अंबेडकर जयंती पर उत्तराखंड के सीएम की बड़ी घोषणा, मलिन बस्तियों का होगा विनियमितिकरण, अन्य दलों और कार्यालयों में भी मनाई जयंती

देश के संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि सरकारी भूमि पर बसी मलिन बस्तियों का नियमितिकरण किया जाएगा। साथ ही वहां सौंदर्यकरण का कार्य भी होगा। वहीं, कांग्रेस ने भी अंबेडकर जयंती पर बाबा साहेब को याद किया। एम्स ऋषिकेश में भी गोष्ठी आयोजित की गई।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बुधवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर प्रदेश वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भारत रत्न डा भीमराव आंबेडकर ने सामाजिक असमानता को दूर करने तथा वंचित वर्गों को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने घोषणा की कि सरकारी भूमि में स्थित मलिन बस्तियों का विनियमितिकरण एवं सौंदर्यीकरण किया जायेगा।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने घंटाघर स्थित डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आंबेडकर समाज की 5 वरिष्ठ महिलाओं को शॉल भेंट कर सम्मानित भी किया।

बारात घर की चारदीवारी बनाने की घोषणा
इसके बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बुधवार को लोअर तुनवाला, देहरादून में भारत रत्न डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की 130वें जन्मोत्सव कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पी, महान नेता और समाज सुधारक डॉ० भीमराव आंबेडकर जी ने सामाजिक असमानता को दूर करने तथा वंचित वर्गों को सामाजिक न्याय दिलाने के के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने भारत के संविधान में तत्कालीन सामाजिक भेद भाव मिटाने तथा सभी को अवसर की समानता सुनिश्चित करने के लिए संविधान में कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भी गरीब एवं वंचितों के विकास के लिए कृत्संकल्प है। सरकारी भूमि में स्थित मलिन बस्तियों के विनियमितिकरण एवं सौंदर्यीकरण की घोषणा को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा समाज के गरीब तथा वंचित वर्ग के कल्याण के लिए कई योजनाएं संचालित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने लोअर तुनवाला में स्थित रविदास भवन एवं डॉ. आंबेडकर बारात घर की चारदीवारी निर्माण एवं मरम्मत कार्य की घोषणा भी की। साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगमों, पालिकाओं में शामिल नए क्षेत्र के लोगों को दस साल तक टैक्स से मुक्त रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि डॉ.आंबेडकर आजीवन मानवता की सेवा में समर्पित रहे। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का यह सपना था कि भारत में जातिवाद खत्म हो, सामाजिक समानता के अवसर हों, अधिकारों की रक्षा हो। हमारे संविधान में देश के प्रत्येक नागरिक को, चाहे वह किसी भी जाति, संप्रदाय या पंथ से हो, समानता का अधिकार प्राप्त है। आज एक लोकतंत्र और समतावादी समाज के रूप में हम जो भी हैं और जहाँ तक आगे बढ़े हैं, इस मुकाम तक पहुँचने में हमारे संविधान और उसके मुख्य निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की बहुत बड़ी भूमिका है।
मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना वायरस से लड़ाई में हर संभव प्रयास कर रही है। टेस्टिंग के साथ ही वैक्सीनेशन को भी बढ़ाया गया है। कोरोना वैक्सीनेशन उत्सव के रूप में तेजी से टीकाकरण का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में टीकाकरण के लिए ही सम्भव व्यवस्थाएं की गई हैं। टीकाकरण को जनपद से लेकर ब्लाक व न्याय पंचायत स्तर पर कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।

दलित कार्यकर्ता के घर किया भोजन
इस अवसर पर विधायक एवं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक एवं विधायक उमेश शर्मा काऊ भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्रीतीरथ सिंह रावत, विधायक उमेश शर्मा काऊ एवं बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने बुधवार को तुनवाल में दलित कार्यकर्ता एवं पूर्व प्रधान राम प्रसाद के घर भोजन किया।

कांग्रेस भवन में गोष्ठी, बुजुर्गों को किया सम्मानित
डॉ बीआर अम्बेडकर जयंती के उपलक्ष्य पर कांग्रेस की अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजकुमार की उपस्थिति व कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा की अध्यक्षता में कांग्रेस भवन मे गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर बुजुर्गों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एक बहू प्रतिभावान व्यक्ति थे। जो एक सफल राजनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री, प्रोफेसर एवं समाज सुधारक थे। उन्होंने जनता के राजनीतिक अधिकारों की आवाज उठाने एवं दलित वर्ग का समाज में हो रहे शोषण व भेदभाव से मुक्ति दिलाने में प्रमुख योगदान दिया।
कार्यक्रम में लक्ष्मी नारायण, भ्रवण कुमार राजौरिया, रमेश, सोम प्रकाश वाल्मीकि, गुरु सेवक सिंह, राम पाल, प्रेमा देवी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पार्षद देविका रानी, निखिल कुमार, देवेन्द्र कोर, बलराज, अजय बेनवाल, विकास कुमार, तरुण कुमार, संजय गौतम, गीता राम जैसवाल, गुलशन सिंह, शिवम दुबे, विशाल सिंह, दीप बोरा आदि मौजूद थे।

