इस बार प्रतिबंधित है कांवड यात्रा, यात्रियों को प्रतिबंध के प्रति जागरूकता को लेकर वर्चुअली जुटे कई राज्यों के अधिकारी

उत्तराखंड में इस साल कावंड़ यात्रा पर रोक लगाई गई है। कांवड़ यात्रा को लेकर कई राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय ने समन्वय बैठक की। इस वर्चुअली बैठक की अध्यक्षता उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने की। इस अंतरराज्यीय बैठक में उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, चंडीगढ़, अभिसूचना ब्यूरो के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में 36 अधिकारियों द्वारा प्रत्यक्ष एंव आनलाईन प्रतिभाग किया गया, जिसमें उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश के 18 अधिकारियों द्वारा बैठक में प्रत्यक्ष रूप से तथा अन्य उत्तरप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, रेलवे सुरक्षा बल, दिल्ली आसूचना ब्यूरो के अधिकारीयों ने ऑनलाईन प्रतिभाग किया। मीटिंग के संयोजक संजय गुंज्याल पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा ने बैठक का संचालन किया।
उत्तराखंड सरकार की ओर से इस बार भी 2020 की तर्ज पर कोरोना महामारी के चलते कावड़ मेला प्रतिबंध करने के चलते श्रद्धालुओं के धर्मनगरी हरिद्वार आने पर प्रतिबंध लगा गया है। इस संबंध में उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से आठ राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ सामंजस्य बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में आइजी, एडीजी व इंटेलीजेंस स्तर के अधिकारी शामिल रहे।इस दौरान पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अशोक कुमार ने सभी अधिकारियों से आग्रह किया कि वह अपने-अपने राज्यों में थाना स्तर पर इंटरनेट मीडिया का सहारा लेकर कांवड़ मेला प्रतिबंध करने के संबंध में जन जागरूकता बढ़ाएं। उत्तराखंड से लगते बॉर्डर क्षेत्र में कांवड़ियों के जबरन घुसने की सूरत पर उनके खिलाफ महामारी एक्ट और 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन भी किया जा सकता है। पुलिस महानिदेशक ने बताया सबसे अधिक श्रद्धालु हरियाणा, पंजाब व राजस्थान से आते हैं। ऐसे में नारसन व मंडावली उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर अधिक सख्ती रहेगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।