Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

November 7, 2024

केदारनाथ पैदल मार्ग पर मिले तीन और शव, 31 जुलाई से अब तक कुल छह मौत

बीती 31 जुलाई को भारी बारिश के चलते केदारनाथ पैदल मार्ग जगह जगह से क्षतिग्रस्त हो गया था। उस समय इस मार्ग पर तीन शव मलबे से बरामद किए गए थे। इसके बाद से सर्च अभियान जारी है। एनडीआरफ की रेस्क्यू टीम ने 15 अगस्त की देर शाम गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली में तीन शव बरामद किए हैं। फिलहाल सभी मृतकों की शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

31 जुलाई को केदारनाथ पैदल मार्ग पर अतिवृष्टि से हजारों यात्री विभिन्न स्थानों पर फंस गए थे। इसके बाद पैदल मार्ग से केदारनाथ तक 12 हजार 900 से अधिक यात्री और स्थानीय लोगों को रेस्क्यू किया गया था। साथ ही तीन शव भी बरामद किए गए थे। अब, 15 दिन बाद लिनचोली में मलबे से तीन और शव बरामद हुए हैं। ऐसे में 31 अगस्त की आपदा में मरने वालों की कुल संख्या छह हो गई है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

करीब ऐसे 150 लोगों से परिजनों का संपर्क नहीं हो रहा था, जो आपदा के दौरान केदारनाथ पैदल मार्ग पर थे। हालांकि, तब प्रशासन ने तर्क दिया कि नेटवर्क नहीं होने से ये संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसके बाद ये जानकारी नहीं दी गई कि सभी लोग परिजनों से मिल गए या नहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि तीन शव गुरुवार 15 अगस्त की देर शाम को बरामद हुए थे। आज शुक्रवार को शवों को लेकर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

+ posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page