Video: आसमान से आफत, दो घंटे में रानीपोखरी में पुल के कई हिस्से टूटे, दून का ऋषिकेश से संपर्क कटा, बदरीनाथ हाईवे बंद

कोतवाली पुलिस मसूरी के अनुसार ग्लोगी धार पर लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। ग्लोगी के निकट मसूरी रोड बार बार खोली जा रही है, लेकिन फिर बंद हो रही है। देहरादून-ऋषिकेश हाईवे पर रानीपोखरी पुल का का एक हिस्सा टूट कर नदी में गिर गया। इस दौरान कई वाहन भी नदी में गिर गए। गनीमत रही कि पुल का वो हिस्सा टूटा, जिसके नीचे पानी कम था। जाखन नदी का ज्यादा पानी कुछ दूरी पर बह रहा था। इससे किसी के बहने की सूचना नहीं है। हालांकि कई वाहन नीचे गिरे और पलट गए। पुल टूटने से जौलीग्रांट एयरपोर्ट की ओर से ऋषिकेश जाने वाला मार्ग बंद हो गया है। करीब बारह बजे से दोपहर पौने दो बजे तक पुल के कई हिस्से टूट कर नदी में समा गए। साथ ही पुल का टूटना जारी है। उधर, प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने देहरादून-ऋषिकेश हाईवे पर रानीपोखरी पुल का एक हिस्सा टूट कर नदी में गिरने के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। विकासनगर के जस्सोवाला गांव में शीतला नदी ने तबाही मचाई है। शीतला नदी के उफान पर आने से कई मकान धराशायी हो गए। हालांकि, हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। नदी में पानी का बहाव अभी कम नहीं हुआ है और भी कई मकानों को नुकसान पहुंच सकता है।
उधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश के कारण नदी में अधिक पानी आ जाने से क्षतिग्रस्त सहस्त्रधारा-मालदेवता मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून आर राजेश कुमार को नदी को चैनलाईज करने और सड़क के क्षतिग्रस्त भाग को जल्द से जल्द दुबारा ठीक कराए जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर विधायक उमेश शर्मा काउ भी मौजूद थे।
मूसलधार बारिश के के कारण ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग तपोवन से लेकर तोता घाटी तक आठ जगह बंद है। शिवपुरी में जंगल से पानी के साथ भारी मलबा आने से पर्यटकों की एक कार आधा मलबे में फंस गई। पुलिस और नागरिकों ने कार में बैठे पंजाब के पर्यटकों को किसी तरह बाहर निकाला। शिवपुरी में करीब 150 पर्यटक वाहन फंसे हुए हैं। आलवेदर रोड के कार्य के चलते ये सड़क स्लाइडिंग जोन बन गई है। पहाड़ों से गिर रहे पत्थरों के चलते इस मार्ग को तपोवन से लेकर मलेथा तक यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। टिहरी की डीएम इवा आशीष श्रीवास्तव ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। स्थिति सामान्य होने पर ही इस पर यातायात सुचारु होगा। दूसरी ओर गंगोत्री राजमार्ग पर फकोट के पास आल वेदर रोड का हिस्सा बह गया है। इससे यातायात पूरी तरह ठप है। भिन्नु गदेरे के उफान पर आने से सड़क बही है। अब कुछ दिन तक गंगोत्री राजमार्ग बंद रहेगा।
शिवपुरी से श्रीनगर मार्ग और ऋषिकेश मार्ग दोनों जगह बंद है। पुलिस ने सभी पर्यटकों को शिवपुरी के होटल और कैंप में रुकने की सलाह दी है। नेशनल हाईवे डिवीजन की मशीनें मलबा हटाने में जुटी है। लंबीधार-कॉमडी-देहरादून रोड पर भी रात से यातायात बंद है। वहीं, गुरुवार और बुधवार को हुई अतिवृष्टि से सड़कों और भवनों को काफी नुकसान पहुंचा है, जबकि कई पुल और पुस्ते भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। उधर, दून-मसूरी मार्ग और ऋषिकेश-बदरीनाथ मार्ग पर दिनभर रुक-रुककर भूस्खलन होता रहा। कुमाऊं में भी सीमांत इलाकों में संपर्क मार्ग अवरुद्ध है।
सोंग नदी के टापू में फंसे चार लोगों को बचाया
सॉन्ग नदी में चार व्यक्ति टापू में फंसने की सूचना पर तत्काल थानाध्यक्ष रायवाला अमरजीत सिंह रावत पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पानी लगातार बढ़ रहा था। इससे टापू पर फंसे व्यक्ति बह सकते थे। रायवाला पुलिस ने रस्सियों की मदद से टापू पर फंसे दो व्यक्तियों को निकाल लिया गया। तभी नदी का पानी अचानक बहुत ज्यादा बढ़ गया, जिस कारण दो व्यक्ति नहीं निकल पाए। कुछ समय पश्चात मौके पर एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। उसकी सहायता से बचे हुए दो व्यक्तियों को भी टापू से बाहर निकाला गया। इन लोगों ने बताया कि इनकी गाय नहीं मिल रही थी। गाय ढूंढने के लिए ले लोग जैसे ही यहां पहुंचे अचानक से पानी बढ़ गया।
