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September 22, 2024

आपके घर में मौजूद हैं हार्ट अटैक की संभावना को दूर करने के उपाय, बस आपको करना होगा ऐसा, नहीं रहेगा कोई खतरा

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हार्ट अटैक के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे बड़ा कारण खून में बढ़ता हुआ कोलेस्ट्रॉल है। इसे कई बीमारियों का रेड अलर्ट माना जाता है। अगर खून हमारी नसों में नहीं दौड़ेगा तो हम जिंदा नहीं रह सकते। खून ही हमारे शरीर के अंग-अंग में ऑक्सीजन और आवश्यक पोषक तत्व पहुंचाता है और नस-नस की गंदगी को बाहर निकालता है। इसलिए खून हमारे पूरे शरीर का ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम बनाता है। हमारे शरीर में 96 हजार किलोमीटर का परिवहन तंत्र है। इसमें खून दौड़ता रहता है। अगर खून का फ्लो अंगों तक नहीं पहुंचे तो हमें पेरिफेरल आर्टरी डिजीज, डायबिटीज, मोटापा आदि की बीमारी हो सकती है। वहीं हार्ट में अगर खून का फ्लो सही से न हो तो कई तरह की हार्ट की बीमारियां हो सकती है। ऐसे में हम आपको खून का फ्लो सही रखने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने के उपाय बता रहे हैं। इनमें कई सामग्री आपके घर पर ही मौजूद हैं। हो सकता है इनके बारे में आपको जानकारी नहीं है। सबसे पहले हम हार्ट अटैक के कारणों पर चर्चा करेंगे। इसके बाद इसकी संभावनाओं को दूर करने के उपाय बताएंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

हार्ट अटैक के प्रमुख कारण
पुरुष के लिए 45 वर्ष से ज्यादा, महिलाओं के लिए 55 वर्ष से अधिक उम्र होने पर दिल का दौरा पड़ने की संभावना अधिक होती है। इसके कारण व्यस्त जीवन शैली के कारण अनियमित आहार, जंक फूड खाना, या अधिक मसालेदार भोजन हो सकता है। साथ ही आनुवंशिकी भी हो सकता है। जो दिल के दौरे का उच्च जोखिम विरासत में भी मिल सकता है। उच्च रक्तचाप के वजह से हृदय पर अनावश्यक तनाव रहती है। अधिक मात्रा में वजन बढ़ जाने से दिल पर ज़ोर पड़ता है। धूम्रपान और मादक द्रव्यों का सेवन करने वालों को दिल के दौरे का खतरा होता है। मानसिक तनाव भी इसका एक कारण है। इनके अलावा, एनजाइन यानि दिल में ऑक्सीजन की कमी, उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर, शरीर की निष्क्रियता और डायबिटीज दिल के दौरे के जोखिम का कारक है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

