इस बार उत्तराखंड विरासत में पहाड़ी वाद्य यंत्र और कलाकारों के प्रदर्शन के साथ होगी संगीत नाइट
1 min readउत्तराखंड विरासत के आयोजक और चारधाम अस्पताल के एमडी डॉ. केपी जोशी ने उत्तरांचल प्रेस क्लब सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड की संस्कृति को बढ़ाने और विलुप्त होती वाद यंत्रों की कलाकारी को आगे लाने के लिए उत्तराखंड विरासत का आयोजन देहरादून में किया जा रहा है। कार्यक्रम रेंजर्स मैदान में होगा। कहा कि हमारा मकसद उत्तराखंड के सुदूर गांव कस्बों की प्रतिभाओं को राजधानी में मंच प्रदान करना एवम उनका प्रदर्शन करवाना है। ताकि उन्हें रोजगार से जोड़ा जा सके। इस संबंध में सरकार के समक्ष बात रखी जायेगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि विरासत में विलुप्त हो रहे पहाड़ी लोकनृत्यों, वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन भी होगा। ग्राम स्तर पर निर्मित हस्तकला का प्रदर्शन और उनके उत्पादों का विवरण एवं वितरण भी उत्तराखंड विरासत में किया जाएगा। विलुप्त होती उत्तराखंड संगीत की विधाओं, ढोल दमाऊ, रणसिंघा तथा लोक नृत्यों का प्रदर्शन भी कार्यक्रम में होगा। पांच नवंबर को शाम छह बजे से रात आठ बजे तक उत्तराखंड के प्रसिद्ध गायकों की ओर से एक सुर संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा।इसमें लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, प्रीतम भरतवाण, मीना राणा और संगीत धौंडियाल आदि अपनी प्रस्तूति देंगे। वहीं इनका सम्मान भी किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ. जोशी ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी होंगे। इसके लिए उन्हें चिट्ठी भेजी जा चुकी है। उन्होंने अपनी इस कार्यक्रम के लिए अनुमति भी दे दी है। इसके अलावा विशिष्ट अतिथि में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, राजपुर विधायक खजानदास और कैंट विधायक सविता कपूर होंगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।