नवरात्र में प्रॉपर्टी व्हीकल खरीददारी के लिए ये हैं विशेष मुहूर्त, बता रहे डॉ. आचार्य सुशांत राज
इस बार नवरात्र में प्रॉपर्टी और वाहनों की खरीददारी के लिए हर दिन शुभ योग बन रहे हैं। देहरादून के जाने माने ज्योतिष डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया की आज 17 अक्टूबर शनिवार से नवरात्र शुरू हो गए। इस दिन घट स्थापना के साथ नौ देवियों की पूजा शुरू हो जाएगी। इस बार नवरात्र में तिथियों की घट-बढ़ नहीं होने से 26 अक्टूबर को दशहरा मनाया जाएगा।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया की इस नवरात्र में ग्रह-नक्षत्रों की शुभ स्थिति के कारण हर दिन शुभ योग बन रहा है। इस कारण नवरात्र में खरीदारी के लिए हर दिन शुभ मुहूर्त रहेगा। माना जाता है कि देवी के इन नौ दिनों के दौरान की गई खरीददारी से समृद्धि और सुख बढ़ता है। आमतौर पर नवरात्र में प्रॉपर्टी और व्हीकल की खरीदी-बिक्री शुभ मानी जाती है।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया की नवरात्र में तिथिवार और नक्षत्रों के संयोग से लगभग हर दिन खरीददारी के लिए शुभ मुहूर्त बन रहा है। इन दिनों में 4 सर्वार्थसिद्धि, 1 त्रिपुष्कर और 4 रवियोग बनेंगे। इनके साथ ही सौभाग्य, धृति और आनंद योग भी रहेंगे।
प्रॉपर्टी में निवेश और खरीदी-बिक्री के लिए 22 अक्टूबर को बहुत अच्छा मुहूर्त है। वहीं, 19, 25 और 26 अक्टूबर को वाहन खरीदी का विशेष मुहूर्त है। नवरात्र के हर दिन बनने वाले शुभ योगों में नए कामों की शुरुआत करना श्रेष्ठ माना गया है।
17 अक्टूबर, शनिवार – सर्वार्थसिद्धि योग
18 अक्टूबर, रविवार – त्रिपुष्कर और सर्वार्थसिद्धि योग
19 अक्टूबर, सोमवार – सर्वार्थसिद्धि योग, रवियोग (विशेष मुहूर्त – व्हीकल खरीदी)
20 अक्टूबर, मंगलवार – सौभाग्य और शोभन योग
21 अक्टूबर, बुधवार – रवियोग
22 अक्टूबर, गुरुवार – सुकर्मा और प्रजापति योग (विशेष मुहूर्त – संपत्ति में निवेश और खरीदी-बिक्री)
23 अक्टूबर, शुक्रवार – धृति और आनंद योग
24 अक्टूबर, शनिवार – सर्वार्थसिद्धि योग
25 अक्टूबर, रविवार – रवियोग (विशेष मुहूर्त – व्हीकल खरीदी)
26 अक्टूबर, सोमवार – रवियोग (विशेष मुहूर्त – व्हीकल खरीदी)
इनकी की जा सकती है खरीददारी
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया की नवरात्र में बन रहे शुभ योगों में वाहन, संपत्ति, आभूषण, कपड़े, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक चीजों की खरीददारी की जा सकती है। नवरात्र संसार की रचना करने वाली शक्ति का पर्व है। इसलिए सांसारिक उपभोग के साधन और भौतिक सुख-सुविधाओं की खरीदारी की जा सकती है। शक्ति पर्व होने से इन दिनों में शस्त्र, औजार और ऊर्जा देने वाली चीजों की खरीदारी करना भी शुभ माना गया है।
क्लश स्थापना का समय
इस बार का शारदीय नवरात्रि आश्विन मास की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि यानी कि 17 अक्टूबर को पड़ रही है। इसी दिन कलश स्थापना होगी। कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 27 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 13 मिनट तक है। इसके बाद अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 29 मिनट तक है।
परिचय
नाम डॉ. आचार्य सुशांत राज
इंद्रेश्वर शिव मंदिर व नवग्रह शिव मंदिर
डांडी गढ़ी कैंट, निकट पोस्ट आफिस, देहरादून, उत्तराखंड
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।