किसानों के बच्चों को शिक्षा के लिए सुविधाएं देंगे: डॉ घनशाला

ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में संस्थापक अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने तिरंगा फहराते हुए कहा कि जय जवान और जय किसान के नारे को सार्थक करने के लिए किसानों के बच्चों को भी शिक्षा क्षेत्र में सुविधाएं देनी जरूरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून स्थित ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में ध्वजारोहण के बाद समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ कमल घनशाला ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पूरी दुनिया को अहसास करा दिया है कि भारत तकनीक के मामले में कितना आगे है। इस ऑपरेशन में जिस तरह भारत ने अपनी क्षमता और शक्ति दिखाई है, उसके बाद देश को विदेशों से युद्ध के सामान के ऑर्डर मिलने लगे हैं। अब भारत बदल गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि आज का भारत न केवल अपनी गौरवशाली परंपराओं पर गर्व करता है, बल्कि आधुनिक तकनीकी प्रगति के साथ विश्व मंच पर अपनी सशक्त पहचान बना रहा है। अत्याधुनिक हथियारों से लेकर साइबर युद्धक क्षमता तक, हमारी सेनाएं हर चुनौती का डटकर सामना करने में सक्षम हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ घनशाला ने राष्ट्रसेवा की दिशा में ग्राफिक एरा के योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ग्राफिक एरा काफी शहीद सैनिकों के बच्चों और अपने चतुर्थ क्षेणी कर्मचारियों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहा है। जय जवान जय किसान के नारे को सार्थक करने के लिए अब छोटी काश्त वाले किसानों के बच्चों को भी शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने की योजना बनाई जा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने आजादी की लड़ाई में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और तमाम अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का उल्लेख करते हुए आह्वान किया कि नई पीढ़ी को इनके संघर्ष और बलिदानों के बारे में बार बार बताया जाना चाहिए जिससे बच्चे उनसे देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा ले सकें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
स्वतंत्रता दिवस पर कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान ही आज़ादी की नींव है, जिस पर हमारा वर्तमान और भविष्य टिका है। उन्होंने कहा कि हमारे वीरों ने अपने प्राणों का बलिदान देकर हमें स्वतंत्र भारत का सूरज दिखाया, अब हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उस आज़ादी को ज्ञान, सद्भाव तथा जिम्मेदारी के साथ और सशक्त बनाएं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष ने शानदार प्रदर्शन के लिए एनसीसी कैडेट्स को एक लाख रुपये नकद पुरस्कार दिया और देशप्रेम पर आधारित बेहतरीन सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के लिए श्रीयांश नवानी, प्रतिष्ठा शर्मा, वैभव जोशी, वंश खंकरियाल, आदित्य जोशी आदि की टीम को 21 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एनसीसी परेड का नेतृत्व सीनियर अंडर ऑफिसर विनायक ठाकुर और अंडर ऑफिसर वरूण अधिकारी ने किया। प्रो-चांसलर डॉ राकेश शर्मा, पूर्व चांसलर डॉ एस आर खंडूजा और अनेक पदाधिकारी, शिक्षक और छात्र छात्राएं समारोह में शरीक हुए। समारोह का संचालन डॉ एम पी सिंह ने किया।
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Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।