पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले तीन शातिर गिरफ्तार, ठगी के गहने भी बरामद
राह चलते लोगों में भय बैठकर ठगी करने वाले गिरोह के तीन लोगों को ऋषिकेश पुलिस ने गिरफ्तार किया। दोनों बाइक पर सवार थे। पुलिस के मुताबिक उनसे बरामद बाइक भी पुणे और कर्नाटक से चोरी की गई। इन शातिरों से पिछले दिनों ऋषिकेश में महिला से की गई ठगी के आभूषण भी बरामद करने का पुलिस ने दावा किया है।
ये हुई थी घटना
पुलिस के मुताबिक कोतवाली ऋषिकेश में अरविंद जैन पुत्र स्वर्गीय प्रेमचंद्र जैन निवासी 75 जीवनीमाई मार्ग निकट मॉडर्न स्कूल ऋषिकेश ने छह जनवरी को शिकायत दर्ज कराई थी। बताया गया कि उनकी पत्नी बाजार में सामान लेने गई थी। रेलवे रोड भगवान भवन के निकट दो व्यक्तियों ने उसे बातों में उलझा लिया। फिर आभूषण लेकर फरार हो गए।
लगाते हैं फेरी
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए तीनों शातिर मूल रूप से कर्नाटक निवासी हैं। वे दूसरे राज्यों में वारदात करते हैं और बाइक को मेरठ या दिल्ली के रेलवे स्टेशनों की पार्किंग में खड़ी कर वापस कर्नाटक चले जाते हैं। जहां भी उन्हें वारदात करनी होती है, वहां वे गलियों में घूमकर नग, मोती, कपड़े, चश्मे आदि बेचने का काम करते हैं।
ऐसे करते हैं ठगी
पुलिस के मुताबिक ये ठगी के लिए ये लोग ऐसी महिला को चुनते हैं, जिसने गहने पहने हों। फिर एक महिला के पास जाता है और खुद को पुलिस वाला बताकर कहता है कि साहब बुला रहे हैं। इस पर महिला को निकट ही दूसरे साथी के पास ले जाया जाता है। साहब बना व्यक्ति महिला को कहता है कि इस तरह आभूषण पहनकर न घूमें। कोई घटना हो सकती है।
इसी दौरान उनका तीसरा साथी वहां आता है, उसे भी यही कहा जाता है। साथ ही उसकी अंगूठी आदि उतरवाकर लिफाफे में डाल देता है और लिफाफा उस व्यक्ति को थमा देता है। कहता है कि इसमें आभूषण रखो और सुरक्षित जाओ। तीसरा व्यक्ति लिफाफा लेकर चल देता है। ऐसे में महिला भी झांसे में आ जाती है।
फिर उसके भी आभूषण उतरवाकर लिफाफे में डाल देता है। महिला को आभूषण लौटाते वक्त लिफाफा बदल देता है। असली आभूषण का लिफाफा अपने पर रख लेता है। नकली आभूषण का लिफाफा उसे थमा देता है। इसके बाद तीनों वहां से फरार हो जाते हैं।
वारदात की फिराक में थे, पकड़े गए
पुलिस के मुताबिक तीनों ऋषिकेश में वारदात की फिर फिराक में थे। ऋषिकेश में हुई घटना के मद्देनजर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरी के आधार पर तीनों की पहचान कर ली थी। गत गुरुवार की शाम नेपाली फार्म तिराहे के पास वाहन चेकिंग के दौरान तीनों को पकड़ लिया गया। वे तीन बाइक में थे।
ये हैं आरोपी
– मिसकिन पुत्र मंसूर अली निवासी हुसेनी कालोनी, छिदरी रोड़, थाना गांधीगंज, जिला बीदर कर्नाटका।
– मौसीन खान पुत्र फिरोज खान निवासी मूल पता चिनचाला लाल बाड़ा थाना लालबाग जिला बुरहान मध्यप्रदेश।
– शेख अबू तोराब पुत्र अख्तर अली निवासी हुसेनी कालोनी, छिदरी रोड़, थाना गांधीगंज, जिला बीदर कर्नाटका।
बरामद सामान
अभियुक्त मिसकिन से-चूड़ी सोने की, 300 रूपये व नकली ज्वैलरी एक बैग में, होण्डा यूनिकार्न मोटर साइकिल।
अभियुक्त मौसीन खान से-सोने की अंगूठी व 210 रुपये।
अभियुक्त शेख अबू तोराब से-चांदी का बिछवा व 250 रुपये, व फर्जी नंबर प्लेट की होण्डा यूनिकार्न मोटर साइकिल।
ठगी के अपनाते हैं अन्य तरीके भी
पुलिस के मुताबिक ये लोग बैंक से पैसे निकालने वालों को भी शिकार बनाते हैं। नोट गिनने के नाम पर उनसे ठगी कर देते हैं। पुलिस अधिकारी बनकर भी ठगी करते हैं। साथ ही ज्वैलर्स की दुकान पर ग्राहक बनकर दुकानदार को बातो में उलझाकर स्वर्ण आभूषण चोरी करते हैं।
अपराधिक इतिहास
– अभियुक्त मिस्किन पर कर्नाटका में चोरी एवं धोखाधड़ी के 6 से अधिक मुकदमा पंजीकृत हैं।
– अभियुक्त अब्दुल तराब पर कर्नाटका मैं धोखाधड़ी एवं महाराष्ट्र में आर्म्स एक्ट में मुकदमा पंजीकृत है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।