हाथ से हवा करके हम हवन कुंड में प्रज्जवलित कर सकते हैं आग, जानिए विधि
हवन कुंड में यदि घी डालें और आग न लगाएं, फिर भी आग लग जाए तो इसे हम मंत्रशक्ति कहेंगे। ऐसा वास्तव में नहीं होता। हवन कुंड में घी डालने के बाद हाथ से हवा करके भी हम अग्नि प्रज्जवलित कर सकते हैं। आइए हम आपको विज्ञान के इस चमत्कार की विधि बताते हैं। यह विधि रासायनिक प्रक्रिया होती है।
इस तरह प्रज्जवलित करें हवन कुंड
इस प्रयोग के लिए हम एक हवन कुंड लेते हैं। साथ ही जलाने के लिए पतली लकड़ियां, पोटेशियम परमैंग्नेट, ग्लिसरॉल की जरूरत पड़ती है। सबसे पहले हम हवन कुंड लेकर उसमें पोटेशियम परमैंग्नेट को पीसकर रख देते हैं। फिर पतली लकड़ियों को उसके ऊपर इस तरह से जमा देते हैं कि ऊपर से पोटेशियम परमैंग्नेट दिखाई न दे।
इसके बाद मंत्रों का उच्चारण करते हुए घी रूपी ग्लिसरॉल हवन कुंड के चारों डालते हैं। यह ध्यान रखना जरूरी है कि जहां पोटेशियम परमैंग्नेट रखा है, वहां कुछ ज्यादा मात्रा में ग्लिसरॉल डाला जाए। इसके साथ ही मंत्र पढ़ने की क्रिया करते हुए हवन कुंड में हाथ से थोड़ी हवा करते हैं। इस क्रिया को करने से हवन कुंड में अपने आप अग्नि प्रज्जवलित होने लगती है।
ये है वैज्ञानिक तथ्य
हवन कुंड में डाले गए पोटेशियम परमैंग्नेट और ग्लिसरॉल की रासायनिक क्रिया से ऊष्मा उत्पन्न होती है। हल्की हवा करने से यह ऊष्मा आग को प्रज्जवलित कर देती है।
सावधानियां
हवन कुंड में जो पोटेशियम परमैंग्नेट डाला जाता है वह बारीक पिसा हुआ होना चाहिए। ग्लिसरॉल को सीमित मात्रा में ही हवन कुंड में डाला जाना चाहिए। हवन कुंड में जो लकड़ियां डाली जाती हैं, वो सूखी हों। ताकि आसानी से आग पकड़ सके।