उत्तराखंड के लक्ष्यसेन के साथ ही पीवी सिंधू राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में, ग्राफिक एरा में मनाया जश्न
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने लगातार दूसरी बार राष्ट्रमंडल खेलों की महिला एकल बैडमिंटन स्पर्धा के फाइनल में जगह बनाकर स्वर्ण पदक की ओर कदम बढ़ाए। वहीं, उत्तराखंड के अल्मोड़ा निवासी लक्ष्य सेन भी इन खेलों में पहली बार फाइनल में पहुंचने में सफल रहे। लक्ष्य की इस उपलब्धि पर देहरादून में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल है। यहां छात्रों और शिक्षकों ने जश्न मनाया और अपेक्षा की है कि वह फाइनल में गोल्ड मेडल जीतेंगे। दूसरी तरफ भारत के अनुभवी शटलर किदांबी श्रीकांत एकतरफा मुकाबले में सेमीफाइनल हार गए और उन्हें अब कांस्य पदक के लिए भिड़ना होगा। गोल्ड जीतने का उनका सपना यहीं पर खत्म हो गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)पीवी सिंधू गोल्ड मेडल की करीब
भारत की 27 साल की खिलाड़ी सिधू ने महिला एकल मैच में अपने बेहतर तकनीकी खेल की बदौलत सिंगापुर की यिओ जिया मिन को 49 मिनट चले मुकाबले में 21-19 21-17 से हराया। विश्व रैंकिंग में 10वें स्थान पर काबिज लक्ष्य ने हालांकि सिंगापुर के जिया हेंग तेह के खिलाफ दूसरे गेम में लय गवां दी। उन्होंने हालांकि रैंकिंग में 87वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी के खिलाफ वापसी करते हुए पुरुष एकल के सेमीफाइनल में 21-10, 18-21, 21-16 से जीत दर्ज की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
20 साल के लक्ष्य सेन भी फाइनल में पहुंचे
बीस साल के लक्ष्य ने शुरुआती गेम में अपने आक्रामक खेल से विरोधी खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया और आसानी से 1-0 की बढ़त कायम कर ली। दूसरे गेम में जिया ने खेल की गति को कम कर के बेहतर शुरुआत की। ब्रेक के समय जिया के पास 11-9 की बढ़त थी, लेकिन लक्ष्य की गलतियों का फायदा उठाकर उन्होंने 16-9 की बढ़त बना ली।
लक्ष्य ने इसके बाद वापसी की, लेकिन जिया ने तीन अंक से गेम अपने नाम कर लिया। निर्णायक गेम में लक्ष्य को हर अंक के लिए मेहनत करनी पड़ी, लेकिन उन्होंने 11-7 की बढ़त हासिल की और फिर चार मैच प्वाइंट हासिल किया। उन्होंने पहले मैच को ही भुनाकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। लक्ष्य सेन ने मैच के बाद कहा कि मैं दूसरे गेम में लय में हासिल नहीं कर सका, लेकिन अंत में मैं परिणाम अपनी ओर करने में सफल रहा। पहले गेम में दर्शकों के समर्थन ने भी काफी मदद की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लक्ष्य सेन का पदक पक्का होने से ग्राफिक एरा में खुशी की लहर
देहरादून में ग्राफिक एरा से जुड़े प्रख्यात शटलर लक्ष्य सेन के राष्ट्र मंडल खेलों में फाइनल में पहुंचने से विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई है। उधर, ग्राफिक एरा के भीमताल कैम्पस में कुछ माह पहले आये नेवी के पहलवान नवीन ने स्वर्ण पदक जीतकर इस खुशी को कई गुना बढ़ा दिया है। ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने मई के आखिरी सप्ताह में थॉमस कप विजेता लक्ष्य सेन का अभिनंदन करने के साथ ही उन्हें 11 लाख रुपये की सम्मान राशि भेंट की थी। इसके साथ ही हर साल दस लाख रुपये देने का ऐलान करके उन्हें प्रोत्साहित किया था। इस समारोह के साथ ही लक्ष्य सेन ग्राफिक एरा से जुड़ गए थे। राष्ट्र मंडल खेलों में लक्ष्य सेन ने बैडमिंटन के एकल ने फाइनल में पहुंच कर अपना पद सुरक्षित कर लिया है। इसे लेकर ग्राफिक एरा के शिक्षक और छात्र छात्राएं बहुत उत्साहित हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उधर, नेवी के पहलवान नवीन ने राष्ट्र मंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर छात्र-छात्राओं की यादों को ताजा कर दिया है। भीमताल परिसर में नेवी के पहलवानों को हाई एटीट्यूड पर कुश्ती की ट्रेनिंग देने के लिए आयोजित शिविर में नवीन पहुंचे थे। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में कोच के साथ ही छात्र-छात्राओं से भी मुलाकात की। पढ़ायी के दौरान राष्ट्र मंडल खेलों में चमकने वाले सितारों से मुलाकात के अनुभव छात्र-छात्राओं की खुशी और बढ़ा रहे हैं। ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने नवीन को स्वर्ण पदक मिलने पर हर्ष व्यक्त करते हुए विश्वास जाहिर किया कि थॉमस कप विजेता लक्ष्य सेना स्वर्ण पदक जीतकर देश और अपने उत्तराखंड को गौरवांवित करेंगे।

Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।



