उल्टे गिलास में भरा जा सकता है पानी, देवी को दे सकते हैं खून की भेंट
हम उल्टे गिलास में भी पानी को भर सकते हैं। यदि पानी का रंग लाल हो तो हम इसे कह सकते हैं कि देवी को खून की भेंट दी। इसे दैवी ने स्वीकार कर ली। तभी तो उल्टे गिलास में लाल पानी भरने लगता है।
आवश्यक सामग्री
खेल-खेल में हम विज्ञान के सिद्धांत बताने का प्रयास करते आ रहे हैं। ताकि हर कोई जब प्रयोग करे तो ये भी जान ले कि ऐसा क्यों हो रहा है। हम आपको यहां देवी को खून की भेंट की विधि बताएंगे। इसके लिए हमें लाल स्याही, स्टील की प्लेट, कांच का गिलास, मोमबत्ती और माचिस की जरूरत पड़ेगी।
जानिए विधि
सबसे पहले हम स्टील की प्लेट पर मोमबत्ती जलाकर खड़ी कर देते हैं। उसके बाद लाल या रंगीन पानी प्लेट पर डाल देते हैं। फिर गिलास को उल्टा कर मोमबत्ती के ऊपर से प्लेट को ढक देते हैं। थोड़ी देर बाद मोमबत्ती बुझ जाती है। साथ ही प्लेट में रखा पानी उल्टे गिलास में भरने लगता है। इसे हम कह सकते हैं कि देवी ने हमारी भेंट स्वीकार कर ली।
ये हैं वैज्ञानिक तथ्य
जब जलती हुई मोमबत्ती के ऊपर उल्टा गिलास रखते हैं तो गिलास के अंदर की वायु गरम होकर हल्की हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप गिलास में वायु का दाब बाहर की वायु के दाब से कम हो जाता है। ऐसे में उस दाब को कम करने के लिए बाहर की वायु गिलास के अंदर की ओर जाती है। इसके साथ ही प्लेट पर रखा पानी भी गिलास के अंदर चला जाता है और गिलास भरने लगता है।
सावधानियां
प्लेट की सतह गहरी और समतल होनी चाहिए। मोमबत्ती गिलास से आधे आकार की होनी चाहिए। उल्टा गिलास मोमबत्ती के ऊपर सावधानी से रखना चाहिए। ताकि मोमबत्ती जब तक आक्सीजन मिलेगी तब तक जलेगी।