सेहतमंद भोजन के लिए बीज का सेवन भी जरूरी
आपको फिट रहने के लिए बीजों का सेवन भी जरूरी है। इनमें हेल्दी मोनोअनसैचुरेटेड फैट, पॉलीअनसेचुरेटेड फैच और कई अहम विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। जब एक सेहतमंद भोजन के रूप बीज का सेवन किया जाता है, तो ये कोलेस्ट्रॉल के साथ-साथ ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर लेवल को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही खून हमारी नस-नस में दौड़ता रहता है। इसके लिए कुछ बीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। बीजों में पौधों के विकसित होने के लिए सभी जरूरी सामग्री होती है। इस वजह से ये बेहद पौष्टिक होते हैं। बीज फाइबर के रिच सोर्स हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए खाएं अलसी के बीज
अलसी के बीजों को फाइबर और ओमेगा -3 फैटी एसिड, अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) का एक बड़ा स्रोत माना जाता है। अगर आप चाहते हैं कि इन बीजों के जरिए कोलेस्ट्रॉल पर पूरी ताकत के साथ वार हो तो इसे पीसकर इस्तेमाल करें।
तिल के बीज
तिल के बीजों का इस्तेमाल भारत के अलावा एशिया के कई देशों में होता है। अन्य बीजों की तरह इसमें भी काफी पोषक तत्व होते हैं जिनमें फाइबर, प्रोटीन: 5, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड, ओमेगा-6 फैटी एसिड, कॉपर, मैंगनीज, मैग्नीशियम शामिल हैं। ये सभी मिलकर कॉलेस्ट्रॉल को घटाते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चिया सीड्स
चिया के बीज अलसी के बीज से काफी मिलते-जुलते हैं, क्योंकि वे फाइबर और ओमेगा -3 फैटी के साथ-साथ कई अन्य पोषक तत्वों के भी अच्छे सोर्स हैं। इसे सब्जा के बीज भी कहा जाता है, जिसमें प्रोटीन, ओमेगा -6 फैटी एसिड, थायमिन (विटामिन बी1), मैग्नीशियम और मैंगनीज भी भरपूर मात्रा में होते हैं। इसलिए ये कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करते हैं।
कद्दू के बीज
कद्दू पकाते वक्त हम अक्सर इसके बीजों को कूड़ेदान में फेंक देते हैं, लेकिन इसके जरिए आप अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं। इसमें फाइबर, प्रोटीन, मोनोअनसैचुरेटेड फैट, ओमेगा-6 फैटी एसिड, मैंगनीज , मैग्नीशियम, फास्फोरस पाया जाता है। कद्दू के बीज भी फाइटोस्टेरॉल के अच्छे स्रोत हैं, जो पौधे के कंपाउंड हैं जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकते हैं।
नोटः प्रस्तुत लेख में में सलाह केवल आम जानकारी के लिए है। इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी समस्या होने पर पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ऐसे फूड का करें नियमित सेवन
अच्छी बात यह है कि कई ऐसे फूड हैं, जिनका नियमित सेवन करने से खून को फ्लो बढ़ जाता है. यह हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा है। आपके रक्त का संचार बेहतर होगा और हार्ट अटैक के खतरे कम होंगे। आइए जानते हैं कि वे कौन से फूड हैं जिनका सेवन करने से बॉडी में बहुत जल्द ब्लड को फ्लो बढ़ जाता है।
अनार
कहावत के कि एक अनार सौ बीमार। यानि हर बीमार के लिए अनार की जरूरत पड़ती है। जब भी लोग बीमार होते हैं, उन्हें अनार का जूस पिलाया जाता है। दरअसल, अनार बहुत जल्द शरीर में खून को बढ़ा देते हैं और इससे ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। अनार में पोलीफेनॉल एंटीऑक्सीडेंट्स और नाइट्रेट होता है। इन चीजों में वेसोडायलेटर गुण होता है जो ब्लड वैसल्स को चौड़ा करता है। इससे ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। एक अध्ययन में जब कुछ लोगों को काम करने के 30 मिनट पहले 1000 मिलीग्राम अनार का पाउडर दिया गया, तो इसके बाद उसमें ब्लड फ्लो आश्चर्यजनक रूप से बढ़ गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

प्याज का करें सेवन
प्याज सिर्फ सब्जियों को टेस्टी बनाने के लिए नहीं है, बल्कि इसमें मौजूद नाइट्रिक एसिड तुरंत ब्लड वैसल्स को चौड़ा कर देता है जिसके कारण ब्लड फ्लो बढ़ जाता है। प्याज में ही फ्लेवेनोएड एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो हार्ट हेल्थ के लिए भी गुणकारी होता है। इसके साथ ही प्याज में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है जो खून की धमनियों और नसों में सूजन होने के जोखिम को कम करता है।
लहसुन एक दवा भी
लहसुन के औषधीय गुणों से हम सब वाकिफ हैं। लहसुन ब्लड सर्कुलेशन और हार्ट की हेल्थ को लिए बेहतरीन हर्ब्स है। लहसुन में एलीसिन कंपाउड होता है जो ब्लड फ्लो को तेज करता है और ब्लड प्रेशर को कम कर देता है। इससे ब्लड वैसल्स को रेलेक्स होने में मदद मिलती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

चुकंदर
चुकंदर जिस तरह देखने में लाल होता है, उसी तरह यह लाल खून को भी बढ़ा देता है। यही कारण है कि ज्यादातर एथलीट चुकंदर का जूस पीते हैं। इससे ब्लड फ्लो तेज हो जाता है। इसके कारण खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी बेहतर हो जाता है। चुकंदर में हाई नाइट्रेट होता है जो शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड में बदल जाता है। यह ब्लड वैसल्स में ब्लड फ्लो को तेज कर देता है।
बैरीज
बैरीज ऐसा फ्रूट है जो हार्ट हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद है। बैरीज में स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, जामुन इत्यादि फ्रूट आते हैं। बैरीज में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होता है जिसका ब्लड फ्लो पर सकारात्मक असर होता है। यह ब्लड वैसल्स को डैमेज होने से बचाता है और ब्लड प्रेशर को कम करता है। इससे सर्कुलेशन से संबंधित दिक्कतें दूर हो जाती है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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