36 दिन बाद वारिश पंजाब दे चीफ अमृतपाल ने किया सरेंडर
रविवार को एक बड़ी खबर सामने आ रही है। वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह ने पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया है। बताया जा रहा है कि मोगा के गुरुद्वारा से उसे हिरासत में ले लिया गया है। अमृतपाल 36 दिन बाद पुलिस के हाथ लगा है। उसे असम की डिब्रूगढ़ जेल भेजने की संभावना है। इससे पहले भगोड़े खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की पत्नी किरणदीप कौर को सुरक्षा एजेंसियों ने गुरुवार को विदेश जाने से रोक दिया। वह लंदन की फ्लाइट पकड़ने के लिए सुबह 11:40 बजे श्री गुरु राम दास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट राजासांसी (अमृतसर एयरपोर्ट) पहुंची थीं। उन्होंने एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या एआई 117 में टिकट बुक करवाई थी। फ्लाइट ढाई बजे रवाना होनी थी। सुरक्षा एजेंसियों को जैसे ही भनक लगी कि किरणदीप बाहर जाने वाली हैं, तत्काल उन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल ने देर रात मोगा पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। अमृतपाल बीते कई दिनों से फरार चल रहा था। उसने सोशल मीडिया के जरिए कई बारवीडियो जारी किए। कहा जा रहा था कि वो वैशाखी के मौके पर सरेंडर करेगा, लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया। पंजाब पुलिस ने देशभर में नेपाल बॉर्डर तक ऑपरेशन चलाए.पंजाब पुलिस के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने भी पंजाब पुलिस को फटकार लगाई थी कि जब उसके साथियों को पकड़ लिया गया तो अमृतपाल तक पुलिस कैसे नहीं पहुंच पाई। अब बताया जा रहा है कि अमृतपाल ने सरेंडर कर दिया है। इससे पहले पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के करीबी पप्पलप्रीत को अमृतसर से गिरफ्तार किया था। पंजाब पुलिस को उसने बयान दिया था कि उसे अमृतपाल के बारे में जानकारी नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उसने कहा था कि अमृतपाल आत्मसमर्पण करेगा या नहीं, ये मुझे नहीं पता है। पप्पलप्रीत ने स्पष्ट किया कि हम 28 मार्च की रात को ही अलग हो गए थे। पप्पलप्रीत की गिरफ्तारी के बाद इसके चांस बढ़ गए थे कि अमृतपाल भी अब अधिक दिन नहीं रुकेगा और आत्मसमर्पण करेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक माह से था फरार
अमृतपाल सिंह 18 मार्च से फरार था। उसे आखिरी बार 28 मार्च को होशियारपुर में देखा गया था। वह हुलिया बदल कर अलग-अलग स्थानों में घूम रहा था। यह भी आशंका थी कि वह विदेश भागने की तैयारी में है। अमृतपाल पर छह आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसके नौ साथियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाकर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया था। उससे जुड़े करीब 300 लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 250 के लगभग युवाओं को रिहा किया जा चुका है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।