Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

August 1, 2025

पटरी पर उल्टी दौड़ने लगी जनशताब्दी, चालक के नियंत्रण से हुई बाहर, बीस किलोमीटर दूर जाकर रुकी, 60 यात्री थे सवार

उत्तराखंड के कुमाऊं में हाल ही में शुरू की गई जनशताब्दी एक्सप्रेस अचानक आगे बढ़ने की बजाय पीछे की तरफ दौड़ने लगी। देखते ही देखते ट्रेन ने स्पीड पकड़ ली। लोगों को जब समझ आया तो उनकी सांसे भी अटक गई।


उत्तराखंड के कुमाऊं में हाल ही में शुरू की गई जनशताब्दी एक्सप्रेस अचानक आगे बढ़ने की बजाय पीछे की तरफ दौड़ने लगी। देखते ही देखते ट्रेन ने स्पीड पकड़ ली। लोगों को जब समझ आया तो उनकी सांसे भी अटक गई। इस दौरान ट्रेन चालक के नियंत्रण से पूरी तरह से बाहर हो गई। ब्रेक भी नहीं लगे। बीस किलोमीटर दूर जाकर ही ट्रेन रुक पाई। इससे ट्रेन में सवार 60 लोगों की जान पर जान आई।
घटना बुधवार शाम की है। दिल्ली से चंपावत जिले के टनकपुर पहुंच रही जनशताब्दी जब मनिहारगोठ पहुंची तो गाय ट्रेन से टकराकर कट गई। इस हादसे में ट्रेन का प्रेशर पाइप फटने से प्रेशर डाउन हो गया। इंजन का प्रेशर डाउन हो गया। इस कारण ट्रेन आगे बढ़ने की बजाय पीछे की ओर अनियंत्रित स्पीड से दौड़ने लगी। ट्रेन करीब 20 किमी दूर खटीमा के पास नदन्ना नदी के पास जाकर रुकी। ट्रेन की रुकने तक सवारियों की सांसे अटकी रही।


बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने ब्रेक मारने का काफी प्रयास किया, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी और उसकी स्पीड बढ़ती चली गई। ट्रेन में दो एसी व आठ सामान्य बोगियां थी। जिसमें करीब 60 यात्री सवार थे। ट्रेन को पीछे जाते देख सवारियां परेशान होने लगी। ट्रेन के आने के बाद पीछे सभी रेलवे क्रॉसिंग के गेट खोल दिए गए थे। ट्रेन पहले बनबसा, फिर चकरपुर पहुंची और बाद में खटीमा से करीब पांच किमी पहले नदन्ना नदी के पास जाकर रुक गई।
ट्रेन के पीछे जाने पर सभी को अलर्ट कर दिया था। ट्रेन के रुकते ही सवारियां में जान में जान आई और अपना सामान लेकर भाग खड़े हो गए। सूचना पर रेलवे के कई उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए। कुछ साल पहले भी यहां इसी तरह एक मालगाड़ी उल्टी दौड़ी थी।

पढ़ें: चलती शताब्दी एक्सप्रेस की एक कोच में लगी आग, मची अफरातफरी, खाली कराया कोच, बचाई लोगों की जान

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page

Ochranné hnojivo proti škodcom a chorobám Vedci varujú pred nebezpečenstvami obľúbenej škorice: Ako vyrobiť ľahký a živný kompost za jeden rok: Kužky sa Ako variť Výsledok vás prekvapí: vodiči sú Ako pripraviť dokonalé mladé Čistenje prhe brez zamašitve: učinkoviti Ako brániť svoju pozíciu pred manipulátorom: psychoterapeutka označila Rýchlo a bez chemikálií: Ako odstrániť burinu s jedným jediným Ako variť biely