27 सितंबर के भारत बंद को विभिन्न राजनैतिक दलों ने दिया समर्थन, ट्रेड यूनियनें भी होंगी शामिल
किसान संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर 27 सितंबर के भारत बंद को उत्तराखंड में विभिन्न राजनैतिक दलों ने समर्थन की घोषणा की।

बैठक ने आम जनता का आह्वान किया है कि मोदी सरकार की कारपोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ एकजुटता के साथ आगे आएं तथा 27 सितंबर को भारत बन्द को सफल बनाने में अपना पूर्ण सहयोग दें। इस मौके पर तीन कृषि कानूनों की कड़ी आलोचना की गई। साथ तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग की गई। वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन से पीछे नहीं हटा जाएगा।
बैठक में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. एसएन सचान, सीपीआई (एम) राज्य सचिव राजेंद्र सिंह नेगी, सीपीआई के राज्य सचिव समर भंडारी ,सीपीएम नेता सुरेंद्र सिंह सजवाण, राष्ट्रीय उत्तराखण्ड पार्टी विजय कुमार, टीएमसी संयोजक राकेश पन्त, वालेश बवानिया, एसयूसी आई के एसपी सेमवाल, यशवीर सिंह ,सीपीआई( एमएल) के केपी चन्दोला, महाबीर सिंह, यशवीर आर्य आदि ने विचार व्यक्त किए।
उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियन संघर्ष समिति ने भी दिया समर्थन
उत्तराखंड संयुक्त ट्रेड यूनियंस संघर्ष समिति की बैठक में किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद को समर्थन दिया गया। संयुक्त बैठक पूर्व केबिनेट मंत्री इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट के आवास पर हुई। बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किसान विरोधी तीनो काले कानूनों, श्रम कानूनों में संशोधन के खिलाफ आयोजित बंद में सक्रिय भूमिका निभाने का निर्णय किया गया। इस अवसर पर इंटक के प्रांतीय अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट, सीटू के प्रांतीय सचिव लेखराज, एटक के प्रांतीय महामंत्री अशोक शर्मा, एक्टू के उपाध्यक्ष केपी चन्दोला बैंक यूनियन से एसएस रजवार उपस्थित थे। सीटू के सचिव लेखराज ने बताया कि 27 सितम्बर 2021 को श्रमिक गांधी पार्क में इकट्ठा होंगे और प्रदर्शन करेंगे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।