मानव वन्यजीव संघर्ष रोकने को उत्तराखंड में जंगलो से लगे गांवों में होगा वालेंटरी विलेज फोर्स का गठन

उत्तराखंड के प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी ने कहा कि मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए जंगलो से लगे गावो में वालेंटरी विलेज फोर्स का गठन किया जा रहा है। इसमे स्थानीय युवाओ की भागीदारी होगी। कालागढ़ में इसके लिए 98 लोगो को प्रशिक्षण दिया गया है। इनके अलावा अन्य गावो को भी इसमें जोड़ने की कवायद शुरू की जाएगी।
रामगनर में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पहाड़ में गुलदारों की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए गुलदारों की पहले गणना की जाएगी। फिर उनपर नियंत्रण कैसे हो, इस दिशा में वन विभाग अपनी रणनीति बनाएगा। उन्होंने कहा कि मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए ग्रामीणों की सहभागिता जरूरी है।
बनाए जाएंगे चार बंदर बाड़े
प्रमुख वनसंरक्षक राजीव भरतरी ने कहा कि उत्तरखंड में बन्दरो से आतंक से राहत दिलाने के लिए प्रदेश में चार बन्दर बाड़े बनाने के लिए कार्य योजना तैयार की गई है। इसमे पिथौरागढ़, गैरसैण के भराड़ी सैण,हल्द्वानी के दानी बंगर, हरिद्वार के रसियाबगढ़ में बन्दर बाड़े बनाये जाएंगे। साथ ही कहा कि कार्बेट पार्क में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए आमडण्डा में डबल स्टोरी वाली पार्किंग बनाये जाने पर भी उन्होंने जोर दिया।
वन महकमे के मुखिया भरतरी ने कहा कि उत्तराखंड के टाइगर रिजर्व में सभी प्रकार के वन्य जीवों की गणना भी की जाएगी। इस मौके पर होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष हरिसिंह मान ने पर्यटन को बढ़ावा दिने के लिए कई सुझाव भी रखे। उन्होने बंद पड़ी हाथी सफारी को शुरू करने की मांग भी की। इस दौरान कार्बेट निदेशक राहुल, उप निदेशक कल्याणी, डीएफओ चंदेशेखर जोशी, डीएफओ हिमांशु बागरी, यूसी तिवारी, वन क्षेत्रधिकारी राजेन्द्र सिंह चकरायत, वनक्षेत्राधिकारी ललित जोशी एवम वन कर्मी मौजूद रहे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
प्रसंसनीय काम देखो कहाँ तक सफल होता है?