यूसर्क ने छात्रों को बताई पानी की महत्ता, जल संरक्षण के लिए किया प्रेरित
उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) देहरादून की ओर से हिमालय दिवस के अंतर्गत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में पानी को जानो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत छात्र छात्राओं को पानी की महत्ता बताई गई। साथ ही जल संरक्षण और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया। विद्यार्थियों को हिमालय रक्षा की प्रतीज्ञा भी दिलाई गई। प्रारंभ किया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यूसर्क की निदेशक प्रो. (डॉ.) अनीता रावत ने हिमालय के संरक्षण के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हिमालय हम सब के जीवन का रक्षक होने के साथ साथ प्रेरणा का स्रोत भी है। इसकी जैव विविधता व अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण हेतु कार्य करना होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि हिमालय के संरक्षण संबंधी कार्यों में विद्यार्थियों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। हमको पर्यावरण संबंधी अपने परंपरागत ज्ञान के साथ साथ आधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रयोग के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि हिमालय से ही जल संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति होती है। इसलिए हिमालयी क्षेत्र के जल स्रोतों का संरक्षण बहुत आवश्यक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मालदेवता, देहरादून के प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) विनोद प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि आज हम सभी को मिलकर हिमालय के संरक्षण की दिशा में कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा प्रकृति के संरक्षण से हम अपने आसपास और हिमालयी क्षेत्र को सुन्दर बना सकते हैं। इससे मानव जीवन सुरक्षित हो सकेगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने तकनीकी सत्र में पहला व्याख्यान “वाटर रिसोर्सेज : मैनेजमेंट, कंजर्वेशन एंड गवर्नेंस विद स्पेशल रेफरेंस टू हिमालयन रीजन” विषय पर दिया। इस मौके पर उन्होंने हिमालयी जलस्रोतों की वर्तमान स्थिति, उनके परंपरागत एवं वैज्ञानिक प्रबंधन, वर्षा जल संरक्षण, भूजल रिचार्ज की विधियाँ, आधुनिक टेक्नोलॉजी द्वारा जलस्रोतों का प्रबंधन तथा रिमोट सेंसिग तकनीक के अनुप्रयोग, आईसोटोप तकनीकी, जल गवर्नेंस आदि विषयों पर विस्तार से बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दूसरा व्याख्यान वैज्ञानिक डॉ राजेंद्र सिंह राणा ने “वाटर क्वालिटी एंड हेल्थ इम्पैक्ट” विषय पर देते हुए जल विभिन्न मानकों के स्वास्थ्य पर प्रभाव के विषय में विस्तार से बताया। उन्होंने माइक्रो प्लास्टिक को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया तथा शुद्ध जल के प्रयोग पर जोर दिया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए महाविद्यालय के प्रोफेसर एवं समन्वयक डॉ. एमएस पवार ने सभी प्रतिभागियों को हिमालय प्रतिज्ञा दिलाई। डॉ कविता काला ने धन्यवाद ज्ञापन किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कार्यक्रम में राजकीय इंटर कॉलेज मालदेवता के 40 छात्र छात्राओं, राजकीय महाविद्यालय मालदेवता के छात्र छात्राओं, शिक्षकों सहित कुल 100 से अधिक लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से यूसर्क से उमेश जोशी, राजकीय इंटर कॉलेज मालदेवता के शिक्षक संजीव कुमार सैनी, अनीता भंडारी, सेवानिवृत्त शिक्षा अधिकारी चेतन प्रसाद नौटियाल, महाविद्यालय के डॉ सुमन सिंह गुसाई, डॉ बाइ सी नैनवाल, डॉ प्रत्युशा ठाकुर आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।