पटरी पर उल्टी दौड़ने लगी जनशताब्दी, चालक के नियंत्रण से हुई बाहर, बीस किलोमीटर दूर जाकर रुकी, 60 यात्री थे सवार
उत्तराखंड के कुमाऊं में हाल ही में शुरू की गई जनशताब्दी एक्सप्रेस अचानक आगे बढ़ने की बजाय पीछे की तरफ दौड़ने लगी। देखते ही देखते ट्रेन ने स्पीड पकड़ ली। लोगों को जब समझ आया तो उनकी सांसे भी अटक गई। इस दौरान ट्रेन चालक के नियंत्रण से पूरी तरह से बाहर हो गई। ब्रेक भी नहीं लगे। बीस किलोमीटर दूर जाकर ही ट्रेन रुक पाई। इससे ट्रेन में सवार 60 लोगों की जान पर जान आई।
घटना बुधवार शाम की है। दिल्ली से चंपावत जिले के टनकपुर पहुंच रही जनशताब्दी जब मनिहारगोठ पहुंची तो गाय ट्रेन से टकराकर कट गई। इस हादसे में ट्रेन का प्रेशर पाइप फटने से प्रेशर डाउन हो गया। इंजन का प्रेशर डाउन हो गया। इस कारण ट्रेन आगे बढ़ने की बजाय पीछे की ओर अनियंत्रित स्पीड से दौड़ने लगी। ट्रेन करीब 20 किमी दूर खटीमा के पास नदन्ना नदी के पास जाकर रुकी। ट्रेन की रुकने तक सवारियों की सांसे अटकी रही।
बताया जा रहा है कि ड्राइवर ने ब्रेक मारने का काफी प्रयास किया, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी और उसकी स्पीड बढ़ती चली गई। ट्रेन में दो एसी व आठ सामान्य बोगियां थी। जिसमें करीब 60 यात्री सवार थे। ट्रेन को पीछे जाते देख सवारियां परेशान होने लगी। ट्रेन के आने के बाद पीछे सभी रेलवे क्रॉसिंग के गेट खोल दिए गए थे। ट्रेन पहले बनबसा, फिर चकरपुर पहुंची और बाद में खटीमा से करीब पांच किमी पहले नदन्ना नदी के पास जाकर रुक गई।
ट्रेन के पीछे जाने पर सभी को अलर्ट कर दिया था। ट्रेन के रुकते ही सवारियां में जान में जान आई और अपना सामान लेकर भाग खड़े हो गए। सूचना पर रेलवे के कई उच्चाधिकारी मौके पर पहुंच गए। कुछ साल पहले भी यहां इसी तरह एक मालगाड़ी उल्टी दौड़ी थी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।