चुनाव में हार के बाद यूकेडी की आई प्रतिक्रिया, राष्ट्रीय दलों के हथकंडों की लड़ाई में हम पड़े निहत्थे
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय ने कहा कि हम उत्तराखंड की जनता के जनादेश को स्वीकार करते हैं। इस चुनाव में उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से अति उत्तम प्रत्याशियों को मैदान में उतारा गया था, लेकिन राष्ट्रीय पार्टियों के कई प्रकार के हथकंडों की लड़ाई में वह निहत्थे पड़ गए।

उन्होंने कहा कि हम स्वीकार करते हैं कि हमने अपने प्रत्याशियों को निहत्था मैदान में भेज दिया। इस कारण वह राष्ट्रीय पार्टियों की अनैतिक लड़ाई में धराशाई हो गए। कई प्रत्याशियों ने ईवीएम मशीन पर भी प्रश्नचिह्न लगाएं हैं, जो निश्चित ही संदेह पैदा कर रहा है। साथ ही हम यह भी मानते हैं कि जनता ने उत्तराखंड क्रांति दल के नेतृत्व को स्वीकार नहीं किया है। हम नेतृत्व करने में विफल रहे हैं। हम लकीर के फकीर बन कर रह गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिस रूप में हम चुनाव लड़े हैं, उससे यह तय हो गया है कि इस प्रकार से राष्ट्रीय पार्टियों से मुकाबला नहीं किया जा सकता है। हम राष्ट्रीय पार्टियों की तरह विकल्प उत्तराखंड की जनता के सम्मुख खड़ा नहीं कर पाए हैं। कुछ गलत कुछ गलत निर्णय एवं नेतृत्व करने की अति महत्वकांक्षा ने भी उक्रांद को आईना दिखाया है। यूकेडी के केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल एक ऐतिहासिक दल है। इस महान दल का कई महानायकों ने जनता के लिए नेतृत्व किया है। निश्चित ही उन महान विभूतियों के पदचिह्नों पर चलकर हम जल्द ही मंथन के लिए बैठेंगे। साथ ही उत्तराखंड क्रांति दल की वर्तमान स्थिति की समीक्षा और भविष्य के लिए चिंतन से नया रास्ता खोजने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि मैं दल की ओर से सर्वप्रथम अपने उन बहादुर साथियों को हार्दिक धन्यवाद प्रेषित करता हूं, जिन्होंने इन विपरीत परिस्थितियों में भी उत्तराखंड क्रांति दल के टिकट पर चुनाव लड़ा और वह एक बेहतर प्रत्याशी के रूप में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहे हैं। साथ ही मैं ऐसे जुझारू कार्यकर्ताओं के प्रति कृतज्ञता प्रेषित करता हूं, जिन्होंने निस्वार्थ तन, मन, धन से चुनाव में लगातार काम किया। हम उक्रांद को जनता का उत्तराखंड क्रांति दल बनाने की दिशा में काम करेंगे। प्रेस वार्ता के दौरान यूकेडी के जिला अध्यक्ष दीपक रावत, केंद्रीय महामंत्री प्रताप कुंवर सिंह, केंद्रीय सचिव उत्तम सिंह रावत, विपिन रावत, किरन रावत, मीनाक्षी सिंह, पूजा मैहर, नीलम रावत आदि मौजूद थे।