video: हरीश रावत ने घस्यारी योजना पर अमित शाह पर बोला हमला, हर आरोपों का दिया करारा जवाब, कहा-भाजपा के राज में नकली शराब से लोग मरे, डेनिस से नहीं

देहरादून में कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि अमित शाह का संबोधन दु:खद, गुस्सा बढ़ाने वाला है। अपमानित करने वाला संबोधन है। अमित शाह जी ने हमारी माँ-बहनों की पहचान घसियारी बनाने के रूप में की। सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत के दुष्प्रयास पर उन्होंने अपनी मोहर लगा दी। अमित शाह जी इससे ज्यादा कष्ट आप उत्तराखंड के लोगों को और कुछ नहीं पहुंचा सकते थे, जो आपने इस घसियारी संबोधन पर भारत सरकार की मुहर लगा दी। अब दुनिया जियारानी, तीलू रौतेली, बछेंद्री पाल और हमारी महिलाओं के अद्भुत साहस के इतिहास को नहीं, बल्कि घसियारी शब्द के साथ जुड़े हुये इतिहास को खोजेंगे, बहुत पीड़ा पहुंच रही है।
उन्होंने कहा कि पहाड़ की महिलाएं मेहनत करती हैं। खेत में गोडाई करती है। उनके कामों के आधार पर संबोधन नहीं किया जाता है। जब उत्तराखंड की नारी अपनी पहचान नए नए काम के जरिये बढ़ा रही थी। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से घसियारी शब्द हमारा उत्तराखंड का अपमान है। उसमें अमित शाह की मोहर लगाना कष्टदायक है। सभी राजनीतिक दलों से प्रार्थना करना चाहूंगा कि इस अपमानकारी प्रयास के खिलाफ आगे आएं।
गौरतलब है कि अमित शाह ने देहरादून में मुख्यमंत्री घस्यारी कल्याण योजना का शुभारंभ किया। इसके तहत महिलाओं को चारा किट भी वितरित किए गए। घसियारी योजना के तहत पशुपालकों को पशुआहार (साइलेज) के 25 से 30 किलो के वैक्यूम पैक्ड बैग उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार के साथ ही दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फीसद तक वृद्धि होगी। इस योजना के लागू होने से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी।
डिबेट पर दिया जवाब
अमित शाह ने संबोधन में भाजपा के पांच साल के कार्य गिनाए। साथ ही कहा था कि युवा मोर्चे के लोगों को हरीश रावत से सवाल करना चाहिए कि कांग्रेस की सरकार ने क्या किया। कहा कि हरीश रावत से चौराहे पर डिबेट के दो दो हाथ हो जाएं। इस पर जब पत्रकारों से हरीश रावत से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मुझे डिबेट के लिए चुनौती दी है ये मेरा सौभाग्य है। किसी भी चैनल में आ जाएं। किसी भी सार्वजनिक स्थल पर आ जाएं, मैं तैयार हूं। कांग्रेस सरकारों ने जितने कार्य किए इस पर मैं गौरांवित महसूस करता हूं।
पत्रकारों ने हरीश रावत से पूछा कि अमित शाह ने पांच साल और मांगे। इस पर उन्होंने कहा कि अभी सौ रुपये से ज्यादा पेट्रोल लेना पड़ रहा है। पांच साल और दोगे तो और बढ़ा देंगे तो आप ही समझ लो कि क्या होगा। अब लोग भाजपा को रिजेक्ट कर देंगे।
मोकांबो की तरह खुश हुआ
जब पूछा गया कि अमित शाह ने हरीश रावत का नाम लेकर भाषण को केंद्रित किया, इस पर आप क्या कहना चाहते हो। इस पर हरीश रावत बोले कि अब ऐसा भी हो गया अमित शाह की चाहत हरीश रावत हो गए। आपके सवाल से मैं बड़ा खुश हुआ, जैसा मोकांबो खुश हुआ था।
नमाज को लेकर दिया जवाब
अमित शाह ने डेनिस और शुक्रवार की नमाज सड़क पर कराने पर आपको घेरा है, इसमें क्या आपका क्या कहना है। इस पर हरीश ने कहा कि मंच पर बहुत नेता किस तरह की बात कह देगा, मैं ऐसी बातों को टिप्पणी के लायक नहीं समझता, लेकिन गृह मंत्री के मुंह से निकले हुए शब्द पर उनसे कहना चाहता हूं अपनी सारी सीबीआइ तंत्र लगा दे और वो नोटिफिकेशन बता दे कि हमारी सरकार ने जुम्मे की नमाज के लिए छुट्टियां घोषित की। गृह मंत्री ऐसा नहीं है इस जानकारी से वंचित होंगे। कृपया खोज लें। नहीं तो हमारे खनन प्रिय मुख्यमंत्री खनन की खान कहां हैं, उसे खोजने की बजाय शुक्रवार की नमाज को खोज रहे हैं।
भाजपा शासन में शराब से लोग मरे, डेनिस से नहीं
उन्होंने कहा कि रहा सवाल डेनिस शराब का। डेनिस इस समय आज भी सरकारी शो रूम पर बिक रही है। दिल्ली में भी बिक रही है। यहां भी बिक रही है। हरीश रावत ने एक पॉलीसी के तहत सरकारी विभाग से डेनिस के लिए मार्केटिंग राइट दिया। शर्त लगाई कि उत्तराखंड के फल व सब्जियों को वाष्पीकृत स्टेलाइज करेंगे। उसका स्वाद चंद्रवंशियों और सूर्यवंशियों को पसंद नहीं आया तो हमने पूरी योजना वापस ले ली। यदि जहर था तो ये बता दो कि कितने मरे। हां मैं बता सकता हूं भाजपा के राज में नकली शराब से भगवानपुर में कितने मरे। यदि किसी भी अखबार में हो कि डेनिस पीने से मौत हो गई, तो मैं कहूंगा कि सारी मौत का अपराधी मैं हूं। मंच से आरोप लगाने वाले लोगों में इतना साहस होना चाहिए कि मंच से नकली शराब के मामलों में माफी मांग नहीं सकते तो उनको मुआवजा तो दे दें। मेरी तरफ से अमित शाह से कह देना कि आपके दोनों जुमले जमे नहीं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।