्तारूढ़ दल के कुप्रचार और जनता को भ्रमित करने के अभियान के विरुद्ध लोहा लिया, वह बेहद उत्साहजनक रहा है। उन्होंने प्रदेश की सभी सीटों पर कांग्रेस को आशीर्वाद देने वाले मतदाताओं का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए विश्वास दिलाया कि जनहित के हर मुद्दे पर कांग्रेस हमेशा जनता जनार्दन के साथ खड़ी होगी और अपने दायित्व का ईमानदारी से निर्वहन करेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महर्षि ने कहा कि कांग्रेस ने पूरी सात्विकता से चुनाव लड़ा, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा ने धनबल का भौंडा प्रदर्शन किया। प्रदेश की जनता ने भी इस बात को शिद्दत के साथ महसूस किया है। उन्होंने प्रदेश की जनता को भरोसा दिलाया है कि कांग्रेस हर स्थिति में जनता के साथ खड़ी होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजे भी कांग्रेस के पक्ष में आएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जनता में नहीं दिखा मोदी मैजिकः धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य की पांचों लोकसभा सीटों पर मतदाताओं का रुझान कांग्रेस के पक्ष में दिखाई पड़ा और पांचों सीटों पर कांग्रेस की जीत की संभावनाएं प्रबल हैं। उन्होंने बताया कि राजपुर, कैंट व धर्मपुर विधानसभा सीटों पर बूथों का जायज़ा लेकर उन्होंने मतदाताओं से बातचीत की। अधिकांश लोग परिवर्तन की बात कर रहे थे। किसी भी बूथ पर मोदी मैजिक जैसी कोई बात दिखाई नहीं दी। इसके विपरित लोग अंकिता भंडारी हत्याकांड , भर्ती घोटाले व अग्निवीर की बात अवश्य कर रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारी बहुमत से जीतेगी कांग्रेस
देहरादून में राजपुर सीट से पूर्व विधायक राजकुमार और देहरादून महानगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने प्रदेश में शांतिपूर्ण मतदान के लिए केन्द्रीय निर्वाचन आयोग, राज्य निर्वाचन आयोग, स्थानीय शासन-प्रशासन तथा मतदान में लगे कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में प्राप्त मतदान के रूझान सुबह से ही मिलने शुरू हो गए थे। कांग्रेस प्रत्याशियों के प्रति मतदाता के उत्साहपूर्ण व्यवहार से स्पष्ट है कि कांग्रेस पार्टी को लोकसभा चुनावों में भारी बहुमत से विजय प्राप्त होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मोदी को तीसरी बार पीएम बनाने में जनता में उत्साहः धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के अंतर्गत राज्य में प्रथम चरण में संपन्न हुए लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने अमूल्य मत का प्रयोग करने वाले सभी सम्मानित मतदाताओं का सहृदय आभार। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार देवभूमि उत्तराखण्ड में युवाओं, मातृशक्ति और वरिष्ठजनों ने मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया वह मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के प्रति जनउत्साह को परिलक्षित करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
टिहरी सांसद ने जताया मतदाताओं का आभार
टिहरी सांसद रानी माला लक्ष्मी ने भाजपा के पक्ष मे उत्साहपूर्ण मतदान के लिए मतदाताओं का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि चुनाव मे जिस तरह युवाओं, मातृशक्ति और वरिष्ठजनों ने मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया वह मोदी जी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए उत्साह को प्रदर्शित करता है। देवभूमि की जनता पीएम मोदी को देश की कमान सौंपने का जनादेश दे चुकी है।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।