बारिश से कुमाऊं के सीमांत पिथौरागढ़ व बागेश्वर जिले का जनजीवन गुरुवार को प्रभावित रहा। बागेश्वर में बारिश के कारण कंधार-लोहागड़ी, बिजोरीझाल-ओल्लसों और शामा-लीती मोटरमार्ग बंद हो गया। कपकोट के असों गांव में पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन से गांव के 20 परिवारों पर खतरा बना हुआ है। पिथौरागढ़ जिले में तहसील धारचूला के नेपाल सीमा से लगे बलुवाकोट क्षेत्र के जोशी गांव में गुरुवार अपराह्न को पहाड़ दरक गया। पहाड़ टूटने से गिरे मलबे में एक फौजी की पत्नी दब गई है। गांव के तेरह मकान खतरे में आ चुके हैं। तेरह परिवारों ने मकान छोड़ दिए हैं।
थल-मुनस्यारी मार्ग पर नाचनी के निकट नया बस्ती के पास पहाड़ से लगातार मलबा गिर रहा है। यहां चीन सीमा को जोड़ने वाले तवाघाट-दारमा, तवाघाट-गर्बाधार-लिपुलेख और मुनस्यारी मिलम मार्ग गुरुवार को भी बंद रहे। इधर, ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के विभिन्न जगहों पर मलबा आने के कारण दिनभर हाईवे बंद होता रहा। शाम करीब चार बजे गुल्लर घाटी के पास भूस्खलन होने से सड़क पर मलबा आने के कारण हाईवे बंद हो गया। वहीं सुबह तोताघाटी के पास भी एक घंटे तक राजमार्ग बाधित रहा। शाम छह बजे नरेंद्रनगर के सोनी गांव के पास गंगोत्री राजमार्ग भी मलबा आने के कारण बंद रहा।
चंद्रभागा नदी का जलस्तर बढ़ने से घबराए लोग
दो दिन से हो रही मूसलधार बारिश से चंद्रभागा नदी का जलस्तर बढ़ने से न्यू त्रिवेणी कालोनी और चंद्रेश्वर के लोगों डर का माहौल बन गया है। दरअसल, अब चंद्रभागा नदी इन दोनों कालोनियों की ओर अपना रुख मोड़ा है। इससे पहले बीते रोज चंद्रभागा का रुख मायाकुंड की ओर था। इसपर जिलाधिकारी डा राजेश कुमार ने क्षेत्र में नदी तट पर रह रहे 90 परिवारों को अन्यत्र शिफ्ट करने के आदेश स्थानीय प्रशासन को दिए थे। खतरे के बावजूद लोग यहीं जमे हुए हैं।
गुरुवार को बारिश के बाद चंद्रभागा नदी का जलस्तर बढ़ गया था। तब नदी का रुख गंगा से सटे मायकुंड क्षेत्र की ओर था। हालात का जायजा लेने जिलाधिकारी देहरादून डॉ आर राजेश कुमार स्वयं यहां आए थे, लेकिन शुक्रवार को हालत और चिंताजनक हो गई है। गंगा की सहायक चंद्रभागा नदी ने अब अपना रुख चंद्रेश्वर नगर की ओर कर लिया है, जहां चंद्रभागा नदी के किनारे न्यू त्रिवेणी कॉलोनी और चंद्रेश्वर नगर में बड़ी आबादी बसी है। यह क्षेत्र मलिन बस्ती क्षेत्र में शामिल है।
उत्तराखंड पुलिस ने दी सलाह
पिछले तीन चार दिन से पहाड़ों में बारिश और भूस्खलन के चलते उत्तराखंड पुलिस ने भी लोगों को पहाड़ों में सफर न करने की सलाह दी है। पुलिस के मुताबिक विगत 3-4 दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण ऋषिकेश-देवप्रयाग, ऋषिकेश-टिहरी और देहरादून-मसूरी सड़क मार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन होने के कारण बंद है। सभी से अनुरोध है कृपया मौसम के सामान्य होने तक पहाड़ों की ओर सफर न करें। ऐसे में सफर करना काफी जोखिम भरा है।
भारी बारिश की चेतावनी
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आज 27 अगस्त को देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, उधमसिंह नगर, चंपावत, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान इन जिलों में कहीं कहीं तीव्र बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। साथ ही कहीं कहीं आकाशीय बिजली चमकने की भी संभावना है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक 28 व 29 अगस्त का यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन दो दिन नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर व पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं तेज बौछार के साथ भारी बारिश की संभावना है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।