रिखणीखाल के ग्रामीणों ने किया जोरदार प्रदर्शन, अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा की मांग
आज रिखणीखाल मुख्यालय में आम जन मानस, जनप्रतिनिधि, मातृ शक्ति, युवक युवतियों ने मुख्य बाजार से उप तहसील कार्यालय तक उग्र नारों के बीच पैदल मार्च निकाला। इस पैदल मार्च से पहले अंकिता की आत्मा की शान्ति के लिए दो मिनट का शान्ति मौन रखकर अपार जनसमुदाय ने श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात उप तहसील पहुंचने पर प्रभारी तहसीलदार प्रीतम सिंह रावत के माध्यम से उत्तराखंड के राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन प्रेषित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ज्ञापन में कहा गया कि रिखणीखाल की आवाम इस जघन्य हत्याकांड से स्तब्ध व गहरे सदमे में है। लोग अपने को ठगा सा तथा असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पूरे प्रदेश में भय का माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड के दोषियों व संलिप्त कर्मचारियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये। मृतका के परिवार को सम्मानजनक मुआवजा व अन्य सुविधायें दी जाये। ताकि उसका पीड़ित परिवार समाज में सम्मान से जी सके। दोषियों को राजनैतिक संरक्षण व छूट न मिले। तभी अंकिता की आत्मा व पीड़ित परिवार को शान्ति मिलेगी।इन दरिंदों को त्वरित कठोर से कठोरतम सजा मिले। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस पैदल मार्च व शोक सभा में मुख्य रूप से प्रधान प्रमोद रावत, जिला पंचायत सदस्या शालिनी बलोधी, सुनीता, सीमा, उर्मिला, सतीश ध्यानी, राजेन्द्र रावत, प्रधान संघ अध्यक्ष रघुवीर पटवाल, रमेश रावत, डबल सिंह, सुभाष जोशी, साधो सिंह, मुन्नी, मोहित सुन्दरियाल, रीना, शशि, आदि के साथ आंगनवाड़ी कार्यकत्री, आशा कार्यकत्री, वन पंचायत सरपंच संगठन आदि से जुड़े लोग शामिल रहे।
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