उत्तराखंड आपदाग्रस्त, सीएम समेत मंत्रिमंडल और सांसद बड़ी कुर्सी की जंग में मशगूलः सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड में चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ समेत कई पर्वतीय क्षेत्र आपदा का दंश झेल रहे हैं। ऐसे समय में मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल के सदस्यों, जिला प्रभारियों, विधायकों और सांसदों को मौके पर लोगों की मदद और दुखदर्द सुनने के लिए पहुंचाना चाहिए। इसके उलट मुख्यमंत्री, मंत्रिमंडल के सदस्य व राज्य के सभी सांसद दिल्ली में मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री का खेल रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अपने कैंप कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पिछले एक महीने से चमोली, रुद्रप्रयाग समेत पूरे गढ़वाल मंडल में आपदा से भारी नुकसान हो रहा है। केदारघाटी में बीती 31 जुलाई को जो आपदा आई, उससे 2013 की आपदा की यादें ताजा हो गई। उन्होंने कहा कि सोनप्रयाग से लेकर केदार मंदिर के हेलीपैड तक पैदल रास्ता पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। वहां कितना जानमाल का नुकसान हुआ है, सरकार ने अभी तक उसका खुलासा नहीं किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि चारधाम यात्रा रूट जगह जगह ध्वस्त है, लेकिन पूरी सरकार, मुख्यमंत्री समेत सारे मंत्री, सांसद आपदा से निपटने की बजाय दिल्ली में प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से मिल कर लॉबिंग कर रहे हैं। इससे ज्यादा अफसोसनाक बात क्या हो सकती है कि लोकसभा में पांच में से एक भी सांसद ने उत्तराखंड में आई आपदा पर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित नहीं किया। इस काम को छत्तीसगढ़ की कांग्रेसी सांसद रंजीता रंजन ने किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि आज जब प्रदेश के हर जिले के प्रभारी मंत्री को अपने अपने प्रभार वाले जिले में आपदा राहत व बचाव कामों की मॉनिटरिंग करनी चाहिए थी, तब वे दिल्ली दरबार में मुख्यमंत्री बनाओ कार्यक्रम में जुटे हुए हैं, जो शर्म की बात है।
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