उत्तराखंडः सत्ता का दुरुपयोग या पार्टी कर रही पैमेंट, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी रेखा वर्मा भी उड़ गईं सरकारी हेलीकॉप्टर में
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से एक के बाद एक ऐसी घटनाएं हो रही हैं, जिससे विपक्षी दलों को सत्ताधारी भाजपा पर हमला बोलने का मौका मिल रहा है। अब पता चला कि उत्तराखंड भाजपा सह प्रभारी रेखा वर्मा भी 21 मार्च को उत्तराखंड सरकार के हेलीकॉप्टर से लखीमपुर खीरी वापस लौटी। वहीं, इससे पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी सरकारी हेलीकॉप्टर से बागेश्रर जिले में आयोजित भाजपा के कार्यक्रम में भाग लेने गए थे। मदन कौशिक को तो बाकायदा पुलिस ने गार्ड ऑफ ऑनर दे दिया। वहीं, सूचना विभाग ने उनकी प्रेस कांफ्रेंस के लिए पत्रकारों को फोन करके आमंत्रित किया।
मुफ्त हवाई यात्रा के मिलते हैं कूपन
गौरतलब है कि लोकसभा सदस्यों को हवाई यात्रा के लिए साल भर में 12 कूपन मिलते हैं। इन कूपन के इस्तेमाल से वे कहीं भी देश के भीतर जा सकते हैं। इस यात्रा की अवधि में उन्हें टीए और डीए भी मिलता है। यानी रहने और भोजन की व्यवस्था भी सरकारी होती है। इसका उन्हें बिल देना पड़ता है। अब सवाल उठता है कि सांसद एवं उत्तराखंड भाजपा की सह प्रभारी रेखा वर्मा ने इस हेलीकॉप्टर के लिए कूपन इस्तेमाल किया या फिर हेलीकॉप्टर की पैमेंट भाजपा की ओर से की गई। या फिर पार्टी के कार्यक्रम के लिए प्रदेश सरकार को चूना लगाया गया। इस मुद्दे पर भाजपा नेता बोलने को तैयार नहीं हैं।
इसलिए आई थीं दून
बताया गया कि है सांसद रेखा वर्मा उत्तराखंड भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए सह प्रभारी की हैसियत से 20 मार्च को देहरादून आई थीं। 21 मार्च को वह यहां से सरकारी हेलीकॉप्टर से लखीमपुर के लिए गई। इसकी बाकायदा तस्वीर भी उन्होंने अपनी फेसबुक में डाली। उनके हेलीकॉप्टर के उपयोग को लेकर कांग्रेस ने इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताया।
कोशिक को लेकर भी उठा था विवाद
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक सोमवार 22 मार्च को सरकारी हेलीकॉप्टर से बागेश्वर पहुंचे थे। वह न तो मंत्री हैं। ऐसे में उनके सरकारी हेलीकॉप्टर से यात्रा करने पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या हेलीकॉप्टर की पैमेंट भाजपा की ओर से की गई, या फिर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया। यही नहीं, वह न तो कैबिनेट मंत्री हैं, ऐसे में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर तक दे दिया गया। बात इतने में ही खत्म नहीं होती, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की प्रेस वार्ता के लिए जिला सूचना विभाग की ओर से पत्रकारों को निमंत्रण भेजे गए।
सड़कों को लेकर उठ रहे सवाल
अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को भी उत्तराखंड में अपनी सरकार की ओर से बनाई गई सड़कों पर विश्वास नहीं है। क्या सड़कें आरामदायक नहीं हैं, जिनके दम पर आगे उन्हें जनता से वोट मांगने हैं। या फिर जनता के दुख दर्द की बात करने वाले खुद ही प्रदेश की खस्ताहाल सड़कों पर चलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। ऐसे में उन्हें भी बागेश्वर तक जाने के लिए हेलीकॉप्टर की जरूरत पड़ रही है।
लगातार आ रहे हैं नए विवाद
राज्य में जब से नए सीएम तीरथ सिंह रावत ने पद भार संभाला है तब से कोई न कोई नया विवाद हो रहा है। एक के बाद कई विवादों पीएम मोदी की भगवान राम से तुलना, फटी जींस, अधिक राशन के लिए अधिक बच्चे उसके बाद अमेरिका द्वारा 200 साल तक भारत पर राज करने के बाद अब ताजा विवाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने से पैदा हो गया है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
सत्ता का दुरूपयोग करना भाजपा की आदत है