अग्निपथ योजना के खिलाफ देहरादून में विभिन्न संगठनों ने निकाला जुलूस, जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
केंद्र सरकार की सेना के तीन अंगों में अग्निपथ योजना लागू करने की योजना के खिलाफ देहरादून में संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर आज विभिन्न संगठनों ने जुलूस निकाल कर जिला मुख्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इससे पहले तमाम संगठनों से जुड़े लोग गांधी पार्क में एकत्र हुए और घंटाघर, दर्शनलाल चौक, तहसील चौक, दून अस्पताल से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां से जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति एवं प्रधानमन्त्री को ज्ञापन प्रेषित किए गए।
इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा है कि मोदी सरकार की ओर से सेना में अग्निपथ योजना युवाओं के साथ मजाक है। कोविडकाल के चलते सेना की भर्तियां पहले रोकी हुई थी। फिर भर्ती शुरू हुई तो कई युवा टेस्ट आदि में पास हो गए। कुछ का मेडिकल हो गया। फिर सेना में चयनित ऐसे युवाओं के साक्षात्कार निरस्त कर दिए गए। अब उन्हें दोबारा से अग्निपथ योजना के तहत आवेदन करना होगा। जो कि युवाओं के साथ भद्दा मजाक है।
ये की गई मांग
ज्ञापन में कहा गया है कि संयुक्त किसान मोर्चा, ट्रेड यूनियन, जनसंगठन महसूस करते हैं कि सेना में भर्ती के लिए केन्द्र की मोदी सरकार की नई अग्निपथ योजना जवान विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी है। जो निश्चित तौर पर सेना को कमजोर करने का कार्य करेगी। ये योजना राष्ट्रीय सुरक्षा और बेरोजगार युवाओं के सपनों के साथ खिलवाड़ के साथ ही देश के किसान परिवारों के साथ बड़ा धोखा है। इस देश का जवान वर्दीधारी किसान है। अधिकांश सैनिक किसान परिवार से हैं। सेना की नौकरी लाखों किसान परिवारों के मान और आर्थिक संबल से जुड़ी है। यह देश के लिए शर्म का विषय है कि “वन रैंक वन पेंशन” के वादे के साथ पूर्व सैनिकों की रैली से अपना विजय अभियान शुरू करने वाले हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब “नो रैंक नो पेंशन” की इस योजना को लाद दिया है।
यह संयोग नहीं है कि इस योजना में “ऑल इंडिया ऑल क्लास” के नियम से भर्ती करने पर उन सभी इलाकों से भर्ती में सबसे ज्यादा कटौती होगी, जहां किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया था। किसान आंदोलन के हाथों अपनी पराजय से तिलमिलाई हुई इस सरकार का किसानों से बदला उतारने का एक और हथकंडा है। इसलिए युवा विरोधी, जनविरोधी तथा राष्ट्र विरोधी अग्निवीर योजना को निरस्त करने के लिए अपने स्तर से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित त्करने का कष्ट करें।
प्रदर्शन में ये रहे शामिल
प्रदर्शन में पूर्व आइएएस एवं पूर्व सैनिक अर्द्धसैनिक संगठन के संरक्षक सुरेंद्र सिंह पांगती, किसान नेता सुरेंद्र सिंह सजवाण, किसान सभा से गंगाधर नौटियाल, कमरूद्दीन, सीटू से राजेंद्र सिंह नेगी, लेखराज, एटक से एसएस रजवार, महिला मंच से कमला पंत, उर्मिला बिष्ट, महिला समिति से दमयंती नेगी, नुरैशा अंसारी, एसएफआइ से नितिन मलेठा, हिमान्शु चौहान, डीवाईएफआइ से सत्यम, पूर्व सैनिक संगठन से पीसी थपलियाल, पीपुल्स फोरम से जयकृत कण्डवाल, विजय भट्ट, कमलेश खन्तवाल, सतीश धौलाखण्डी सर्वोदय मंडल से डा. प्रेंमशंकर शुक्ला, एफ्टू से इन्देश मैखुरी, ओमबीर सिंह, रिटायर्ड पैन्शनर्स एसोशिसन, शंकर गोपाल,राजेन्द्र पुरोहित, अनन्त आकाश, पुरूषोत्तम बडोनी, भगवनत पयाल, शिशुपाल सिंह नेगी, रामसिंह भण्डारी, अर्जुन रावत, शेरसिंह, शाहबुद्दीन, बीरेंद्र वालियान, पंकज चौधरी, अब्दुल खातिम, मुकिल, शाजिद अहमद, अब्बास अहमद आदि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल थे।