दबे कुचले लोगों को जादुई नारा दिया डॉक्टर अंबेडकर नेः धस्माना
भारत रत्न डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना शहर में विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मलित हुए। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में डॉक्टर अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात धस्माना ने घंटाघर स्थित डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा का मालार्पण किया व तत्पश्चात कांवली गांव में डॉक्टर भीम राव अंबेडकर कल्याण समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
कांवली में उपस्थित ज़न समुदाय को संबोधित करते हुए धस्माना ने कहा कि डॉक्टर अंबेडकर व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं। जिस विचारधारा को आज पूरी दुनिया मानती है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक योग्यता तो उनकी अतुलनीय थी ही, लेकिन जो विचार उन्होंने समाज व दुनिया को दिया वो अदभुत व रोमांचकारी है।

धस्माना ने कहा कि देश व दुनिया के शोषित दबे कुचले समाज को जो नारा डॉक्टर अंबेडकर ने दिया वो नारा किसी नेता या समाज सुधारक ने नहीं दिया वो नारा था शिक्षित बनो संगठित हो और संघर्ष करो। आज डॉक्टर साहब को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि हम उनके मिशन पर चलते हुए शिक्षा ग्रहण करें फिर संगठित हों और फिर अन्याय व अत्याचार के खिलाफ व अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करें। कार्यक्रमों में सामाजिक न्याय कीर्ति मंच के अध्यक्ष नानक चंद, देवेंद्र सिंह, ओम प्रकाश राठौर, ललित भद्री, कमलेश रमन,सावित्री उनियाल आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अवधेश कथिरिया ने किया।
केंद्र व राज्य भाजपा सरकार दलित हितैषीः मकवाना
भाजपा महानगर देहरादून कार्यालय पर आज डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद बोलते हुए भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य , एनएचपीसी ऊर्जा मंत्रालय भारत के पूर्व निदेशक, सफाई कर्मचारी आयोग उत्तराखंड के पूर्व चेयरमैन एवं दिल्ली प्रदेश प्रभारी भगवत प्रसाद मकवाना ने कहा कि आजादी के बाद देश में अनेकों राजनीतिक दलों की केंद्र एवं प्रदेश में सरकार गठित हुई किंतु अनुसूचित जाति की दशा दिशा, सामाजि, आर्थिक, शैक्षिक, राजनीतिक स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हो पाया। इसका स्पष्ट कारण है कि देश में लगभग 6 दशक तब कांग्रेस का शासन काल रहा। जो दलितों को मात्र वोट बैंक समझती रही। इसीलिए दलित समाज का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं कार्यकारी अध्यक्ष डॉ उदय पुंडीर ने कहा कि 6 भाषाओं और 4 पीएचडी किए हुए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर अपनी समकालीन नेताओं से बहुत आगे थे उनकी दूरदृष्टि का लाभ भारत को मिला। कार्यक्रम में महानगर महामंत्री रतन चौहान , सतेंद्र नेगी, मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल, सोशल मीडिया प्रभारी अनुराग भाटिया, सह प्रभारी श्यामसुंदर चौहान, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष धर्मपाल घघट, महिला मोर्चा अध्यक्ष कमली भट्ट, अनिका खेत्री, अनिल कुमार, हरबंस लाल, मदन बाल्मीकि, मनीष शैली, विनोद कुमार, सुमन, नैना, मुनिया पाल सहित भाजपा के दर्जनों पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।

एम्स ऋषिकेश में गोष्ठी आयोजित
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में बुधवार को संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत की अगुवाई में संस्थान के अधिकारियों, चिकित्सकों व फैकल्टी सदस्यों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बाबा साहेब की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में एम्स निदेशक ने कहा कि डा. आंबेडकर जी का भारत के लोकतंत्र में योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। कहा कि उन्होंने समाज के शोषित वर्ग से अपनी काबिलियत के बूते आगे निकलकर जो भारत ही नहीं दुनिया में जो मुकाम हासिल किया। उसकी सबसे बड़ी वजह उनकी शिक्षा, ज्ञान व बुद्धिमत्ता थी।

उन्होंने बताया कि डा. आंबेडकर जी को कोलंबिया व इंग्लैंड प्रवास के समय काल में जिन देश-दुनिया के लोगों से उनका विमर्श हुआ, इससे उनका वैचारिक फलक व्यापक हुआ और वह सामाजिक परिवर्तन के लिए वृहद स्तर पर सोच सके। अर्थात इसका स्पष्ट संदेश है कि व्यक्ति के जीवन में शिक्षा व अनुभव खास मायने रखता है। निदेशक एम्स ने कहा कि बाबा साहेब से हमारे चिकित्सकों को विश्व से सीखने व विश्व को सिखाने की प्रेरणा लेनी चाहिए। साथ ही चिकित्सा के क्षेत्र में देश- विदेश में जो भी बेहतरीन तकनीक उपलब्ध है, उसका लाभ अपने मरीजों को उपलब्ध कराने का प्रयास करना चाहिए। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बीके बस्तिया, प्रो. नवनीत बट्ट, प्रो.कमर आजम, डा. कुमार सतीश रवि, डा. अजय कुमार, डा. अनुभा अग्रवाल, वित्त सलाहकार कमांडेट पीके मिश्रा, रजिस्ट्रार राजीव चौधरी, विधि अधिकारी प्रदीप चंद्र पांडेय, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल के अलावा अन्य संकाय सदस्य व अधिकारी मौजूद थे।

