आपके फोन देंगे आपदा के संकेत, जोर जोर से करेंगे कंपन, अलग तरह की बजेगी घंटी, ये है इसकी वजह
हो सकता है आज आपका फोन अचानक अलग तरह की आवाज करने लगे। आपको आपदा या किसी मुसीबत का संकेत मिले और आपका फोन कंपन करने लगे। ऐसी स्थिति में आप घबराएं नहीं। भारत सरकार के दूर संचार विभाग की ओर से ऐसा किया जा रहा है। या कहें कि ये एक परीक्षण है। हो सकता है आपने ध्यान नहीं दिया हो, लेकिन कई लोगों के मोबाइल में इसका टेक्स्ट मैसेज भी आ चुका है। इसमें इस बारे में बताया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये दी गई है लोगों के मोबाइल पर सूचना
महत्त्वपूर्ण सूचना: आपको अपने मोबाइल पर अलग ध्वनि और कंपन के साथ आपदा संबंधित एक परीक्षण संदेश प्राप्त हो सकता है। कृपया घबराएँ नहीं। यह संदेश वास्तविक आपात स्थिति का संकेत नहीं देता है। यह संदेश एक नियोजित परीक्षण प्रक्रिया के तहत दूरसंचार विभाग, भारत सरकार, द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग से भेजा जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अलर्ट की है टेस्टिंग
आज बुधवार 18 अक्टूबर को आपका मोबाइल फोन अचानक वाइब्रेट करने लगे तो यह आपदा के दौरान आपको सुरक्षित करने के लिए भेजे जाने वाले अलर्ट की टेस्टिंग है। वाइब्रेट होने के साथ ही मोबाइल पर एक अलर्ट भी आएगा। इसका उद्देश्य आपदाओं के दौरान आपातकालीन संचार को बढ़ाने और नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम का परीक्षण किया जाना है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इन कंपनियों के मिलकर किया जाएगा परीक्षण
ये परीक्षण दूर संचार विभाग की ओर से बीएसएनएल, एयरटेल, जियो और वीआई के साथ मिलकर यह तकनीकी परीक्षण किया जा रहा है। जानकारी दी गई है कि परीक्षण अवधि के दौरान लोगों को उनके मोबाइल पर कृत्रिम आपातकालीन अलर्ट प्राप्त होगा। ऐसे में इस दौरान घबराएं नहीं। ये अलर्ट नियोजित परीक्षण प्रक्रिया का हिस्सा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे जानकारी
सेल ब्रॉडकास्ट अलर्ट सिस्टम एक अत्याधुनिक तकनीक है, जो हमें आपदा के दौरान सभी मोबाइल उपकरणों पर आपदा प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण मैसेज भेजने की अनुमति देता है। जहां फिर मोबाइल स्वामी प्रदेश का निवासी हो या फिर पर्यटक। यह सिस्टम ये सुनिश्चित करता है कि महत्वपूर्ण आपातकालीन जानकारी समय पर अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
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