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December 21, 2025

देखें पूरा प्रसारण, आइएमए में पीओपी, भारतीय सेना को मिले 319 युवा अफसर, राष्ट्रपति कोविंद ने ली परेड की सलामी

भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में आज यानी शनिवार 11 दिसंबर को पासिंग आउट परेड (पीओपी) के बाद भारतीय सेना को 319 युवा अफसर मिल गए। इसके अलावा आठ मित्र देशों के 68 कैडेट भी आइएमए से कड़ा प्रशिक्षण पास आउट हुए और अब वे अपनी-अपनी सेना का हिस्सा बनेंगे।

भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में आज यानी शनिवार 11 दिसंबर को पासिंग आउट परेड (पीओपी) के बाद भारतीय सेना को 319 युवा अफसर मिल गए। इसके अलावा आठ मित्र देशों के 68 कैडेट भी आइएमए से कड़ा प्रशिक्षण पास आउट हुए और अब वे अपनी-अपनी सेना का हिस्सा बनेंगे। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द बतौर निरीक्षक अधिकारी परेड की सलामी ली। वह इसके लिए शुक्रवार शाम दून पहुंच गए थे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए परेड के दौरान हर स्तर पर सतर्कता बरती गई। देश-विदेश के गण्यमान्य लोग और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी सीमित संख्या में अकादमी पहुंचे।
वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सशस्त्र सेनाओं की जीत के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित हो रही परेड को यादगार बनाने की तैयारी कई दिन से की जा रही थी। इस बीच तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकाप्टर हादसे में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 अधिकारियों व जवानों की मौत हो जाने से पीओपी समारोह को सादगी में बदल दिया गया। सीडीएस बिपिन रावत को भी परेड में शिरकत करने आइएमए पहुंचना था। ऐसे में अब सादगी के साथ परेड का आयोजन किया गया।
भारत माता तेरी कसम तेरे रक्षक बनेंगे हम, आइएमए गीत पर कदमताल करते जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे तो लगा कि विशाल सागर उमड़ आया है। एक साथ उठते कदम और गर्व से तने सीने दर्शक दीर्घा में बैठे हरेक शख्स के भीतर ऊर्जा का संचार कर रहे थे। आज भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में अंतिम पग भरते ही 319 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 68 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द ने परेड की सलामी ली।

सीडीएस बिपिन रावत को किया याद
आइएमए की पासिंग आउट परेड में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत को याद किया। उन्होंने कहा कि हमारा झंडा हमेशा ऊंचा रहेगा, क्योंकि दिवंगत सीडीएस जनरल बिपिन रावत जैसे बहादुर, यहीं से प्रशिक्षित हुए थे। हम हमेशा इसके सम्मान की करेंगे। राष्ट्रपति बोले, मुझे 387 जेंटलमैन कैडेटों को देखकर खुशी हो रही है, जो जल्द ही अपनी वीरता और ज्ञान की यात्रा पर निकलेंगे। अफगानिस्तान, भूटान, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, ताजिकिस्तान, तंजानिया, तुरमेकिनिस्तान और वियतनाम के मित्रवत विदेशी देशों के जेंटलमैन कैडेट होने पर भारत को गर्व है।

सुबह आठ बजकर 50 मिनट पर मार्कर्स काल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेंट मेजर प्रफुल्ल शर्मा, धनंजय शर्मा, अमित यादव, जय मेरवाड़, आश्य ठाकुर, प्रद्युमन शर्मा, आदित्य जानेकर और कर्मवीर सिंह ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। आठ बजकर 55 मिनट पर एडवांस काल के साथ ही छाती ताने देश के भावी कर्णधार असीम हिम्मत और हौसले के साथ कदम बढाते परेड के लिए पहुंचे। इसके बाद परेड कमांडर अनमोल गुरुंग ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। कैडेट्स के शानदार मार्चपास्ट से दर्शक दीर्घा में बैठा हर एक शख्स मंत्रमुग्ध हो गया।

ये हुए सम्मानित
राष्ट्रपति ने कैडेटों को ओवरआल बेस्ट परफार्मेंस और अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। अनमोल गुरुंग को स्वार्ड आफ आनर और स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। तुषार सपरा को रजत व आयुष रंजन को कांस्य पदक मिला। कुणाल चौबीसा ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट भूटान के सांगे फेनदेन दोरजी चुने गए। चीफ आफ आर्मी स्टाफ बैनर केरेन कंपनी को मिला। इस दौरान राज्यपाल ले जनरल गुरमीत सिंह (सेनि), मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,आरट्रैक कमांडर ले जनरल राज शुक्ला, आइएमए कमान्डेंट ले जनरल हरिंदर सिंह, डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल आलोक जोशी समेत कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद थे।
वहीं, पीओपी के मद्देनजर अकादमी के आसपास सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। चप्पे-चप्पे पर सेना के सशस्त्र जवान तैनात हैं। अकादमी परिसर के बाहरी क्षेत्र में सुरक्षा का जिम्मा पुलिस के पास है। पीओपी के दौरान पंडितवाड़ी से प्रेमनगर तक जीरो जोन है। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-72 (चकराता रोड) से गुजरने वाला यातायात प्रेमनगर व बल्लूपुर से डायवर्ट किया गया।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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