समरस भारत के पक्षधर थे डॉ. अम्बेडकर: गौतम
भारत रत्न डॉ भीम रॉव अंबेडकर की जयंती पर भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर को सही सम्मान देने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 नवंबर 2015 को किया था। जब संसद में दो दिन की परिचर्चा आयोजित की गई। उससे पहले कानून दिवस के रूप में इस दिन को कानून दिवस के रूप में मनाया जाता था, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इसे संविधान दिवस के रूप में मनाया जाए। इस अवसर पर सभी विशिष्टजनों ने डॉ. अम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनका भावपूर्ण स्मरण किया।
गौतम ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर केवल दलितों के नेता नहीं थे, वरन वह दबे, कुचले, गरीबों के नेता था। जल संरक्षण, पांच बाधों के निर्माण, महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने की बात उठाने वाले पहले विशिष्ट व्यक्तित्व थे डॉ. अम्बेडकर। दुष्यंत कुमार गौतम ने कहा कि बंगाल की एक घटना की चर्चा करते हुए कहा कि बंगाल मे एक बड़े नेता ने दलितों के संदर्भ में जो टिप्पणी की है तथा उन्हें भिखारी कहा गया है उसका तथाकथित किसी दलित हितैषी किसी दल ने खंडन नही किया है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने दलित समाज को बराबरी का दर्जा दिलाने का कार्य किया। यही कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दलित समाज को नौकरी देने वाला बनाना चाहते हैं, मांगने वाला नहीं। डॉ. अम्बेडकर समरस भारत के पक्षधर थे।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने समाज में प्रतिकूल परिस्थितियों में अपमानित होकर कार्य करने का काम किया है। ऐसे ही बिरले लोग देश का भाग्य संवारते हैं। वह हताश, निराश नहीं हुए। ऐसे समय में जब तमाम विपरीत परिस्थितियां थी। उन्होंने डंके की चोट पर कहा था कि मैं भारतीय हूं, जो अपने आप में विशिष्ट चर्चा थी। उन्होंने कहा कि ऐसे संविधान विशेषज्ञ को कांग्रेस ने संसद में नहीं पहुंचने दिया जो दुर्भाग्यपूर्ण था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने की तथा संचालन उपाध्यक्ष अनिल गोयल ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सदस्य दुष्यंत कुमार गौतम उपस्थित थे।
अन्य विशिष्टजनों में टिहरी सांसद महारानी राज्यलक्ष्मी शाह, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन, प्रदेश मंत्री मधु भट्ट, प्रदेश कोषाध्यक्ष पुनीत मित्तल, प्रदेश कार्यालय सचिव कौस्तुबा नंद जोशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, प्रदेश प्रवक्ता खजान दास, विनय गोयल, विनोद सुयाल, विश्वास डावर प्रदेश प्रवक्ता खजान दास, विनय गोयल, विनोद सुयाल, कमलेश उनियाल , सुनील सैनी आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

आप कार्यकर्ताओं ने श्रद्धासुमन किए अर्पित
आज आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल चौधरी और उपाध्यक्ष रजिया बेग के नेतृत्व में डा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आप कार्यकर्ताओं ने घंटाघर स्थित अंबेडकर पार्क में पहुंचकर संविधान रचयिता भीम राव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस दौरान सभी ने डा अंबेडकर के पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।
आप उपाध्यक्ष विशाल चौधरी ने बताया कि बाबा साहेब ने गरीब और दबे कुचले समाज के लोगों के उत्थान के लिए बहुत बडा संघर्ष किया, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने हमेशा गरीबों के हित के लिए कार्य किए और काफी हद तक समाज में बदलाव लाने की डा अंबेडकर ने कोशिश की है। उनका नाम, उनके आर्दशों को हिन्दुस्तान सदैव याद रखेगा और उनके आदर्शों पर आप पार्टी के कार्यकर्ता चलेंगे।
आप उपाध्यक्ष रजिया बेग ने कहा कि संविधान निर्माता डा अंबेडकर भारत के प्रथम कानून मंत्री और दबे कुचले समाज को संविधान में बराबर का स्थान देने वाले ऐसे महापुरुष थे, जिनके पदचिन्हों पर चलकर आज पूरा भारत वर्ष उन्नति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि सभी को बाबासाहब के पदचिन्हों पर चलकर उनका अनुसरण करना चाहिए ।
इस दौरान दीपक सैलवान, राजेश शर्मा, डा अंसारी, डिंपल, उपमा अग्रवाल, राजेन्द्र सिंह, रवि बांगिया, श्रीचंद आर्या, राजीव तोमर, सुनील घाघट, संजय क्षेत्री, कमला थापा, मीना नागपाश, रोहित, रविन्द्र, ममता सेलवान, राजन आदि कार्यकर्ता शामिल थे।




