उत्तराखंडी अंकित भारती ने हिमालय में स्थित 2 चोटियों- कांग्यातसे 1 व कांग्यात्से 2 पर फहराया राष्ट्रध्वज
उत्तराखंड की युवा पीढ़ी अपनी काबिलियत और कड़ी मेहनत की बदौलत देश दुनिया में अपनी अलग पहचान बना रही है। कुछ ऐसा ही कारनामा क्लेमेंनटाउन देहरादून के युवा व प्रतिभाशाली पर्वतारोही अंकित कुमार भारती ने किया है। उन्होंने 18 अगस्त को मौसम की कठिन परिस्थितियों के बावजूद लद्दाख में कांग्यात्से 1और कांग्यात्से 2 नामक दुर्गम चोटियों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर फतह किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दोनों जटिल शिखर, उत्तर पश्चिम भारत के हिमालय लद्दाख क्षेत्र में मारखा घाटी में स्थित हैं, जिनकी ऊंचाई 6250 मी व 6400 मीटर है। उत्तराखंड के विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित कुमार सिन्हा ने उत्तराखंड के युवा व प्रतिभावान पर्वतारोही अंकित कुमार भारती को राष्ट्रध्वज प्रदान करते हुए माउंट कांग्यात्से 1 व कांग्यात्से 2 को फतह करने के लिए फ्लैग ऑफ किया था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकित भारती ने अपने अभियान की शुरुआत 14 अगस्त को लेह से समिट कैंप के लिए की। 17 अगस्त 2024 की सुबह 7:00 बजे बेस समिट कैंप से कांग्यात्से 1 पीक के लिए क्लाइंब शुरू किया, जो 6400 मी की ऊंचाई पर कठिन टेक्निकल पीक है। भारी बर्फबारी व कठिन परिस्थितियों के बावजूद 17 अगस्त को ही 4 घंटे में कांग्यात्स 1 पीक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर वह वापस समिट कैंप पर लौट आए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अगले दिन 18 अगस्त को सुबह 8:15 पर समिट कैंप से 6250 मी ऊंचाई वाली कांग्यात्से 2 के लिए अंकित ने चढ़ाई शुरू की। दोपहर 13:20 पर इस चोटी पर भी राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस कठिन अभियान की विशेषता यह रही कि 6 दिन के समय में लेह से इन दोनों दुर्गम चोटियों को फतह करने वाले प्रथम पर्वतारोही बने। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इससे पहले इसी वर्ष पर्वतारोही अंकित कुमार भारती ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची दुर्गम चोटी “माउंट किलिमंजारो” पर राष्ट धवज फहराकर देश का नाम रोशन किया। अंकित भारती उत्तराखण्ड एथलेटिक्स एसोशिएसन में टेक्निकल कमेटी के सदस्य के रूप में कार्य कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अंकित ने 2019 में बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स किया। इसके बाद 2021 में उन्होंने नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग से एडवाँस माउंटेनियरिंग कोर्स ए ग्रेड के साथ पूरा किया। 2024 में सर्च एण्ड रेस्क्यू कोर्स नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से पूरा किया। उनका अगला लक्ष्य 2025 में विश्व की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह करने का है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस अभियान में सहयोग करने के लिए सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल देहरादून, एसडीआरएफ व माउंट क्राफ्ट को अंकित भारती ने धन्यवाद दिया। उनकी इस विशेष उपलब्धि पर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रिंसिपल राजेश ममगाईं, उत्तराखंड एथलेटिक्स संघ के सचिव केजेएस कलसी, ओलंपियन मनीष रावत ने बधाई दी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।