नया सा लक्ष्य बनाकर नव-वर्ष का स्वागत कीजिए-अंजली चंद
नया सा लक्ष्य बनाकर नव-वर्ष का स्वागत कीजिए
बीते खट्टे मीठे पलों को अब यादें बना लीजिए,
तारीखों के बदलने से नया साल आ गया मगर ख्वाहिशें कुछ अधुरी है उन्हें पूरा कीजिए,
खुद के हौसलों को कर बुलंद इतना कि अपनी नयी सी पहचान दीजिए,
नया सा लक्ष्य बनाकर नव-वर्ष का स्वागत कीजिए
नया कोई काम करना हो तो संकल्प की दृढ़ता से हर मुश्किल आसान कर लीजिए,
बदलाव अगर चाहते हो तो पहला प्रयास खुद पर कीजिए,
सोच अगर बदलनी है तो क़दम पहले जागरुकता की तरफ़ बड़ा दीजिए,
नया सा लक्ष्य बनाकर नव-वर्ष का स्वागत कीजिए
भुलाना अतीत को असम्भव कल्पना है मगर वर्तमान में ढ़लने का संकल्प लीजिए,
अपने सपनों में उम्मीदों के पर लगाकर नयी सी उमंग के साथ चल दीजिए,
मुश्किलें तो बस हमें अजमाती है, अगर विजय की चाह है तो चुनौतियाँ सारी स्वीकार कर लीजिए,
नया सा लक्ष्य बनाकर नव-वर्ष का स्वागत कीजिए
कवयित्री का परिचय
नाम – अंजली चन्द
निवासी – बिरिया मझौला, खटीमा, जिला उधम सिंह नगर, उत्तराखंड।
लेखिका uksssc /ukpsc की तैयारी कर रही हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।