अनोखा फैशनः जींस देखकर लगेगा कि पहनने वाले ने कर दी पेशाब, कीमत सुनकर उड़ जाएंगे होश

फैशन के नाम पर अब ऐसा कुछ भी बिक सकता है, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। यदि पानी पीते हुए छलक जाए और पानी आपकी पेंट में गिर जाए तो हो सकता है आप गीले हिस्से को दूसरों की नजर से छिपाते रहें। ऐसा तब तक होगा, जब तक वह हिस्सा सूख ना जाए। अन्यथा दूसरा कहीं ऐसा नहीं सोच ले कि आपने पेंट में ही पेशाब कर दी। अब तो पेशाब के दाग ही फैशन का डिज़ाइन बन गया है। ऐसी जींस मार्केट में उतरी और उसकी कीमत भी होश उड़ाने वाली है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फटी जींस से अब दाग वाली जींस
फैशन की दुनिया अतरंगी है। यदि जींस की बात की जाए तो फटी हुई स्टॉकिंग, तो कभी घास के फेक दाग लगी जींस फैशन ट्रेंड बन जाती है। कई बार तो ऐसे डिजाइनर कपड़े सामने आते है, जिन्हें देखकर लोग सोच में पड़ जाते हैं कि आखिर इसे बनाया ही क्यों। अब हैरानी की बात तो ये है कि पेशाब की दाग वाली जींस को काफी लोग पसंद भी कर रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
जींस की कीमत हैरानी करने वाली
ब्रिटिश-इैलियन मेन्सवियर ब्रांड की फेमस जींस कंपनी जॉर्डनलुका ने यह अतरंगी जींस पेश की है। इसमें कमर वाले हिस्से में आगे की ओर चेन के पास गहरे रंग के दाग हैं। इस जींस को देखकर लगता है, जैसे पहनने वाले व्यक्ति ने पैंट में ही पेशाब कर दी हो। ये जींस ऑनलाइन भी उपलब्ध है। इसकी कीमत $811 (लगभग ₹ 67,600) है। वहीं इसी जींस का हल्का वॉश $608 (लगभग ₹ 50,000) में बेचा जा रहा है। हालांकि, कहा जा रहा है कि अब यह आउट ऑफ स्टॉक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लोग उठा रहे सवाल
फैशन की दुनिया में इस तरह की अजीब चीजें पहनने वालों को वैसे तो कमी नहीं है, लेकिन इस जींस के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कई लोगों द्वारा इसपर सवाल भी उठाए जा रहे हैं। एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आख़िर वो कौन शख़्स है, जो पेशाब के दाग लगी जींस पहनना चाहता है। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि फ़ैशन के लिए लोग कहां तक जा रहे हैं। इस तरह कई लोग इस जींस की आलोचना कर रहे हैं। कई यूजर्स को यह मजेदार लगी, तो अधिकांश यूजर्स ने डिजाइन का मजाक बनाया है। एक युजर ने कमेंट किया है, आखिर इसे बनाया ही क्यों। वहीं, एक का कहना है, इसी को मानसिक दीवालियापन कहते हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा है, क्या जमाना आ गया है। पैंट गीली करने को डिजाइनर क्लोदिंग के जरिये कूल बताने की कोशिश की जा रही है।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।