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February 4, 2025

देखें वीडियोः भारत चीन की झड़प का पुराना वीडियो हो रहा वायरल, तवांग सेक्टर की झड़प के नाम पर प्रचारित

भारतीय-चीनी सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई झड़प की केंद्र सरकार की ओर से पुष्टि के बाद अब पिछली झड़प का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो कब का है, अभी इसकी सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि अलग अलग मीडिया ने फैक्ट चेक कर इसे वर्ष 2020 का बताया है। वीडियो में अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच भीषण झड़प दिखाई दे रही है। हालांकि, सेना ने दृढ़ता से इनकार कर दिया कि यह वीडियो नौ दिसंबर की घटना का है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

माना जा रहा है कि यह घटना जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई झड़पों के कुछ समय बाद की है। गलवान घाटी में हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे और 40 से अधिक चीनी सैनिक मारे गए थे या घायल हो गए थे। वीडियो में चीनी सैनिकों द्वारा जमीन हड़पने की जबरन कोशिश दिख रही है। भारतीय सैनिकों ने सीमा पार करने की कोशिश करने वाले चीनी सैनिकों का बहादुरी से मुकाबला किया और उन्हें जमकर पीटा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वीडियो में भारतीय सैनिकों को चीनी सैनिकों पर डंडे बरसाते देखा जा सकता है। भारतीय जवानों ने चीनियों की घुसपैठ को नाकाम कर दिया। इसी संदर्भ में वायरल वीडियो को शेयर करते हुए बताया जा रहा है कि यह हालिया झड़प का वीडियो है, जिसमें कई चीनी सैनिक घायल नजर आ रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

तवांग सेक्टर में एलएसी पर दोनों सेनाओं के बीच ये झड़प 9 दिसंबर की रात हुई थी। इस झड़प में दोनों सेनाओं के तीस से अधिक सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं। इस झड़प के बाद भारत के कमांडरों ने शांति बहाल करने के लिए चीन के कमांडर के साथ फ्लैग मीटिंग की है। बताया जा रहा है कि इस झड़प के बाद दोनों देशों की सेना पीछे हट गई। वहीं, अब जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें साफ नजर आ रहा है कि वीडियो रात का नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

 

 

वायरल क्लिप लग रहा है किसी बुलेटिन का हिस्सा
वायरल क्लिप किसी वीडियो बुलेटिन का हिस्सा लग रहा है, जिसमें सैनिकों को अन्य भाषा में बात करते हुए देखा और सुना जा सकता है। बताया गया है कि चीन के सरकारी अंग्रेजी भाषी न्यूज चैनल ‘CGTN’ के वेरिफाइड यूट्यूब पोर्टल पर करीब एक साल पुराना अपलोड किया हुआ वीडियो भी इसी तरह का है। करीब छह मिनट लंबे वीडियो में 1.43-1.57 मिनट के फ्रेम में उसी वीडियो को देखा जा सकता है, जिसे हालिया तवांग झड़प का बताकर वायरल किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

वर्ष 2020 का बताया जा रहा है वीडियो
20 फरवरी 2021 को अपलोड किए गए वीडियो बुलेटिन के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह वीडियो पिछले साल 2020 में भारत और चीन के बीच हुई सैन्य झड़प का है, जिसमें चार चीनी सैन्य अधिकारी और सैनिकों की मौत हो गई थी। इसके अलावा एक रेजिमेंटल कमांडर की मौत हो गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

तेलंगाना टुडे की वेबसाइट पर 19 फरवरी 2021 की रिपोर्ट में भी लगी तस्वीर वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट है। फोटो के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, यह 15 जून 2020 को गलवान में हुई झड़प का है, जिसमें चीनी सैनिक घायल हो गए थे और चीन ने इस घटना के कई महीनों बाद अपने सैनिकों के मारे जाने की बात को स्वीकार किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कई अन्य यू-ट्यूब चैनलों पर यही वीडियो समान दावे के साथ लगा मिला। एक अन्य यूट्यूब चैनल ‘НОВОСТИ С ВОЙНЫ’ पर भी यह वीडियो 2020 में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प की जानकारी के साथ मौजूद है। सभी वीडियो में इस फुटेज को 2020 में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प का बताया गया है। वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने भारतीय सेना के प्रवक्ता से संपर्क किया है। उनकी तरफ से जवाब आने पर इस स्टोरी को अपडेट किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चीन के सरकारी चैनलों पर चलाए गए फुटेज का हिस्सा
2020 में गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई खूनी झड़प के वीडियो को तवांग सेक्टर में भारत और चीन के बीच हालिया झड़प का बताकर वायरल किया जा रहा है। वायरल हो रहा वीडियो क्लिप चीन के कई सरकारी चैनलों पर चलाए गए वीडियो फुटेज का हिस्सा है, जिसे उन्होंने गलवान संघर्ष के कई महीनों बाद जारी किया था।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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